घर पर आपके एंटरटेनमेंट पर खतरा मंडरा रहा है. न तो घर पर वाईफाई से आप इंटरनेट चला सकेंगे और न ही टीवी देख सकेंगे. शहर में खंभों पर लगे तारों के मकडज़ाल से भी छुटकारा मिलेगा. इसके लिए नगर निगम की ओर से अभियान की शुरुआत की जा रही है. जिसके तहत स्ट्रीट लाइट के खंभों पर लगे केबल टीवी और टेलीकॉम कंपनियों के वायर को हटाया जाएगा.

आगरा(ब्यूरो)। शहर की प्रमुख सड़कों से लेकर गलियों तक में आपको स्ट्रीट लाइट के खंभों पर तारों का जाल दिख जाएगा। इन तारों में प्रमुख रूप से डिश और टेलीकॉम कंपनी के वायर होते हैं। जिनके जरिए सर्विस प्रोवाइडर की ओर से घरों तक इंटरनेट और डिश पहुंचाई जाती है। जो किसी भी घर में एंटरटेनमेंट का प्रमुख साधन होते हैं। लेकिन अब खंभों को इन तारों से मुक्त कराने के लिए नगर निगम अभियान चलाने जा रहा है। इसके लिए निगम की ओर से विभिन्न सर्विस प्रोवाइडर्स को सात दिन का अल्टीमेटम दिया गया है। इस समय सीमा में सर्विस प्रोवाइडर को अपने बिजली के खंभों से हटाकर अंडरग्राउंड करने होंगे। अगर तय समय में वायर नहीं हटाए जाते हैं तो निगम की टीम अभियान चलाकर इन तारों को हटाएगी। ऐसे में इंटरनेट और घर की केबल टीवी बाधित होना तय है।
सदन में भी उठ चुका है कई बार मुद्दा
स्ट्रीट लाइट के खंभों पर लगे इन तारों को हटाने के लिए पूर्व में हुए नगर निगम के सदन में भी पार्षदों की ओर से मुद्दा उठाया गया था लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। अब नगर निगम की ओर से इसके खिलाफ अभियान चलाने की तैयारी है।
सड़कों पर अंधेरे की बनते हैं वजह
शहर की सड़कों पर अंधेरे के लिए भी बिजली के खंभों पर लटके वायर वजह बनते हैं। निगम अधिकारियों की मानें तो स्ट्रीट लाइट के खंभों से बंधे तारों पर बंदर लटकते और झूलते हैं। इससे स्ट्रीट लाइट को भी नुकसान पहुंचता है। कई एरियाज में बार-बार स्ट्रीट लाइट खराब होने के पीछे ये भी एक वजह है।
खंभों को पहुंच रहा नुकसान
शहर के अधिकांश क्षेत्र में पॉवर सप्लाई अंडरग्राउंड है। 50 हजार से अधिक खंभे हैं, जिन पर स्ट्रीट लाइट लगी हुई हैं। इन खंभों पर तारों का जाल होने से बंदर इन खंभों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं। ये खंभे कमजोर हो रहे हैं।


शहर की स्थिति
100 वार्ड
50 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइट खंभे
20 लाख करीब शहर की आबादी
3.5 लाख से अधिक घर
65 हजार करीब स्ट्रीट लाइट


स्ट्रीट लाइट के खंभों पर लटके डिश केबल व टेलीकॉम कंपनियों के तारों को हटाया जाएगा। सात दिन का समय दिया गया है। इसके बाद निगम की टीम की ओर से अभियान चलाया जाएगा।
पंकज भूषण, पर्यावरण अभियंता व प्रभारी मार्ग प्रकाश


तारों का मकडज़ाल तो दूर होना चाहिए। बिजली से अधिक डिश केबल और टेलीकॉम कंपनियों के तार नजर आते हैं। बंदर इन पर झूलते हैं।
हर्ष


अगर इंटरनेट सर्विस बाधित होती तो कारोबार प्रभावित होगा। बिजली के खंभों से वायर शिफ्ट होने चाहिए लेकिन इंटरनेट सर्विस सुचारू रहनी चाहिए।
विनीत जैन


बिजली के तार अंडरग्राउंड होने के बाद भी खंभों से तारों का जाल दूर नहीं हुआ। डिश केबल और टेलीकॉम कंपनियों के वायर हटने चाहिए।
योगेश शर्मा

Posted By: Inextlive