अभियान: पता है खतरा, पर करें भी तो क्या, फुट ओवर ब्रिज नहीं होने से लोगों को खतरे में डालनी पड़ती है जान
आगरा(ब्यूरो)। हाल ही में आईएसबीटी के पास फ्लाईओवर का निर्माण कराया गया। पैदल राहगीरों को ध्यान में रखते हुए अंडरपास का भी निर्माण कराया गया। लेकिन, बावजूद इसके रोज हजारों की संख्या में लोग हाईवे क्रॉस करके ही आईएसबीटी तक पहुंचते हैं। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह है अंडरपास का लोगों की एप्रोच से दूर होना। अगर कोई मथुरा की ओर से आ रहा है तो वाहन उसे आईएसबीटी के सामने हाईवे की अपोजिट लेन में छोड़ेगा। यहां से पैसेंजर के पास जो सेफ ऑप्शन है, वह है कि आगे चलकर अंडरपास से यूटर्न लेकर वह आईएसबीटी की ओर आए। लेकिन ये पैदल राहगीर के लिए काफी दूर पड़ता है। इसके चलते लोग हाईवे क्रॉस करने को मजबूर होते हैं।
जान का खतरा अधिक
हाईवे क्रॉस करने में राहगीर के खतरा अधिक है। आगे फ्लाईओवर बना हुआ है। इसकी ढलान से आने वाले वाहनों की रफ्तार अधिक होती है, इसी के साथ गुरुद्वारा गुरु का ताल की ओर से आने वाले वाहन भी तेज स्पीड में आते हैं। इसके चलते कई बार यहां हादसे भी हो चुके हैं। कुछ दिनों तक ट्रैफिक पुलिस की सक्रियता रहती है, लेकिन इसके बाद फिर से हालात पुराने ढर्रे पर लौट जाते हैं।
एफओबी की जरूरत
एनएचएआई की ओर से हाईवे पर जगह-जगह एफओबी का निर्माण कराया गया है। लेकिन आईएसबीटी पर ये नहीं कराया गया। अधिकारियों का कहना है कि यहां अंडरपास का निर्माण कराया गया है। इसके चलते यहां एफओबी का निर्माण नहीं कराया जा सकता। जबकि अंडरपास दूर है, जिसके चलते लोग पैदल ही रास्ता क्रॉस करते हैं।
आईएसबीटी के सामने हमेशा हादसे का डर बना रहता है। राहगीर पैदल हाईवे क्रॉस करने को मजबूर होते हैं। दूर होने के चलते अंडरपास का इस्तेमाल नहीं होता है।
रमेश
हाईवे क्रॉस करने का खतरा हमेशा बना रहता है। लेकिन मजबूर राहगीर करें भी तो क्या? आईएसबीटी आने वाले पैसेंजर के लिए अंडरपास तक का रास्ता काफी दूर पड़ता है।
मुकेश
आईएसबीटी पर तत्काल फुट ओवर ब्रिज की जरूरत है। जिससे यहां पैदल राहगीरों को राहत मिल सके। उन्हें हाईवे क्रॉस होकर नहीं जाना पड़े।
सतीश आईएसबीटी पर अंडरपास बनाया हुआ है। पैदल राहगीरों को इसका इस्तेमाल करना चाहिए। पुलिस का इसका सख्ती से पालन कराना चाहिए।
जगभूषण, मैनेजर, एनएचएआई