आगरा. निकाय चुनाव से शहरवासियों ने हमेशा दूरी बनाए रखी. पिछले दो निकाय चुनाव के आंकड़े कुछ इसी ओर इशारा करते हैं. वर्ष 2012 के निकाय चुनाव में वोटिंग परसेंट 36.13 रहा तो वर्ष 2017 के निकाय चुनाव में 40.21 परसेंट रहा. ऐसे में इस बार शहरवासियों को इन आंकड़ों को पीछे छोड़ते हुए नया रिकॉर्ड बनाना है.

विधानसभा चुनाव में फस्र्ट डिवीजन
निकाय चुनाव में वोटिंग से दूरी बनाने वाले शहरवासियों ने विधानसभा में जमकर वोटिंग की। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में जहां 63.78 परसेंट मतदान हुआ तो वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में 60.23 परसेंट वोट पड़े। वहीं वर्ष 2017 में यही मतदान प्रतिशत घटकर 40.21 फीसद हो गया। वर्ष 2012 में महज 36.13 फीसदी ही मतदान हुआ।

24 परसेंट का अंतर
नगर निगम क्षेत्र में 14.49 लाख मतदाता शहर की सरकार चुनेंगे। जिले में नगर पंचायतों और नगर पालिकाओं को मिलाकर 16.50 लाख वोट डालेंगे। बीते दो चुनावों में नगर निगम क्षेत्र में मतदान बेहद कम हुआ, जबकि विधानसभा चुनाव में 24 फीसद से ज्यादा का अंतर आया।

वर्ष 2017 में निकाय चुनाव की स्थिति
1706 कुल नामांकन किए गए
19 नामांकन रद्द कर दिए गए थे
160 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस लिए
20 नामांकन मेयर पद के लिए किए गए
4 मेयर पद के नामांकन रदद किए गए
3 मेयर पद के उम्मीदवारों ने नामांकन वापस लिए
751 नामांकन पार्षद पद के लिए किए गए
5 पार्षद पद के नामांकन कैंसिल हुए
42 पार्षद पद के नामांकन वापस लिए गए


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वर्ष 2017 में जिले में हुआ मतदान (प्रतिशत में)
नगर निगम, 40.06
नगर पंचायत जगनेर, 81.59
नगर पंचायत किरावली, 69.79
नगर पंचायत खेरागढ़, 65.06
नगर पंचायत स्वामीबाग, 62.33
नगर पंचायत पिनाहट, 60.85
नगर पंचायत फतेहाबाद, 55.6
नगर पालिका परिषद शमसाबाद, 71.41
नगर पालिका परिषद एत्मादपुर, 69.32
नगर पालिका परिषद अछनेरा, 65.56
नगर पालिका परिषद फतेहपुरसीकरी, 64.11
नगर पालिका परिषद बाह, 63.45

Posted By: Inextlive