अब तो संभल जाओ, वरना ढूंढते रहे जाओगे अपनी 'लखटकियाÓ
नो पार्किंग में खड़े वाहनों पर लिया एक्शन
शहर में जाम और अतिक्रमण के चलते लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे मेें छोटी दूरी तय करने के लिए समय वाहन चालक जाम में फंसे रहते हैं। एमजी रोड और संजय प्लेस में अतिक्रमण के चलते शहर में जाम के हालात बने रहते हैं। समस्या को गंभीरता से लेते हुए ट्रैफिक पुलिस ने थाना पुलिस की मदद से वाहन चालकों पर कार्रवाई की। ट्रैफिक पुलिस ने जहां सड़कों पर अवैध रूप से खड़े होने वाहनों के चालान किए जा रहे हैं तो वहीं सड़कों पर लगने वाली ठेल, ढकेलों को हटाया गया है। नो पार्किंग में खड़े वाहन चालकों के खिलाफ एक्शन लिया गया।
क्रेन से खींच कर वाहनों को किया सीज
वरिष्ठ अधिवक्ता हेमंत भारद्वाज ने बताया कि रोड रेगुलेशन के तहत वैसे वाहन इनको सड़क के किनारे पार्क किया गया हो और उसमें चालक नहीं है, उसे क्रेन से खींचकर सीज किया जा सकता है। खींचे जाने वाले वाहन को किसी क्रेन या दूसरी गाड़ी पर किसी अन्य उपकरण द्वारा खींचा जाता है। हालांकि, वैसी गाडिय़ां जो खराब होने की वजह से सड़क पर खड़ी है, रजिस्टर्ड ट्रेलर या साइड कार, या डिलीवरी गाड़ी को इस नियम से बाहर रखा गया है।
अगर आपकी गाड़ी नो पार्किंग वाले एरिया में खड़ी है तो नियम के तहत चालान काटा जा सकता है। चालान राशि जगह के हिसाब से अलग-अलग हो सकती है, लेकिन आम तौर वर्तमान में 10 से अधिक टायर वाले भारी वाहनों पर 2 हजार रुपए भारी-मध्यम आकार और अन्य सभी वाणिज्यिक वाहनों के लिए एक हजार रुपए, चार पहिया वाहनों के लिए 500 रुपए और पार्किंग का उल्लंघन करने के लिए दोपहिया वाहनों के लिए 200 रुपए का शुल्क वसूला जाता है।
रोड से वाहन हटाने के लिए पुलिस का सहयोग किया जा रहा है। थाना पुलिस के सहयोग से संयुक्त रूप से कार्य किया जा रहा है। रूल्स को फॉलो नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अरुण चंद, पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक
नो पार्किंग में खड़ी गाड़ी में अगर कोई भी व्यक्ति मौजूद है तो उस गाड़ी को क्रेन से टो नहीं किया जा सकता है। अगर गाड़ी पार्क करने की वजह से समस्या आ रही हैं तो ट्रैफिक पुलिस पहले इसे हटाने के लिए कहेगी और फिर बाद में इस पर चालान काटा जा सकता है।
रवि चौबे, अधिवक्ता
रोड पर चलना मुश्किल हो गया है, अस्सी फिट चौड़ी रोड अतिक्रमण से तीस फिट की हो जाती है, ऐसे में वाहन चालकों को समस्या का सामना करना पड़ता है।
गोपाल शर्मा, पब्लिक
शहर मेें जाम एक बड़ी समस्या है, इससे निजात के लिए कई उपाय किए गए, लेकिन सब फेल रहे हैं। अगर प्लान सफल रहता है तो अच्छी बात है।
ज्ञान सिंह, अधिवक्ता