छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना के 14वीं पीढ़ी के वंशज गुरुवार को आगरा किले के सामने स्थित उनकी प्रतिमा का सात नदियों और 27 किलों के जल से अभिषेक करेंगे. इसके बाद महाराष्ट्र के लिए रवाना होंगे. 17 अगस्त 1666 को आगरा किले से औरंगजेब की कैद से मुक्त होकर छत्रपति शिवाजी जिस रास्ते से गए थे उसी मार्ग से ये गरुड़झेप मुहिम यात्रा 1250 किलोमीटर की दूरी तय कर महाराष्ट्र के राजगढ़ पहुंचेगी.


आगरा(ब्यूरो)। कोठी मीना बाजार मैदान के निकट स्थित सत्तोलाला फूड कोर्ट में बुधवार को कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि युवा पीढ़ी को महाराजा छत्रपति शिवाजी की वीरता, युद्ध कौशल और हिंदुत्व भावना से प्रेरित करने के लिए कोठी मीना बाजार में भव्य शिवाजी स्मारक के साथ करीब 100 फुट ऊंची शिवाजी प्रतिमा लगाई जाएगी।

कोठी मीना बाजार में बनेगा शिवाजी स्मारक

इसको लेकर शासन स्तर से प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही कोठी मीना बाजार में शिवाजी महाराज की प्रतिमा लगाकर इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। जो पर्यटक ताजमहल और आगरा किला देखने आते हैं, वह कोठी मीना बाजार में लगने वाली 100 फुट ऊंची छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा और स्मारक क्षेत्र का भी भ्रमण कर सकेंगे।

शहर में जगह-जगह होगा स्वागत
महाराज छत्रपति शिवाजी अपनी कार्य कुशलता युद्ध क्षमता और वीरता के बल पर औरंगजेब की कैद से मुक्त होकर आगरा से निकले थे। शिवाजी के सेनापतियों के 14 वें वंशज इस दिन को स्मृति दिवस के रूप में मना रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार को आगरा किले के सामने स्थित शिवाजी प्रतिमा स्थल से पुणे तक लगभग 1250 किलोमीटर की गरुड़झेप मुहिम यात्रा निकाली जाएगी। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि आगरा के सेवला जाट के पास सराय मलूक चंद नामक स्थान पर मशाल जुलूस का भव्य स्वागत किया जाएगा। यह स्थान इसलिए महत्वपूर्ण है कि शिवाजी महाराज आगरा से जाते समय एक रात विश्राम हेतु यहां रुके थे। छत्रपति शिवाजी महाराज गरुड़झेप मुहिम यात्रा का भव्य स्वागत आगरा की समर्थ गुरु रामदास एवं छत्रपति शिवराय प्रतिष्ठान संस्था द्वारा किया जाएगा। संस्था के अध्यक्ष डॉ। वात्सल्य उपाध्याय ने बताया कि हिंदुत्व की प्रेरणा देने वाले महान वीर शासक शिवाजी महाराज की स्मृति को जोडऩे वाली इस यात्रा का आगरा क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया जाएगा। मशाल जुलूस की भव्य अगवानी भी की जाएगी।


यात्रा से पूर्व दिखेगा शिवाजी का युद्ध कौशल सेनापतियों के वंशज दिखाएंगे करतब
गरुड़झेप मुहिम के अध्यक्ष महाराष्ट्र से आए मारुति गोले ने बताया कि 1250 किलोमीटर लंबी यात्रा को पूरा करने में लगभग 13 दिन का समय लगेगा। इस यात्रा में 1000 धावक 100 साइकिल सवार मशाल जुलूस के साथ शिवाजी महाराज को नमन करते हुए चलेंगे। यात्रा का शुभारंभ उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर करेंगे। उन्होंने बताया कि मराठी कलाकार प्राचीन युद्ध कला का प्रदर्शन कर उनके द्वारा दर्शाए और बताई गई युद्ध कला शौर्य प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इसके लिए महाराष्ट्र से सैकड़ों लोग ताजनगरी पहुंच चुके हैं। सराय मलूक चंद गांव में महाराष्ट्र के पुणे से लाई गई प्रतिमा का अनावरण कर इस ऐतिहासिक क्षेत्र को भविष्य में विकसित कर शिवाजी महाराज की स्मृतियों से जोड़ा जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रमोद पांडे, विजय गोयल, डॉक्टर सिमरन उपाध्याय, सियाराम प्रजापति, सुनील करमचंदानी आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive