मच्छरों से डेंगू के साथ-साथ जीका वायरस का भी खतरा
आगरा (ब्यूरो)। स्वास्थ्य विभाग ने भी जीका वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है। चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जीका वायरस को रोकने के लिए विभाग द्वारा कॉन्टैक्ट हिस्ट्री पर फोकस किया जाएगा। उन्होंने बताया कि जीका वायरस में भी डेंगू की तरह मरीज में लक्षण सामने आते हैैं। उन्होंने बताया कि जीका में भी मरीज को तेज फीवर और मसल पेन होता है। उन्होंने कहा कि कोई केरल या महाराष्ट्र से आया है और उसे बुखार और मसल पेन है तो उसकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री देखी जाएगी। जरूरत पडऩे पर सैैंपल लेकर जांच करने के लिए भेजे जाएंगे।
हेल्पलाइन नंबर पर करें कॉल
जीका वायरस में भी डेंगू के जैसे ही लक्षण होते हैैं। इसमें भी मरीज को तेज बुखार आता है और मांसपेशियों में दर्द होता है। क्योंकि जीका वायरस का संक्रमण अब तक आगरा में नहीं मिला है। इस कारण यहां किसी के संपर्क में आने पर ही जीका का वायरस हो सकता है। यदि आपके आस-पास कोई महाराष्ट्र या केरल से आया है और उसे या आपको तेज बुखार और मांसपेशियों में दर्द जैसी परेशानी है। तो आप स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके जानकारी दे सकते हैैं। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ये 0562-2600412 हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। कॉल करने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ट्रेसिंग करेगी।
जीका वायरस का संवाहक एडीज एजेप्टी नामक मच्छर होता है। इसका मच्छर भी डेंगू की तरह दिन के समय ही काटता है। यह वायरस गर्भवती एवं सामान्य महिलाओं के लिए अधिक घातक और खतरनाक होता है। संक्रमण होने पर वायरस गर्भ में पल रहे बच्चे के ब्रेन पर सीधे अटैक करता है। तीन से 14 दिन में दिखते हैं लक्षण
शरीर में जीका वायरस के प्रवेश करने के तीन से 14 दिन के भीतर लक्षण दिखने लगते हैं। दवाएं खाने से बुखार न उतरे, साथ ही डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया व टायफाइड की जांच में पुष्टि न हो। व्यक्ति विदेश यात्रा अथवा जीका प्रभावित क्षेत्र से लौटा हो, तो जांच कराएं। "जीका वायरस को लेकर विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया गया है। यदि कोई व्यक्ति बाहर से आता है और उसे बुखार, खांसी-जुखाम जैसे लक्षण दिखते हैैं तो हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें.मच्छरों से बचाव करें."
-डॉ। अरुण कुमार श्रीवास्तव, सीएमओ