आगरा: राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में शुक्रवार को तमाम अव्यवस्थाएं मिलीं. कमरों में गंदगी तो थी ही. यहां कैंची और बेल्ट भी मिली. पूर्व में निरीक्षण के दौरान निर्देश देने के बाद भी रोटी बनाने की मशीन की मरम्मत नहीं कराई गई थी.


कैमरों के मॉनीटर बंद मिले
मलपुरा स्थित सिरौली स्थित बाल संप्रेक्षण गृह शुक्रवार को जिला जज विवेक संगल ने आश्रय गृह समिति के सदस्यों के साथ निरीक्षण किया। किशोरों के कमरों से दुर्गंध आ रही थी। दीवारों पर गुटके की पीक थी। ऑनलाइन और आफलाइन सीसीटीवी कैमरों के अधिकांश मानीटर बंद थे। बिजली आपूर्ति नहीं थी। प्रभारी अधीक्षक से पूछने पर बताया कि सभी छह इनवर्टर खराब हैं। किशोरों ने बताया कि मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं दिया जाता। गर्म पानी दिया जाता है जो फिल्टर नहीं होता.यहां के बाद जिला जज और समिति के सदस्य शिशु गृह पहुंचे। यहां कई महीनों से बाल रोग चिकित्सक तैनात नहीं होने की जानकारी मिली। मानसिक स्वास्थ्य संस्थान और चिकित्सालय के निरीक्षण में साफ-सफाई की व्यवस्था और मरीजों को दिया जाने वाला भोजन सही मिला.निरीक्षण के दौरान आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्ष नसीमा खानम, शिप्रा आर्य, कनिष्क ङ्क्षसह, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव डॉ। आनंद दिव्यानंद द्विवेदी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मृत्युंजय कुमार, गरिमा सक्सेना और जिला प्रोबेशन अधिकारी ऋषि कुमार आदि साथ रहे।

Posted By: Inextlive