खतरनाक यमुना: आगरा में यमुना का जलस्तर लो फ्लड लेवल पर पहुंचा, ताजगंज मोक्षधाम पर भरा पानी
आगरा(ब्यूरो)। यमुना किनारे रिहायशी इलाकों में पानी घुसने लगा है। यमुना आरती स्थल के पास सीवेज पंपिंग स्टेशन बंद कर दिया गया है। यमुना में गिरने वाले नाले बैक होने लगे हैं। नदी के जलस्तर में लगातार जिस तरह से बढ़ोत्तरी हो रही है, उससे मुश्किलें और बढ़ेंगी। शहर का ड्रेनेज सिस्टम प्रभावित होने से नाले और नालियों का पानी सड़कों पर भरेगा।
मोक्षधाम पर भरा पानीताजगंज मोक्षधाम के सबसे निचले प्लेटफॉर्म पर पानी भर गया है। यहां लगी धुआं खींचने के लिए लगी चिमनी को बंद कर दिया गया है। शनिवार दोपहर नगर निगम कर्मचारी चिमनी की मशीन को हटाने में जुटे रहे। जिससे पानी में डूबकर मशीन खराब न हो।
यमुना को देख टेंशन में व्यापारी
यमुना के बढ़ते जलस्तर को देख यमुना किनारे के व्यापारी टेंशन में हैं। मोतीगंज और अन्य बाजारों के दुकानदारों ने सामान शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। जिससे यमुना के पानी से होने वाले नुकसान से बचा जा सके।
मुनादी कराई जा रही
जलस्तर बढऩे के बाद प्रशासन ने 47 गांवों में मुनादी शुरू करा दी है। यमुना किनारे वाले गांवों में ग्रामीणों से अपील की गई है कि वो अपने पशुओं के लिए चारे का इंतजाम कर लें। बच्चे, बुजुर्ग व पशुओं को यमुना किनारे न जाने दें। इसके अलावा जरूरी सामान की व्यवस्था भी कर लें।
डीएम नवनीत सिंह चहल ने दयालबाग, राजश्री गार्डन, अमर विहार, बल्केश्वर जैसे यमुना डूब क्षेत्र के विभिन्न बाढ़ संभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। डीएम सबसे पहले दयालबाग के राजश्री गार्डन पहुंचे। जहां दीवार से सटकर यमुना जल बह रहा है। यहां से लोगों को निकालने के निर्देश दिए। इसके बाद चौ। बीरी सिंह कॉलेज में बनाए गए आश्रय गृह का निरीक्षण किया। डीएम ने अमर विहार बाढ़ चौकी का निरीक्षण किया। यमुना से लगे डूब क्षेत्र को देखा और क्षेत्रीय लोगों से बात की। निरीक्षण के दौरान एडीएम एफआर यशवर्धन श्रीवास्तव, एसडीएम सदर परीक्षित खटाना, तहसीलदार सदर रजनीश वाजयेपी आदि मौजूद रहे। यमुना का जलस्तर लागतार बढ़ रहा है। प्रशासन द्वारा सतर्कता बरती जा रही है। संबंधित विभागों के अधिकारियों को क्षेत्र में लगातार भ्रमण करने के निर्देश दिए गए हैं।
नवनीत सिंह चहल, डीएम, आगरा
लो फ्लड लेवल के बाद बिगड़ेंगे हालात
सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मानें तो रविवार का दिन अहम साबित होगा। शनिवार को दिन में नदी का जलस्तर लो फ्लड लेवल के अंदर ही बना रहा। अब इसके शनिवार रात तक लो फ्लड लेवल तक पहुंचने की पूरी संभावना है। इस चेतावनी के स्तर तक पहुंचते ही यमुना में पानी का प्रभाव दिखने लगेगा। यमुना किनारे के नाले और नालियां ओवरफ्लो होकर इनका पानी बैक करना शुरू हो सकता है। मीडियम फ्लड लेवल 499 फीट पहुंचने की संभावना है। इसके बाद 508 हाई फ्लड लेवल है, लेकिन मीडियम फ्लड लेवल क्रॉस होते ही बाढ़ के हालात बन जाएंगे। पूर्व में वर्ष 2010 में यमुना ने रौद्र रूप दिखाया था। तब यमुना किनारे के कई गांव डूब गए थे। यमुना किनारे के कई एरियाज समेत ताजगंज मोक्षधाम में पानी भर गया था। तब यमुना का जलस्तर 499.60 फीट दर्ज किया गया था। यमुना का लो फ्लड लेवल या चेतावनी स्तर 495 फीट है। इस स्तर को छूने या क्रॉस करने के साथ ही शहर में हालात बिगडऩे लगेंगे। अभी तक नदी का पानी जो खेत और किनारे पर ही दिख रहा है, वह शहर में एंटर होने लगेगा। यमुना में गिरने वाले नालों के जरिए ये पानी बैक मारना शुरू करेगा। बेलनगंज, छत्ता, गली बारहभाई, जीवनी मंडी, बल्केश्वर, दयालबाग आदि के निचले एरियाज में जलभराव शुरू हो जाएगा।
- नगला बूढ़ी
- अमर विहार
- दयालबाग
- बल्केश्वर
- जसवंत की छतरी
- सरस्वती नगर
- राधा नगर
- जीवन मंडी
- कृष्णा कॉलोनी
- बेलनगंज
- सक्सेरिया वाली गली
- यमुना किनारा रोड
- वेदांत मंदिर से फोर्ट तक
- स्ट्रेची ब्रिज छत्ता बाजार
- कछपुरा
- नगला देवजीत
- मारवाड़ी बस्ती
- मोतीमहल
- यमुना ब्रिज कॉलोनी
- कटरा वजीर खां
- रामबाग बस्ती
- अप्सरा टॉकीज
- भगवती बाग
- राधा विहार
- केके नगर
- शोभा नगर
- गोकुलपुरा
- जगदंबा कॉलेज
नदी के साथ सेल्फी कर रहे क्लिक
जहां यमुना की लहरें डरा रहीं हैं, तो ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो नदी के इस रूप को देखकर मंत्रमुग्ध हो रहे हैं। परिवार के साथ यमुना किनारे नदी को निहारने पहुंच रहे हैं। यहां काफी समय बिताने के साथ फोटो क्लिक कर रहे हैं। फैमिली के साथ सेल्फी ले रहे हैं।