मदिया कटरा चौराहे पर पाइपलाइन लीकेज होने से एक ओर तो इलाके की जलापूर्ति प्रभावित रही. वहीं दूसरी ओर मदिया कटरा चौराहे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं. इसके चलते जाम में फंसे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इस बारे में जलकल विभाग के एक्सईएन बीबी सिंह ने बताया कि ये 28 एमएम की पाइपलाइन है. काफी दिनों से लीकेज कर रही है. पहले कैलाश मेला के चलते इसको सही करने की अनुमति नहीं मिली थी. अब इसको सही कराया जा रहा है.


आगरा। मदिया कटरा चौराहे पर पाइपलाइन लीकेज होने से एक ओर तो इलाके की जलापूर्ति प्रभावित रही। वहीं दूसरी ओर मदिया कटरा चौराहे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। इसके चलते जाम में फंसे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इस बारे में जलकल विभाग के एक्सईएन बीबी सिंह ने बताया कि ये 28 एमएम की पाइपलाइन है। काफी दिनों से लीकेज कर रही है। पहले कैलाश मेला के चलते इसको सही करने की अनुमति नहीं मिली थी। अब इसको सही कराया जा रहा है।

तीन वर्ष में चार बार लीकेज हो चुकी है लाइन
मदिया कटरा चौराहे की पाइपलाइन पिछले तीन वर्षों में चार बार लीक हो चुकी हैं। ऐसा नहीं है कि पहले इसको दुरुस्त नहीं किया गया था। दिसंबर 2019-20 में इसको साढ़े आठ लाख की लागत से लीकेज लाइन को बदला गया था। गुरुवार को सम्भवत पाइपलाइन उसी स्थान से लीकेज हुई। बता दें कि ये मेन राइजिंग की लाइन न होकर छोटी लाइन है। पहले बता दें कि मेन राइजिंग के अलावा छोटी लाइन को भी दुरुस्त किया गया था। बावजूद इसके तीन वर्ष बाद ये फिर से लीकेज हो गई। इसके चलते कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रही। इसमें तोता का ताल, मदिया कटरा, लोहामंडी, राजामंडी, कैलाशपुरी, आलमगंज आदि इलाकों में आपूर्ति प्रभावित रही।

Posted By: Inextlive