तुम मां हो तुम ऐसा कैसे कर सकती हो मां कभी कुमाता नहीं हो सकती है. तुम्हे धिक्कार है ऐसा ही लोग जगदीशपुरा की रहने वाली नीलम को बोल रहे हैं. वहीं नीलम ने मजबूरी में आकर बच्चे को बेचने का फैसला तो ले लिया लेकिन वह अब उसे सीने से लगाने के लिए दर-दर भटक रही है. उसका कसूर सिर्फ इतना था कि पति के पास पैसे नहीं थे और डॉक्टर ने गर्भ में पल रहे बच्चे को मृत बताकर ऑपरेशन की सलाह दे डाली. ऐसे में उससे एक माया नाम की महिला मिली जिसने ऑपरेशन का खर्चा उठाने के बदले बच्चे को मांगा. सौदा तय हो गया और बच्चा जिंदा और नॉर्मल डिलिवरी से ही पैदा हो गया. अब बात आती है नीलम के वायदे की. उसने पैदा होते ही कलेजे के टूकड़े को वायदे के अनुसार माया को सौंप दिया.

आगरा(ब्यूरो)। जगदीशपुरा की रहने वाली नीलम बुधवार को पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंची थीं। दो बेटों की मां नीलम ने बताया कि आठ महीने की गर्भवती होने पर परिजनों ने उसे सात जुलाई 2023 को ऊषा देवी अस्पताल, लोहामंडी में भर्ती कराया। डॉक्टर ने उसे बताया कि शिशु की धड़कन नहीं है, वह मृत है। ऑपरेशन करना होगा। इसमें 20 हजार रुपये खर्चा बताया। नीलम के पति जूता कारीगर है।

यह है पूरा मामला

ऑपरेशन के लिए नीलम के पास रुपये नहीं थे। अस्पताल में ही नीलम को पश्चिमपुरी की रहने वाली महिला माया मिली। माया ने कहा कि बच्चा ङ्क्षजदा हो तो उसे दे देना। ऑपरेशन का खर्चा वह उठा लेगी। नीलम ने बताया कि इस पर वह तैयार हो गई। माया ने 20 हजार रुपये जमा करा दिए। इसके बाद डॉक्टर ने सामान्य प्रसव करा दिया। शिशु जीवित था। नीलम ने नवजात को माया को दे दिया।

पहली बार में नहीं हुई सुनवाई
बकौल नीलम, दो दिन बाद उसे शिशु की याद सताने लगी, वह शिशु को दूध पिलाने माया के पास गई। पता चला कि माया ने उसके शिशु को ज्ञान ङ्क्षसह नाम के व्यक्ति को दे दिया है। माया से ज्ञान ङ्क्षसह का पता हासिल कर नीलम उसके पास पहुंची। वहां पता चला कि ज्ञान ङ्क्षसह ने शिशु को दिल्ली के किसी दंपती को बेच दिया है। शिशु को वापस पाने के लिए वह थाने पर भी गई। पुलिस ने उसकी सुनवाई नहीं की।

जांच के दिए आदेश
पुलिस आयुक्त डॉ। प्रीङ्क्षतदर ङ्क्षसह ने एसीपी दीक्षा ङ्क्षसह को जांच के आदेश दिए। एसीपी ने बताया कि अपहरण, धोखाधड़ी, साजिश और जान से मारने की धमकी की धाराओं में माया, ज्ञान ङ्क्षसह और ऊषा देवी अस्पताल के अज्ञात डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। शिशु के दिल्ली में बेचने की जानकारी सामने आई है। बरामदगी के लिए पुलिस टीम को वहां भेजा गया है।

मुरादाबाद में पकड़े गए थे बच्चा चोर
बीते आठ सिंतबर को मुरादाबाद में पुलिस ने बच्चा चोरों को पकड़ा था। गैंग के कब्जे से 7 दिन की एक बच्ची भी बरामद हुई है। जिसे दिल्ली के दंपती को 3 लाख रुपए में बेचा जाना था। गैंग में शामिल 4 महिलाओं समेत 6 लोगों को अरेस्ट किया गया है।

ऑन डिमांड चोरी और सौदेबाजी होती थी
पकड़े गए आरोपियों ने बताया कि इन गैंग की लीडर मुंबई में रहकर डील करती है। वह ऐसे दंपत्तियों को फंसाती है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या फिर उनके पास संतान ज्यादा है । ऐसे नवजात बच्चों को वह चोरी और सौदेबाजी दोनों तरीके से हासिल कर लेती हैं। इसके बाद मोटी रकम में बेऔलाद दंपत्ति को बेच देती है। इसी गैंग बताया कि यह गैंग लीडर दीपमाला के अंडर में मुरादाबाद, आगरा, मुंबई, कोलकाता में संचालित है।

Posted By: Inextlive