शहर में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है. वार्ड में अंधेरा छाया हुआ है. खराब स्ट्रीट लाइट को ठीक करने जो कर्मचारी आते हैं वह सिर्फ प्लास लेकर आते हैं. तार और स्विच कुछ भी उनके पास नहीं होता. ये सब हम देते हैं. सोमवार को नगर निगम का सदन स्ट्रीट लाइट की समस्या पर गरमा गया. सभी पार्षदों ने एक सुर में स्ट्रीट लाइट की समस्या को लेकर जिम्मेदारों को कठघरे में खड़ा किया.


आगरा(ब्यूरो)। वार्ड 62 सरला बाग से पार्षद भरत शर्मा ने बैग में से स्विच निकालकर सदन में दिखाए। कहा कि ईईएसएल के कर्मचारी क्षेत्र में लाइट ठीक करने आते हैं तो उनके पास कोई संसाधन नहीं होते। कर्मचारी कहते हैं कि उनके पास सिर्फ प्लास है। वायर और स्विच पार्षद को प्रोवाइड कराने होते हैं। इसलिए मैं तो बैग में ये स्विच लेकर ही घूमता हूं। स्ट्रीट लाइट की समस्या का सभी पार्षदों ने एक सुर में समर्थन किया। इस पर मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह ने 15 दिन में स्ट्रीट लाइट्स की मरम्मत के निर्देश दिए।

क्यों नहीं दे सकते एमबी की जानकारी
पार्षद हेमंत प्रजापति ने आरटीआई के जरिए माप पुस्तिका (मेजरमेंट बुक) की सर्टिफाइड कॉपी नहीं उपलब्ध कराने को लेकर सवाल पूछा। जिस पर निगम अधिकारियों ने आरटीआई एक्ट का हवाला दिया। नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने मात पुस्तिका की कॉपी पार्षदों को उपलब्ध कराने को लेकर विधिक राय लेने की बात कही।

म्यूटेशन फीस में बढ़ोत्तरी का विरोध
नगर निगम में प्रॉपर्टी के म्यूटेशन शुल्क में बढ़ोत्तरी का पार्षदों ने विरोध किया। जिसमें प्रॉपर्टी के लिए म्यूटेशन फीस सर्किल रेट का एक परसेंट वसूलना प्रस्तावित थी, जिस पर सदन की सहमति नहीं बन पाई। इसके साथ ही शहर में रूफ टॉप होर्डिंग्स का मुद्दा सदन में उठा। इसमें पार्षदों ने नगर निगम अधिकारियों से शहर में रूफ टॉप होर्डिंग्स की संख्या, उनसे प्राप्त होने वाले राजस्व की जानकारी की। रू फ टॉप होर्डिंग्स के लिए एकमुश्त एरिया के हिसाब से वार्षिक चार्ज वसूलने का पार्षदों की ओर से प्रस्ताव रखा गया। शहर के संकरे क्षेत्रों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए हथठेलों की संख्या बढ़ाने की बात कही गई।

आवारा पशुओं पर जुर्माना राशि नहीं बढ़ सकी
सदन में आवारा पशुओं पर जुर्माना राशि बढ़ाने का प्रस्ताव पेश किया गया। जिसमें जुर्माना राशि 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार करने का प्रस्ताव था। इसका पार्षदों ने विरोध किया। कहा कि पशु पालक आर्थिक रूप से इतने सशक्त नहीं होते कि वह जुर्माना की राशि अदा कर सकें। जिस पर मेयर ने भैंस पर जुर्माना आठ हजार करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही गाय-बैल पर जुर्माना दो हजार रुपए किया गया। सदन अगली तारीख के लिए स्थगित कर दिया गया।

कई बार बनी हंगामे की स्थिति
नगर निगम में सदन की कार्यवाही के दौरान कई बार हंगामे की स्थिति बनी। पार्षद जरीना बेगम ने एक पुराने प्रस्ताव पर चर्चा की बात कही, जिसका अन्य पार्षदों ने विरोध किया। इसके बाद भी पार्षद अपनी बात कहती रहीं। वहीं कुछ पार्षदों में अपनी बात कहने का मौका नहीं मिलने को लेकर आक्रोश दिखा। पार्षद अमित दिवाकर ने नगर निगम अधिकारियों के फोन नहीं उठाने की बात कही। इस पर निगम अफसरों और पार्षद के बीच तीखी बहस भी हुई।

