सरकार द्वारा आमजन के लिए स्वास्थ्य सेवाओं पर जोर दिया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सेवाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए सिस्टम तैयार कर रहे हैैं. लेकिन सिस्टम के कुछ लोगों की लापरवाही के कारण यह सेवाएं पूर्ण रूप से आमजन तक डिलीवर नहीं हो पा रही हैं. स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने बुधवार को रियलिटी चेक किया.

आगरा (ब्यूरो ) : दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम सुबह 10.45 पर लॉयर्स कॉलोनी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पहुंची। यहां पर नए-नवेले इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तैयार था। टीम जब अंदर गई तो वहां पर एक महिला कर्मचारी मिलीं। उनसे पूछा कि डॉक्टर साहब नहीं हैैं क्या? तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि अभी डॉक्टर साहब नहीं हैैं। टीम ने पूछा कि कब तक आते हैैं? तो उन्होंने कहा कि डॉक्टर साहब 11 बजे के बाद आते हैैं। टीम ने पूछा कब तक मरीज देखते हैैं तो उन्होंने कहा कि तीन बजे तक बैठते हैैं। बताते चलें कि शहर में आगरा सिटी में आमजन तक स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर ढंग से पहुंचाने के लिए 60 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर शुरू किए गए हैैं। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा सकें।

डॉक्टर साहिबा नहीं पहुंची, फार्मासिस्ट देख रहे मरीज
सिकंदरा प्राइमरी हेल्थ सेंटर पर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की एक टीम बुधवार को सुबह 11 बजे पहुंची। यहां पर भी यहां पर मरीज आ रहे थे और उपचार कराकर वापस जा रहे थे। लेकिन मरीजों का उपचार डॉक्टर नहीं बल्कि फार्मासिस्ट कर रहे थे। डॉक्टर साहिबा की सीट खाली पड़ी थी। पूछा कि डॉक्टर साहब नहीं आईं? तो जवाब मिला कि बस आने वाली ही होंगी। कोई काम आ गया होगा इस कारण शायद नहीं आई हैैं।

केंद्र बंद है या चालू पता ही नहीं
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम 11.15 बजे नगला बूढ़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची। यहां पर केंद्र का दरवाजा ही बंद मिला। क्षेत्रीय लोगों से पूछा कि केंद्र बंद क्यों है तो सभी ने बताया कि पता नहीं बंद क्यों है। लेकिन हम तो अभी तक यहीं पर उपचार कराते आए हैैं।
नहीं मिल पा रहा उपचार
नगला बूढ़ी निवासी दीपक ने बताया कि उनके घर नजदीक लॉयर्स कॉलोनी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पड़ता है। उनकी छोटी बहन को सुबह बुखार आ गया था। लेकिन सुबह डॉक्टर नहीं मिले। ऐसे में उन्हें निजी हॉस्पिटल में उपचार कराना पड़ा। गणेश नगर क्षेत्र के निवासी सनी ने बताया कि उनको दो दिन से खांसी है, सुबह बुखार भी आ गया। वह स्वास्थ्य केंद्र पर दवा लेने के लिए आए हैैं। लेकिन केंद्र बंद है।

हेल्थ कैंप में भी जाना पड़ता है
सभी सीएचसी पर अटेंडेंस के लिए बायोमेट्रिक लगाई जा रही है। जल्दी ही पीएचसी पर भी बायोमेट्रिकल लगाई जाएंगी। जो लोग समय से नहीं आ रहे हैैं उन पर कार्रवाई भी की जाएगी। एक केंद्र पर एक ही डॉक्टर हैैं। कई बार डॉक्टरों को हेल्थ कैंप आदि में भी जाना पड़ता है। ऐसे में कई बार केंद्र पर डॉक्टर की अवेलिबिलिटी नहीं मिल पाती है। उन्होंने कहा कि जिन केंद्रों पर एक ही डॉक्टर हैैं उन्हें फिजिकल मीटिंग के लिए नहीं बुलाया जाएगा। जिससे कि केंद्र पर उनकी अवेलेबिलिटी रह सके।
डॉक्टरों को मीटिंग या हेल्थ कैंप में भी जाना पड़ता है। अभी सीएचसी पर बायोमेट्रिक अटेंडेंस की व्यवस्था की जा रही है। अब पीएचसी पर भी की जाएगी। जांच करके लेट आने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
- डॉ। अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ
बुखार आ गया था। ऐसे में सेंटर पर दिखाने के लिए आया था। लेकिन डॉक्टर साहब अभी आए नहीं हैैं।
- दीपक, मरीज
दो दिन से खांसी है। सुबह बुखार भी आया था। दवा लेनी थी। लेकिन अभी डॉक्टर साहब नहीं आए हैैं थोड़ी देर से आने के लिए कहा है।
- सनी, मरीज
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30 प्राइमरी हेल्थ सेंटर हैं आगरा में
60 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाए गए हैैं आगरा में

Posted By: Inextlive