आगरा. ब्यूरो अपनी कमाई के लिए कुछ लोग पूरी टूरिज्म इंडस्ट्री को बदनाम कर रहे हैैं. टूरिस्ट के आने को अपना मौका समझने वाले लोग उन्हें ठगने की कोशिश करते हैैं. फिलहाल तो लपकों को फायदा हो सकता है लेकिन आने वाले समय में यह आगरा की पूरी टूरिज्म इंडस्ट्री को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके परिणाम आने भी लगे हैैं. आगरा का टूरिज्म यूपी में सातवें नंबर पर पहुंच गया है.

यूपी टूरिज्म द्वारा 2022 में आए टूरिस्ट के आंकड़ों को जारी किया। इसके अनुसार आगरा से ज्यादा टूरिस्ट मथुरा, गोरखपुर जैसे अन्य छह शहर भी हैैं। यहां पर आगरा से ज्यादा टूरिस्ट आ रहे हैैं। पहले नंबर पर 7.6 करोड़ सैलानी के साथ वाराणसी पहले नंबर पर है। मथुरा में 6.52 करोड़ टूरिस्ट का पूरे साल में फुटफॉल है। प्रयागराज और अयोध्या भी आगरा से आगे निकल गए हैैं। इसके पीछे कारण आगरा में टूरिस्ट के साथ व्यवहार और प्रचार प्रसार की कमी है।
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने आगरा में टूरिस्ट के साथ होने वाले कमीशन के खेल पर कैंपेन संचालित किया। इसमें टूरिस्ट के साथ होने वाले विभिन्न तरीकों से हो रहे कमीशन के खेल को उजागर किया। सोमवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने लोगों की राय जानने के लिए गूगल सर्वे भी किया। इसमें ज्यादातर लोगों ने पाया कि कमीशन का खेल आगरा के टूरिज्म को नुकसान पहुंचा रहा है। सर्वे में 84 परसेंट लोगों ने माना कि टूरिस्ट्स के साथ गलत व्यवहार से शहर की छवि बिगड़ रही है। वहीं 80 परसेंट लोगों ने आगरा में टूरिस्ट की गिरावट के लिए ठगी को वजह माना। लोगों ने कहा कि शहर में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। इसके साथ ही लोगों ने जवाब दिया कि टूरिस्ट से होने वाली ठगी को रोकने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाने के लिए कहा। इसमें लपकों पर सख्त कार्रवाई करने, पर्यटकों से ठगी होते हुए देखने पर शहरवासियों को विरोध करने की सलाह दी। इसके साथ ही स्मारक, स्टेशन और बस स्टैंड पर टूरिस्ट हेल्प बनाने की भी सलाह दी गई।


होना चाहिए प्रचार-प्रसार
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राकेश चौहान बताते हैैं कि आगरा के टूरिज्म का प्रचार प्रसार नहीं किया जाता है। आगरा में कीठम जैसी रामसर साइट है। बटेश्वर घाट, शहर में प्राचीन महादेव के मंदिर हैैं। इन सबके बारे में कभी प्रचार नहीं किया गया। इस कारण भी यहां पर टूरिस्ट कम हो रहा है। आगरा आने के रास्तों में गेट बनाने चाहिए। लेजर फाउंटेन बनाना चाहिए। ताकि आगरा में नाइट टूरिज्म को बढ़ावा मिले लेकिन इन मांगों को कभी माना नहीं जाता है।

यूपी टूरिज्म द्वारा जारी किए गए आंकड़े
शहर साल 2022 में टूरिस्ट
वाराणसी - 7.16 करोड़
मथुरा- 6.52 करोड़
प्रयागराज - 2.60 करोड़
अयोध्या - 2.39 करोड़
गोरखपुर- 1.98 करोड़
झांसी - 1.65 करोड़
आगरा - 1.01 करोड़
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टूरिस्ट के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए। जो लोग टूरिस्ट को ठगने का काम करते हैैं उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
- तेजवीर सिंह, होटल संचालक

पर्यटकों के साथ ईमानदारी से व्यापार करना चाहिए। कमीशन लेने से टूरिस्ट के साथ नाइंसाफी होती है। इससे उनकी जेब पर असर पड़ता है।
- राम प्रवेश, पब्लिक

रेलवे स्टेशन, बस स्टैैंड पर टूरिस्ट के लिए प्रमुख इमारतों पर जाने के लिए किराए की लिस्ट लगानी चाहिए। इससे टूरिस्ट और ऑटो व टैक्सी चालकों को भी फायदा होगा।
- धीरू

आगरा के टूरिज्म का प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है। आगरा में टूरिज्म के कई स्पॉट हैैं इनका भी प्रचार होना चाहिए। टूरिस्ट के साथ ईमानदारी से व्यवहार करना चाहिए।
- राकेश चौहान, प्रेसिडेंट, होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन

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सोशल मीडिया पर आए कमेंट्स

टूरिस्ट के लिए स्टैैंडर्ड रेट की लिस्ट लगाई जानी चाहिए। इससे टूरिस्ट के साथ हो रहा कमीशनबाजी का खेल रुकेगा।
- सिद्धार्थ, ट्विटर

किसी भी जगह पर जहां ग्राहकों के साथ ठगी की जाए, उस जगह पर ग्राहक आना बंद कर देता है। ऐसा नहीं करना चाहिए।
- गुंजन, फेसबुक

अतिथि भगवान के स्वरूप होता है। लेकिन अतिथि के साथ ऐसा दुïव्र्यवहार करना ठीक नहीं है। इससे इंडस्ट्री को नुकसान होगा।
- हरप्रीत, ट्विटर

टूरिज्म अतिथि सत्कार का क्षेत्र है। इसमें सभ्यता का परिचय देना चाहिए। टूरिज्म के सेक्टर में फेयर प्ले होना चाहिए।
- आशुतोष, ट्विटर

Posted By: Inextlive