आगरा. ताजनगरी कोल्ड स्टोरेज के लिए फेमस है. लेकिन यह इंडस्ट्री भी समय की मार झेल रही है. आलू पर निर्भर कोल्ड स्टोरेज इंडस्ट्री को अब फूड प्रोसेसिंग की डोज की जरूरत है. इन दिनों फ्रूट और सब्जियों का पल्प फ्रोजन सब्जियों की बाजार में डिमांड बढ़ रही है. यदि कोल्ड स्टोरेज इंडस्ट्री इस ओर अपने हाथ बढ़ाए तो आगरा की इकॉनोमी को एक और ग्रोथ मिल सकती है. यह चर्चा शनिवार को होटल क्लार्क शिराज में फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशंस ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित दो दिवसीय ऑल इंडिया कोल्ड चेन सेमिनार के पहले दिन हुई. इसमें देशभर के कोल्ड स्टोरेज कारोबारी शामिल हुए.

पुराने ढर्रे को छोड़ नई सोच के साथ आगे बढ़ें
इस अवसर पर संस्था के पूर्व प्रेसिडेंट और वर्तमान नेशनल चैैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के प्रेसिडेंट राजेश गोयल ने कहा कि समय की मांग है कि पुराने ढर्रे को त्यागकर नई सोच के साथ शीत गृह स्वामी आगे बढ़ें। विकास चाहिए तो सिर्फ एक आलू के भंडारण पर ही निर्भर न होकर अन्य प्रजातियों और उत्पादों पर ध्यान देना होगा। साथ ही उर्जा संयत करने वाली नई तकनीक को अपनाना ही होगा। चीफ गेस्ट केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो। एसपी सिंह बघेल ने सेमिनार में लगी एग्जीबिशन का उद्घाटन किया। एग्जीबिशन में 75 से 80 देशी- विदेशी स्टॉल लगाई गई हैं। स्पेशल गेस्ट किर्लोस्कर समूह के सीईओ अमन किर्लोस्कर, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री राकेश गर्ग, फेडरेशन ऑफ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशंस ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आशीष गुरु, सचिव मुकेश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष हसमुख गांधी, किर्लोस्कर ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट संजय ग्रोवर और राष्ट्रीय उद्यान विभाग के पूर्व निदेशक आरके शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर सेमिनार का शुभारंभ किया।

शीत गृहस्वामी बोले, फूड प्रोसेसिंग है अच्छा विकल्प

कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में कोल्ड स्टोरेज के साथ फूड प्रोसेसिंग का कारोबार कर रहे हितेन सूरी ने एक उत्पाद से आधा दर्जन से अधिक उत्पादन करने की तकनीक पर अपनी राय रखी। उन्होंने बताया जो सेब बेकार समझकर फेंक दिया जाता था उसी सेब से वे जूस, चिप्स, ब्यूटी प्रोडक्ट जैसे उत्पाद बना रहे हैं। मध्य प्रदेश से आए अजीत वाधवानी ने कहा कि गाजर और चुकंदर का स्टोरेज शीत गृह के लिए एक अच्छा विकल्प आज बन चुका है। आलू के साथ भी इसका स्टोरेज हो सकता है। बस एयर गेप को ध्यान में रखना चाहिए।

यू ट्यूबर भड़का रहे किसानों को
फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद अग्रवाल ने कहा कि आज किसान और शीत गृह स्वामियों के मध्य यू ट्यूबर खाई बढ़ाने का काम कर रहे हैं। वीडियो के माध्यम से भ्रामक स्थिति बनाते हैं। जबकि आज अकेले यूपी में 2300 से अधिक शीत गृह हैं। इसी एक वर्ष में 50 से अधिक नए शीत गृहों का निर्माण हुआ है।

प्रदेश में जल्द शुरू होगी टेस्टिंग लैब
अरविंद अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में जिस क्षमता से आलू उत्पादन होता है उसको देखते हुए यहां टेस्टिंग लैब होना अति आवश्यक हो चुका है। फेडरेशन की ओर से सरकार को प्रस्ताव दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस प्रस्ताव को संज्ञान में भी लिया है। आगरा में इस प्रस्ताव को मूर्त रूप दिया जा सकता है।

नई तकनीक की गई साझा
सेमिनार के दूसरे सत्र में किर्लोस्कर ग्रुप के सीईओ अमन किर्लोस्कर सहित विभिन्न कंपनियों ने नए उपकरणों की जानकारी दी। अमन किर्लोस्कर ने कहा कि नये कंप्रेशर कम से कम बिजली खपत करते हैं। वहीं राष्ट्रीय उद्यान विभाग के पूर्व निदेशक आरके शर्मा ने कहा कि कोरोना काल से निपटने के लिए कोरोना वैक्सीन को स्टोर करने में शीत गृहों ने अहम भूमिका निभाई है।

इनका किया गया सम्मान
सेमिनार के पहले दिन राष्ट्रीय उद्यान विभाग के पूर्व निदेशक को महेंद्र स्वरूप मेमोरियल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। उद्योग कीर्ति सम्मान आशीष गुरु और हसमुख जैन गांधी को दिया गया। उद्योग रत्न सम्मान विवेक साव्ला, किरन गुब्बा, मानव सूरी, आदित्य झुनझुनवाला, यश कुमार, विपिन दीक्षित, कमल नयन फतेहपुरिया को दिया गया। यंग एंटरप्योनोर अवॉर्ड अनन्या अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल, एक्सीलेंस अवॉर्ड अमर मित्तल, राजीव कंसल, जनार्दन साहू, अजीत वाधवानी, प्रविंद्र यादव, अनिल बंसल, राजन सिंह, टीएस अशोक, माधव गोयल, नमित कुमार, वीरेंद्र राय, राजेश अरोड़ा, बलदेव राज सेठी, रोहन कुशवाह, अतुल मित्तल, तृप्ति सिंह, अजय गुप्ता को दिया गया।


अब कोल्ड स्टोर को अपग्रेड करने का वक्त है। हम अपने यहां पर पालक की प्यूरी बनाकर मार्केट में सप्लाई कर रहे हैैं। इसी तरह से सब्जियों को फ्रॉजन करके बाजार में सप्लाई किया जा रहा है।
- राजकिशोर केंढे, शीतगृह स्वामी, पुणे

अब केवल स्टोरेज का वक्त गया। अब हमें नए विकल्प तलाशने होंगे। अब फूड प्रोसेसिंग का जमाना है। केले की स्मूदी बनाकर हम सप्लाई कर रहे हैैं। इसके साथ ही मेकअप कंपनियां हमसे फलों का डिहाइड्रेट पावडर ले रही हैैं।
- हितिन सूरी, शीतगृह स्वामी, पंजाब

समय की मांग है कि पुराने ढर्रे को त्यागकर नई सोच के साथ शीत गृह स्वामी आगे बढ़ें। विकास चाहिए तो सिर्फ एक आलू के भंडारण पर ही निर्भर न होकर अन्य प्रजातियों और उत्पादों पर ध्यान देना होगा।
- राजेश गोयल, प्रेसिडेंट, एनसीआईसी

Posted By: Inextlive