रविवार को तेज आंधी और तूफान में पेट्रोल पंप का छज्जा गिरने से एक मासूम की मौत हो गई. पिता पेट्रोल पंप प्रबंधक पर लापरवाही का आरोप लगाया है वहीं घटिया गुणवत्ता से बने पेट्रोल पंप का निर्माण किसकी देख-रेख मेें किया गया यह अभी भी बड़ा सवाल बना हैं. बच्चे के पिता ने थाने में इस मामले की तहरीर दी है.


आगरा। मूल रूप से सादाबाद के बिसावर का रहने वाला दिलीप कुमार एक प्राइवेट नौकरी करता है। वर्तमान में वह अपने परिवार के साथ टेढ़ी बगिया में किराए पर रहता है। दिलीप के बेटे कृष्णा रैबीज का इंजेक्शन लगना था, जिससे रविवार को दिलीप उसे अपने साथ बाइक पर दिल्ली गेट आया था, इंजेक्शन के बाद रास्ते में पेट्रोल के लिए पंप पर रुका था, जहां आंधी, तूफान देख उसने बच्चे को पंप पर छज्जे के नीचे खड़ा कर दिया था।

बच्चे को गोदी में लेकर गिड़गिड़ता रहा दिलीप
तेज हवा से पेट्रोल पंप के ऊपर खड़ी चार इंच की दीवार के नीचे दबकर कृष्णा ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया, दुर्घटना के बाद बच्चे को गोदी में लेकर दिलीप पंप पर मौजूद कर्मचारियों से मदद की भीख मांगता रहा लेकिन कोई उसकी मदद को सामने नहीं आया।


पंप नहीं थे कोई इंतजाम
मृतक कृष्णा के पिता ने आरोप लगाया है कि पंप पर कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे, वहीं निर्माण कार्य की भी जांच कराने की मांग की है। थाना प्रभारी न्यू आगरा अरविंद निर्वाल का कहना है कि यह एक दुर्घटना है, पंप स्वामी अशोक द्वारा बच्चे को हॉस्पिटल लाया गया था।

Posted By: Inextlive