आगरा. ब्यूरो आमतौर पर मांगलिक या शुभ कार्यों के लिए पंचांग का उपयोग किया जाता है लेकिन अब पुलिस क्राइम को कंट्रोल करने के लिए पंचांग का सहारा लेगी. इस संबंध में पुलिस कमिश्नर द्वारा सभी थाना प्रभारियों को डिजिटल कलेंडर सेंड किया गया है. अफसरों का निर्देश मिलने के बाद थाना प्रभारी एक्टिव हो गए हैं.

कराई जाएगी क्राइम मैपिंग
पुलिस ने रात के अंधेरे में होने वाले क्राइम पर अंकुश लगाने के लिए जारी सर्कुलर में आदेश दिया है कि थाना प्रभारी हिंदू पंचांग की अमावस्या आने की डेट से एक सप्ताह पहले और सप्ताह बाद विशेष सतर्कता रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस दौरान होने वाली क्राइम की वारदातों की मैपिंग कराई जाएगी ताकि क्राइम को कंट्रोल किया जा सके।

पंचांग की भेजी है कॉपी
पुलिस ने सर्कुलर के साथ हिंदू पंचांग की कॉपी भी सभी अफसरों को भेजी है, ताकि उन्हें पता रहे कि अमावस्या कब पड़ रही है और कब ज्यादा क्राइम होंगे। पुलिस कमिश्नर डॉ। प्रीतिंदर सिंह की तरफ से जारी किए आदेश में साफ लिखा गया है कि हिंदू पंचांग के अंधेरे पक्ष यानी कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि के एक सप्ताह पहले और रात के समय अधिक घटनाएं होती हैं।

सर्कुलर से होगी प्लानिंग
जारी किए गए सर्कुलर के साथ अगस्त महीने का हिंदू पंचांग भी भेजा गया है, जिससे अफसरों को पता रहे कि अगस्त महीने में 16 तारीख और सितंबर और अक्टूबर की 14 तारीख को अमावस्या पड़ेगी। पंचांग भेजने के पीछे यह उद्देश्य है कि पुलिस अधिकारी पहले से अपने काम की प्लानिंग कर सकें।

क्राइमस्पॉट पर एक्टिव रहेगी पुलिस
प्रत्येक माह में कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को सिलेक्ट किया गया है। अमावस्या से 1 सप्ताह पहले और एक सप्ताह बाद रात में होने वाले क्राइम को क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (सीसीटीएनएस) और डायल 112 से सूचनाओं का मिलान कर क्राइम मैपिंग कराई जाएगी। ऐसी जगहों को सिलेक्ट किया जाएगा, जहां अमावस्या की तिथि के आसपास क्राइम हुआ है। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना क्षेत्रों में क्राइम मैपिंग के अनुसार हॉटस्पॉट पर फोर्स के साथ एक्टिव रहेंगे।

एसीपी भी रखेंगे रोजाना नजर
क्राइम मैपिंग के अनुसार क्षेत्र और समय सिलेक्ट करने के प्रोसेस के लिए तकनीकी सेवाएं इकाई एसओपी तैयार की गई है। इस संबंध में पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग भी दी गई है। अमावस्या के आसपास रात में गश्त के लिए ज्यादा से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। क्षेत्र के एसीपी भी नजर रखेंगे।

पुलिस नोट करेगी क्राइम की डेट और समय
अतिसंवेदनशील इलाकों को क्लस्टर में बांटकर गश्त करवाई जाएगी। इनकी भी ड्यूटी रात में लगे उन्हें उस इलाके में हुईं घटनाओं, उनकी तारीख, समय और घटनाओं के तरीके की पूरी जानकारी दी जाएगी। 112 यूपी की पीआरवी के रूट चार्ट को भी इसी आधार पर तैयार किया जाए। पिकेट और पट्रोलिंग ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों की चेकिंग के लिए रोस्टरवार ड्यूटी लगाई जाएगी।


पुलिस ने रात के अंधेरे में होने वाले क्राइम को रोकने के लिए सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट किया गया है। पंचाग की अमावस्या से एक सप्ताह पहले और एक सप्ताह बाद विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इस बीच होने वाली वारदातों की क्राइम मैपिंग कराई जाएगी।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, पुलिस कमिश्नर

Posted By: Inextlive