आईपीएस प्रभाकर चौधरी द्वारा आगरा एसएसपी के रूप में चार्ज लेने के बाद भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की पहल शुरू की गई है. उन्होंने हाल ही में चार्ज लिया है. एसएसपी ने पुलिस विभाग की छवि को बेहतर करने की कोशिश की है दरअसल पुलिस विभाग में रिश्वत की कंप्लेन को लेकर एक हेल्प लाइन नंबर जारी किया है. नंबर जारी करते हुए कहा है कि अगर कोई पुलिस विभाग में रिश्वत मांगता है तो पीडि़त व्यक्ति उस नंबर पर कॉल करें.


आगरा। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने चार्ज लेने से पहले ही थानों का सिविल में निरीक्षण किया था, इसकी जानकारी किसी को नहीं थीं, हालांकि विभाग उनके आगमन को लेकर सभी अधिकारी अलर्ट पर थे। उनके रिकॉर्ड को ध्यान में रख सभी अव्यवस्थाओं को दुरुस्त कर लिया था। इसके दूसरे दिन उनके द्वारा चार्ज लेने की बात कहीं गई, मेरठ में भी चार्ज लेने से पूर्व वह स्टूडेंट्स बनकर पहुंचे थे।


पुलिस पब्लिक की सेवा के लिए
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि एक रुपया किसी पुलिस वाले को देने की जरूरत नहीं है। शिकायत करने वाले व्यक्ति का नाम गोपनीय रखा जाएगा और रिश्वत मांगने वाले पुलिसकर्मी पर विभागीय कार्रवाई होगी। एसएसपी ने बताया कि चार्ज संभालते ही उन्हें कई थानेदारों और पुलिसकर्मियों को इस संबंध में दिशा निर्देश दिए थे। इसके बाद जिले के लोगों के लिए यह हेल्पलाइन शुरू की गई है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि पुलिस पब्लिक की सेवा के लिए है, इसके लिए हर महीने वेतन भी मिलता है। रिश्वत मांगने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


थानों पर चस्पा कराए हेल्पलाइन नंबर
एसएसपी प्रभाकर चौधरी द्वारा जिले के हर थाने में एक नोटिस चस्पा किया है। आम जनता की मदद के लिए एसएसपी ने हेल्पलाइन नंबर 9454458046 जारी किया है। वहीं, पेंप्लेट पर लिखा है कि पासपोर्ट सत्यापन, सूचना रिपोर्ट रजिस्ट्रेशन, विवेचना, चरित्र प्रमाण पत्र, शस्त्र लाइसेंस और अन्य किसी भी मामले में अगर कोई पुलिस वाला आपसे रिश्वत मांगे तो आप सिर्फ इस नंबर पर एक कॉल कर दें। आपका नाम पता गोपनीय रखा जाएगा और आपका काम प्राथमिकता पर होगा।


विशेष सेल करेगा मामले की जांच
एसएसपी ने रिश्वत लेने वाले मामले के लिए विशेष सेल का गठन किया है, संबंधित नंबर पर आने वाली कंप्लेन की जांच उस सेल द्वारा की जाएगी। इसको गोपनीय लिखा गया है, एसएसपी ने बताया कि संबंधित नंबर पर कॉल नहीं की जाएगी, केवल कंप्लेन शेयर की जाएगी, अगर को साक्ष्य हो तो वो भी सैंड कर सकता है, इसके बाद इस संबंध में विभागीय जांच की जाएगी। मामला सही पाए जाने पर रिश्वत मांगने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई कराई जाएगी।


भ्रष्टाचार की रोकथाम को शुरू की गई पहल पर हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है, उस नंबर पर केवल कंप्लेन सैंड की जा सकती है, जांच के बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। जांच गोपनीय रहेगी, वहीं कंप्लेन सैंड करने वाले का नाम और पता गोपनीय रहेगा।
- प्रभाकर चौधरी, एसएसपी

Posted By: Inextlive