यहां 11 दिन में कैसे पूरा होगा 45 दिन का काम
AGRA: मुख्यमंत्री शायद ही ताजगंज प्रोजेक्ट का निर्धारित तिथि को उद्घाटन कर पाएंगे। ताजगंज प्रोजेक्ट में अभी करीब डेढ़ महीने का काम बाकी है जिसे पर्यटन विभाग में 11 दिनों में निपटाने का पूरा जोर लगा रखा है, लेकिन विभाग का ही मानना है कि 6 अक्टूबर तक काम पूरा नहीं हो पाएगा। अभी ताजमहल के एंट्री गेट की स्थिति देखी जाए तो सिर्फ दक्षिण गेट ही है जो लगभग पूरा हो चुका है जबकि पूर्वी और पश्चिमी गेट पर काफी काम बाकी है। पूर्वी गेट की तरफ बने पाठक प्रेस के आस-पास काम पूरा पेंडिंग है जो किसी भी हालत में निर्धारित समय पर पूरा नहीं हो सकता। ऐसे में संभावना जताई जा रही है उद्घाटन की निर्धारित तिथि आगे खिसकाई जा सकती है, वहीं 29 सितंबर को पर्यटन संयुक्त सचिव पीके सिंह भी प्रोजेक्ट का दौरा कर रहे हैं। फिलहाल सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट धीमी निर्माण गति के कारण लटका पड़ा हुआ है।
न पोल्स लगे और न जालियांवीआईपी गेट माना जाने वाला पूर्वी गेट पर फिनिशिंग का काफी काम बाकी है। यहां कुछ जगहों पर न तो पोल्स लगे हैं न ही पौधों को बचाने वाली जालियां लगीं हैं। वॉक-वे पर लगने वाली कई जालियां लगना तो दूर, अभी तक कलर भी नहीं हुई है।
कटिंग की धूल से परेशान पर्यटक
पश्चिमी गेट में हालात और भी बदतर हैं। यहां कुछ जगह पर पत्थरों की जड़ाई का काम भी पूरा नहीं हो पाया है। पत्थर की कटिंग से उड़ती धूल से पर्यटकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पर्यटकों को मास्क या रूमाल लगाकर निकलना पड़ रहा है। इससे वह एक अलग ही छवि अपने साथ लेकर अपने देशों में जा रहे हैं। वहीं नीम तिराहे के पास एएसआई के बनाए गए ड्रेनेज सिस्टम को भी दुरस्त नहीं किया गया है। इस कारण जलभराव की समस्या क्षेत्र में जस की तस बनी हुई है। पाठक प्रेस में पार्किंग का काम भी अधूरा पूर्वी गेट के पास पाठक प्रेस में पार्किंग और ग्रीनरी के लिए तैयार किया जा रहा परिसर का काम अभी सिरे ही नहीं चढ़ पाया है। वर्किंग साइट को देखा जाए तो देख को अंदाजा लगाना मुश्किल है कि यहां क्या बनना है। यहां काम कर रहे कारीगरों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा लगातार प्रेशर बनाया जा रहा है, लेकिन पत्थर की कटिंग आदि के काम में ही वक्त लगना है। वाटर स्टोरेज टैंक नहीं बनावॉटर स्टोरेज के लिए अंडर ग्राउंड टैंक बनाया जाना प्रस्तावित था अभी तक अपना अंतिम रूप भी न ले सका। कई जगहों पर नोटिस बोर्ड लगाने थे, उनका भी अभी तक सिर्फ फाउंडेशन ही तैयार हो रहा है। जमीन पर लगे सैंड स्टोन ब्लॉक्स के कई हिस्सों पर साफ-सफाई बाकी है। सैंड स्टोन की सफाई के चलते पूर्वी गेट तक जगह-जगह सड़कों पर भी रुकावट है।