कोरोना के डर से ऑनलाइन हुई यूनिवर्सिटी
- कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी किए गए निर्देश
- यूनिवर्सिटी ने मुख्य गेट पर नोटिस चस्पा पर लगाया प्रतिबंध आगरा। कोरोना वायरस फैलने से रोकने के लिए स्टूडेंट्स और पेरेंट्स के परिसर में आने पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस संबंध में एक नोटिस चस्पा किया गया है, जिसमें स्टूडेंट्स को ऑनलाइन कंप्लेंट भेजने के निर्देश दिए गए हैं। डॉ.भीमराव आम्बेडकर यूनिवर्सिटी एक नोटिस मुख्य गेट पर चस्पा किया गया है। जिसमें बीस से लेकर एक मार्च तक परिसर में नहीं आने की एडवायजरी जारी की गई हैं। जिससे बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी आने वाले स्टूडेंट्स को रोका जा सके। बाहरी व्यक्तियों के आने पर रोकशासन से जारी निर्देशों पर स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और कॉलेज प्रबंधक, प्राचार्य को घर से घर से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। अग्रीम आदेश तक यह प्रतिबंध जारी रहेगा। कर्मचारियों की सुरक्षा के लिहाज से यह निणर्य लिया गया है। शहर में आधार्दजन से अधिक कोरोना संक्रमण और एक दर्जन से अधिक सस्पेक्टिड पाए गए हैं। सावधानी के चलते यह आदेश कुलपति प्रो। अशोक मित्तल द्वारा जारी किया गया है।
हेल्प-डेस्क पोर्टल पर करें आवेदनकुलपति ने निर्देश जारी किए हैं कि ऐसे स्टूडेंट्स जो मार्क्सशीट, डिग्री या अन्य आवश्यक कार्य के लिए यूनिवर्सिटी आना चाहते हैं वह बिना कार्यालय आए अपनी कंप्लेंट ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज करा सकते हैं। अन्य किसी संबंध में फोन के माध्यम से अपनी समस्या रख सकते हैं। ऑनलाइन शिकायत निस्तारण के लिए टीम को सक्रिय किया गया है।
यूनिवर्सिटी को किया सेनेटाइज डॉ.भीमराव आम्बेडकर यूनिवर्सिटी को शुक्रवार कर्मचारियों द्वारा सेनेटाइज करने का कार्य किया गया। कोरोना वायरस से बचाव के लिए यूनिवर्सिटी को सेनेटाइज करने कार्य किया गया। जिसमें कर्मचारी और अधिकारियों अपने रूम्स में सेनेटाइज कराते हुए चारों मुख्य गेटों को साफ कराया। शासन से जारी गाइड लाइंस को फॉलो किया जा रहा है। इसके साथ ही परिसर में आने वाले स्टूडेंट्स को एक मार्च तब प्रतिबंध किया गया है। जिससे कोरोना वायरस जैसी घातक संक्रमण को फैलने से बचाया जा सके। प्रो। आशोक मित्तल, कुलपति