नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारी में जुटा हुआ है. इसके लिए डाटा फीडिंग का काम पूरा किया जा चुका है. अब पब्लिक से ऑनलाइन फीडबैक लिया जा रहा है. मार्च के दूसरे सप्ताह में केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय की टीम शहर में आएगी. यहां दो सप्ताह तक स्टे कर विभिन्न बिन्दुओं पर पड़ताल करेगी. इसके लिए नगर निगम उन बिन्दुओं के दुरुस्तीकरण की तैयारी में जुटा हुआ है.


आगरा। सिटी के 100 वार्डों में से 50 वार्डों में कूड़ा कलेक्शन का काम शुरु हो गया है। स्वच्छ कॉरपोरेशन कंपनी डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम किया जा रहा है। इसके लिए नाइट स्वीपिंग भी शुरु की गई है। शुरुआत में 25 वार्डों में इसकी शुरुआत की गई थी।


इन बिन्दुओं पर टीम करेगी पड़ताल
- जनुसविधा का सर्विस लेवल
- सिटीजन इंगेजमेंट
- इनोवेशन एंड वेस्ट प्रैक्टिस
- डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन
- सिटी को गारबेज फ्री बनाने के बिन्दु
- सीवर समस्या
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
- गारबेज निस्तारण
- पेयजल आपूर्ति
- डिजिटल माध्यम से जनसुविधा
- ओडीएफ की स्थिति
- सिटी में ड्रेनेज सिस्टम
- कूड़ा निस्तारण में मशीनों का उपयोग
- ड्रेनेज ट्रीटमेंट कार्य

इन नए बिन्दुओं पर किया जा रहा कार्य
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में टॉप टेन रैंक पाने के लिए नगर निगम द्वारा कई बिन्दुओं पर काम किया जा रहा है। इनमें वेस्ट -टू एनर्जी प्लांट पर काम चल रहा है। इसके लिए स्पाक वर्जन कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा 4.75 करोड़ की लागत से सी एंड डी प्लांट तैयार किया जा जा रहा है। इसके अलावा 5 एमटी का एक छोटा सी एंड डी प्लांट शुरु किया जा चुका है। इसके लिए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन किया गया है। इस बार स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में 7500 अंक निर्धारित किए गए है। डे्रन पर बबल बैरियर लगाया गया है। इससे प्लास्टिक के कचरे को रोका जा सके।

शहर में निकलता है 800 एमटी गारबेज
सिटी में हर रोज 750-800 एमटी गारबेज निकलता है। इसे 6 ट्रांसफर स्टेशन पर ले जाकर गीला-सूखा कूड़ा अलग किया जाता है। 12 नए ट्रांसफर स्टेशन बनाने के लिए एक कंपनी से करार किया गया है।
टॉप-टेन रैंक पाने को ये हो रहा काम
- शहर में सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
- कूड़ा अलग-अलग इक_ा हो इसके लिए डस्टबिन बांटे जा चुके हैं।
- तीन रंग के डस्टबिन में गीला, सूखा और संक्रमित कूड़ा एकत्रित किया जा रहा
- इसे कुबेरपुर लैंडफिल साइट पर भेजा जाता है।
- कुबेरपुर लैंडफिल साइट पर तीन प्लांट लगे हुए हैं।
- 100 वार्डों में कूड़ा कलेक्शन और उठान की स्थिति की जिम्मेदारी जेएडएसओ, सेनेटरी सुपरवाइजर, सेनेटरी इंस्पेक्टर, जोनल सेनेटरी ऑफिसर को दी गई है।
- फल और फूलों के कचरे से आर्गेनिक खाद तैयार की जा रही है।
है।
- हर वार्ड में रिक्शों का वितरण कराया जा चुका है
- किस वार्ड में कितने कर्मचारी हैं सेनेटरी इंस्पेक्टर से रिपोर्ट ली जा रही है।

गत वर्षों में ये रही रैंकिंग
स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में आगरा 24 वें स्थान पर रहा था, जबकि 2020 के स्वच्छ सर्वेक्षण में 16 वें स्थान पर रहा। वर्ष 2019 में 82 वें स्थान पर रहा था। वर्ष 2018 में 102 वीं रैंकिंग प्राप्त हुई थी। वर्ष 2017 में 263 वीं रैंक और वर्ष 2016 में 558 वीं रैंक प्राप्त हुई थी।

ये करते हैं प्रतिदिन 100 किग्रा। से कम गारबेज
- हाउस होल्ड
- दुकानें
- स्ट्रीट मार्केट
- छोटे कार्यालय
- सब्जी मार्केट
- मन्दिर
- मार्केट
इन स्थानों से निकला है 100 किग्रा। से ज्यादा गारबेज
- पेठा इंडस्ट्रीज
- शू इंडस्ट्रीज
- कोल्ड स्टोरेज
- अपार्टमेंट ग्रुप हाउसिंग
- बड़े होटल रेस्टोरेंट
- मैरिज होम
- हॉस्टल
- नर्सिग होम व हॉस्पिटल

वर्जन
डाटा फीडिंग का काम पूरा हो चुका है। अब ऑनलाइन पब्लिक का फीडबैक लिया जाएगा। केंद्रीय टीम तीन बिन्दुओं पर भौतिक सत्यापन करेगी। हम उन बिन्दुओं पर काम कर रहे हैं। -केके पांडे, प्रोजेक्ट मैनेजर, स्वच्छ भारत मिशन

Posted By: Inextlive