अभियान: जलभराव करा देता है छुट्टïी
आगरा(ब्यूरो)। यहां पर पानी भरने के बाद में घंटों तक जमा रहता है। बारिश होने का मतलब है घरों में कैद हो जाना। इसके बाद न तो घर का सामान लेने के लिए बाहर जा सकते हैैं। रैनी डे होने पर आगरा के कई इलाके के लोगों को ऑफिस, स्कूल आदि की छुट्टïी ही करनी पड़ जाती है।
हर साल का यही रोना
आगरा में जलभराव की समस्या हर साल की है। बारिश होने पर राहत मिल जाए ऐसा काफी मुश्किल होती है। आगरा के मदिया कटरा, नाला काजीपाड़ा, नाला कंसखार, बेलनगंज, राधा नगर, बाईंपुर, केक नगर, कैलाशपुरी, बिल्लोचपुरा, जगदीशपुरा, प्रभु नगर, नगला पदी, बोदला, खतैना, विजय नगर, बल्केश्वर सहित कई इलाकों में जलभराव हो जाता है। इससे क्षेत्रीय लोगों को काफी परेशानी होती है। नाला काजीपाड़ा निवासी बैजनाथ प्रसाद बताते हैैं कि उनके क्षेत्र में तो आधा घंटा ही बारिश हो जाए तो दो से तीन घंटे तक पानी जमा रहता है। इस स्थिति में हम घर में ही कैद हो जाते हैैं। बच्चों को स्कूल जाना हो या ट्यूशन सबको छुट्ट करनी पड़ती है। हमें खुद घर में ही कैद होकर रहना पड़ता है।
बंद करना पड़ता है प्रतिष्ठान
बिजलीघर निवासी जितेंद्र कुमार बताते हैैं कि उनके यहां तो 15 मिनट की ठीक-ठाक बारिश हो जाए तो ही हम घरों में कैद हो जाते हैैं। यदि बारिश सुबह-सुबह आ गई तो उस दिन प्रतिष्ठान ही बंद करना पड़ जाता है। एक बार घर से बाहर निकल गए और बारिश हो गई तो घर में तब तक नहीं आ पाते जब तक पानी न निकल जाए।
बारिश होने पर हम सब घरों में कैद हो जाते हैैं। घर के बच्चों को स्कूल व ट्यूशन की छुट्टïी करनी पड़ जाती है। हमारे लिए बारिश आफत लेकर आती है।
- बैजनाथ प्रसाद, नाला काजीपाड़ा हमारे क्षेत्र में बारिश होने पर जलभराव हो जाता है। यदि हम घर से बाहर हैं और बारिश हो जाए तो हम अपने घर तब तक नहीं जा पाते जबतक पानी न निकल जाए।
-जितेंद्र कुमार, बिजलीघर रैनी डे वाले दिन तो ऑफिस की छुट्टïी करनी पड़ जाती है। बारिश होने पर घर के बाहर पानी भर जाता है। ऐसे में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
- कपूरंचद, बेलनगंज बारिश केवल फिल्मों में ही अच्छी लगती है। हमारे यहां तो बारिश मानो आफत। घर के रास्ते में जलभराव हो जाता है। कोई जरूरत का सामान लाना हो तो वो भी अवॉइड करना पड़ता है।
- हितेश सोनकर, नाला कंसखार
शहर में नाला सफाई का कार्य तेजी से हो रहा है। 85 परसेंट से अधिक सफाई हो चुकी है। मॉनिटरिंग भी की जा रही है। अंडरग्राउंड नालों की भी सफाई मशीन से की जा रही है।
- सुरेंद्र प्रसाद यादव, अपर नगरायुक्त, नगर निगम आगरा
02 घंटे तक करना पड़ता है पानी निकलने का इंतजार
400 के करीब नाले हैैं आगरा में
--------------- यहां हो जाता है जलभराव
- मदिया कटरा
- नाला काजीपाड़ा
- नाला कंसखार
- बेलनगंज
- राधानगर
- बाईंपुर
- केके नगर
- कैलाशपुरी
- बिल्लोचपुरा
- जगदीशपुरा
- प्रभु नगर
- विद्यानगर
- नगला पदी
- नाला खिड़की काले खां
- डेरा सरज
- बोदला
- खतैना
- विजय नगर वाल्मीकि बस्ती
- लंगड़े की चौकी
- बल्केश्वर