ईईएसएल ने लगाई है लाइट्स
शहर में करीब 65 हजार स्ट्रीट लाइट्स हैं। इनमें से करीब 23 हजार स्ट्रीट लाइट नगर निगम की हैं। शेष लाइट्स एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड(ईईएसएल) की ओर से लगाई गई हैं। सदन में पार्षदों ने कहा कि ईईएसएल कंपनी के कर्मचारी न सुनते हैं और न ठीक तरीके से व्यवहार करते हैं। नगर निगम अधिकारी भी कंपनी पर सख्ती दिखाने में बेअसर हैं।

रोड कटिंग की अनुमति का अधिकार निगम के पास रहे
रोड कटिंग का अधिकार नगर निगम के पास रहे। पार्षद हेमंत प्रजापति ने कहा कि रोड कटिंग का अधिकार जिला प्रशासन के अधिकारियों को दे दिया गया है। क्षेत्र में पेयजल की लाइन दुरुस्त करने के लिए जलकल को रोड की खोदाई करनी है। इसके लिए 15 दिन पहले अनुमति के लिए जिला प्रशासन को लेटर भेजा गया है। लेकिन अब तक अनुमति नहीं मिली है। इससे क्षेत्र में जन समस्याओं के समाधान में देरी हो रही है।

माइक ने बिगाड़ा मेयर का मूड
सदन की कार्यवाही के दौरान माइक में गड़बड़ी होने लगी। इसके चलते अफसरों और पार्षदों को अपनी बात कहने में दिक्कत हुई। इस पर मेयर ने सख्त रुख दिखाया। जिम्मेदारों को नोटिस जारी करने की बात कही।

इन प्रमुख प्रस्तावों पर लगी मुहर
- निगम परिसर की मुख्य बिल्डिंग के पीछे नया सदन कक्ष बनाया जाए। जिसमें करीब 300 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी।
- शहर में खंभों पर लगे केबिल और इंटरनेट वायर को हटाया जाए। प्राइवेट कंपनियों के अधिकारियों के साथ मीटिंग की जाए।
- बॉन्ड समिति में सिर्फ अधिकारियों को स्थान दिया गया है, इसमें मेयर या निर्वाचित सदन के सदस्यों को स्थान देने की मांग की। जिस पर नगरायुक्त ने इस मांग को शासन में भेजने की बात कही।
- पीपल मंडी में बनी पार्किंग को दोबारा शुरू कराया जाए। ये काफी समय से बंद पड़ी है।
- राजनगर लोहामंडी में जर्जर शौचालय को तोड़कर सामुदायिक भवन बनाने की मांग।
- नगर निगम की गाडिय़ों के मेटीनेंस पर हो रही गड़बड़ को रोका जाए।
- मनकामेश्वर मंदिर के आसपास सड़क निर्माण कराया जाएगा। जनसुविधाएं बढ़ाई जाएं।
- सभी वार्ड में सफाई कर्मचारियों की संख्या बराबर हो।
- 20 वर्ष से पुराने तालाब कब्जामुक्त कराए जाएंगे
- फतेहाबाद रोड पर पेड़ का कटान करने की होगी जांच
- रूफ टाप पर विज्ञापन के शुल्क निर्धारण को क्षेत्रवार बनेंगी श्रेणी
- जनकपुरी के लिए लगें रंगी लाइटें, निगम को भी सजाया जाए
- मुकुट शोभायात्रा के लिए धनराशि एक लाख से डेढ़ लाख किए जाने पर सहमति नहीं बनी
- जोन कार्यालय पर ङ्क्षसगल ङ्क्षवडो से गृह कर, पानी, सीवर टैक्स होगा जमा


ये रहे मौजूद
मेयर हेमलता दिवाकर कुशवाह, नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल, अपर नगरायुक्त एसपी सिंह, अपर नगरायुक्त विनोद गुप्ता, चीफ इंजीनियर बीएल गुप्ता, पार्षदगण रवि बिहारी माथुर, राकेश जैन, शरद चौहान, मिथलेश मौर्य, जरीना बेगम, प्रकाश केशवानी, बंटी माहौर, सुनील शर्मा, सुहैल कुरैशी, यशपाल सिंह, गौरव शर्मा आदि।

Posted By: Inextlive