ईएमआई भी नहीं निकाल पा रहे टैक्सी चालक
टूरिस्ट्स के आने पर मिलता था रोजगार
3.5 से ज्यादा टूरिस्ट्स आते हैं आगरा हर साल 50 हजार करोड़ से ज्यादा का बिजनेस होता है टूरिज्म इंडस्ट्री से एक सीजन में 15 हजार से ज्यादा लोगों को होटल इंडस्ट्री से मिलता है रोजगार 40 हजार टूरिस्ट्स रोज आते थे ताज देखनेआगरा। ताजमहल सहित अन्य मॉन्यूमेंट्स के इस वक्त बंद होने से आगरा के हजारों लोगों का रोजगार भी ठप पड़ा हुआ है। आगरा टूरिज्म सिटी है और यहां पर हजारों लोगों को ताजमहल व अन्य मॉन्यूमेंट्स पर आने वाले टूरिस्ट्स से रोजगार प्राप्त होता है। लेकिन पिछले पांच महीनों से सब कुछ बंद होने के साथ ही आगरा के हजारों लोगों की आय का साधन भी बंद है। आगरा के टैक्सी चालक इन दिनों बेहद परेशान हैं। स्थिति कुछ ऐसी है कि न तो उनको घर खर्च चलाने के लिये कुछ मिल पा रहा है और न ही अपनी टैक्सी की ईएमआई भरने के लिये आमदनी हो रही है। ऐसे में आगरा के टैक्सी वाले टूरिज्म के खुलने की ही आस लगाए बैठे हैं।
हालत काफी खराबइस वक्त टैक्सी चालकों की हालत काफी खराब है। मुश्किल इस बात की है कि इस वक्त ईएमआई निकालना तक मुश्किल हो रहा है। राम सिंह ने पिछले साल ही टैक्सी खरीदी थी और उसने इसे ईएमआई पर लिया। शुरूआत में धंधा काफी अच्छा चला, लेकिन इसके बाद कोरोनावायरस आ गया और लॉकडाउन ही लग गया। तब से राम सिंह की एक पैसे की आमदनी नहीं हुई है। अब उनको अपने घर के साथ-साथ अपनी टैक्सी की ईएमआई निकालना भी मुश्किल हो रहा है। रामसिंह की तरह ही कई टैक्सी चालकों की भी हालत कुछ ऐसी ही है।
आगरा में आते हैं लाखों टूरिस्ट्स आगरा में ताजमहल है, मोहब्बत की वो निशानी जिसे देखने के लिए दुनियाभर से लोग यहां आते हैं। अनुमान लगाया जाए तो यहां पर सालभर में तीन लाख से ज्यादा टूरिस्ट्स शिरकत करते हैं। इन टूरिस्ट्स के आने पर टैक्सी वालों को खूब सवारियां मिलती हैं और उन्हें रोजगार मिलता है। लेकिन, अब कोरोनावायरस के कहर के बाद टूरिज्म पूरी तरह से लॉक पड़ा हुआ है। इसके साथ ही आगरा के टैक्सी वालों की उम्मीदें भी लॉक पड़ी हुई हैं। ताज खुलने से हैं उम्मीदेंआगरा की टूरिज्म इंडस्ट्री से कई छोटे-बड़े धंधे जुड़े हुए हैं। टूरिज्म से टैक्सी वालों के साथ होटल, रेस्टोरेंट्स, ट्रैवल एजेंसीज, फोटोग्राफर्स, टूर ऑपरेटर्स, हैंडीक्राफ्ट, गाइड्स सभी को रोजगार मिला है। अब जब तक हालात फिर से सामान्य नहीं हो जाते हैं, तबतक टूरिज्म से जुड़े ये सभी सेक्टर्स ठप ही रहेंगे। अब टैक्सी चालकों को केवल ताजमहल खुलने से ही उम्मीदें हैं। जब आगरा के ताज सहित अन्य मॉन्यूमेंट्स खुलेंगे, तब ही इन टैक्सी चालकों को फिर से सवारियां मिलेंगी और वे अपना रोजगार चला सकेंगे और अपनी गाडि़यों की ईएमआई भर सकेंगे।
लॉकडाउन लगने के बाद हमारी गाडि़यां खड़ी हुई हैं। इनकी ईएमआई निकालना मुश्किल हो रहा है। पांच महीने से एक पैसे की आमदनी न होने से हमारी हालत खस्ता है। अब ताज खुले तो आगरा टूरिज्म फिर से स्टार्ट हो और टूरिस्ट्स आना शुरू हो जाएं तो हमें भी रोजगार मिलना शुरू हो। यही उम्मीद है बस। -अनिल कुमार, प्रेसिडेंट टैक्सी चालक यूनियन मॉन्यूमेंट्स में काफी स्पेस होता है। यहां पर फिजिकल डिस्टेंस का पालन आसानी से हो सकता है। मॉन्यूमेंट के भीतर मिनिमम टूरिस्ट्स को अंदर जाने की अनुमति दी जाए तो आसानी से कोविड-19 से बचाव हो सकेगा। इससे आगरा का टूरिज्म फिर से चलने लगेगा। इससे टैक्सी चालकों का रोजगार भी आसानी से चलने लगेगा। -निसरत खान, टैक्सी चालक