एसएन में मिलेगी क्रिटिकल केयर
आगरा(ब्यूरो)। एसएन मेडिकल कॉलेज में में लेडी लायल, जिला महिला चिकित्सालय को शामिल करके इंटीग्रेटेड कैंपस बनाया जा रहा है। इसके पहले चरण में लेडी लॉयल जिला महिला चिकित्सालय में क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाने के लिए 31 करोड़ का बजट मिला है। इस ब्लॉक में सांस संबंधी बीमारी, फेंफड़ों के संक्रमण के साथ ही टीबी के मरीजों का इलाज किया जाएगा। एसएन में संचालित क्षय एवं वक्ष रोग विभाग और पल्मोनरी मेडिसिन सांस नलिकाएं और फेंफड़ों की जांच और इलाज को शिफ्ट किया जाएगा।
अक्टूबर तक काम होगा शुरू
एसएन के प्रिंसिपल डॉ। प्रशांत गुप्ता ने बताया कि क्रिटिकल केयर ब्लॉक के साथ ही मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए सीनियर ब्वॉयज हॉस्टल के मैदान में 630 की क्षमता और जूनियर डॉक्टर्स के लिए 630 की क्षमता का 13 मंजिला हॉस्टल बनाया जाएगा। इसके साथ ही जिम बनेगा। इन प्रोजेक्ट के लिए 138 करोड़ रुपए का बजट मिला है, अक्टूबर तक काम शुरू हो जाएगा।
हट जाएगा पुराना विभाग
फिलहाल एसएन मेडिकल कॉलेज में क्षय एवं वक्ष रोग विभाग नाले के बगल में स्थित पुरानी बिल्डिंग में चल रहा है। यह जर्जर भवन है। यहां पर टीबी के साथ ही ड्रग रजिस्ट्रेंट टीबी के मरीजों का भी इलाज होता है। क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनने के बाद मरीजों को वातानुकूलित भवन में इलाज मिल सकेगा।
एसएन मेडिकल कॉलेज में गल्र्स हॉस्टल, पंत हॉस्टल के साथ ही सीनियर ब्वॉयज हॉस्टल जर्जर हैं। कई बार प्लास्टर गिर चुका है। मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए भी नए हॉस्टल बनेंगे। इंटीग्रेटेड कैंपस के तहत एसएन में 43 पुराने भवनों को ध्वस्त किया जाएगा। पहले चरण में 138 करोड़ रुपए से होंगे निर्माण
50 करोड़ से 630 एमबीबीएस स्टूडेंट्स के लिए बनेगा हॉस्टल
50 करोड़ से जूनियर डॉक्टर्स के लिए बनेगा हॉस्टल
31 करोड़ से तीन मंजिला क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाया जाएगा
07 करोड़ रुपए से जिम बनाया जाएगा
क्रिटिकल केयर ब्लॉक, 13 मंजिला हॉस्टल और जिम के लिए 138 करोड़ रुपए का बजट मिला है। अक्टूबर तक इन प्रोजेक्ट्स का काम शुरू हो जाएगा।
- डॉ। प्रशांत गुप्ता, प्रिंसिपल, एसएनएमसी आगरा के लोगों के लिए यह अच्छी खबर है। यहां पर आने वाले मरीजों को बेहतर सेवाएं मिल पाएंगी। एसएन का पुराना वैभव लौटेगा।
- राम, पब्लिक टीबी डिपार्टमेंट में मरीजों का लोड अधिक है। लेकिन यहां पर बिल्डिंग काफी पुरानी है। नई बिल्डिंग बनने से मरीजों को अच्छी सेवाएं मिल पाएंगी।
- देव राजपूत