व्हाट्सएप ग्रुप में आपत्तिजनक टिप्पणी पर फंसेगा ग्रुप एडमिन
- अयोध्या मामले पर फैसला आने को लेकर पुलिस अलर्ट, 500 ग्रुप पर रखी जा रही नजर
- मिश्रित आबादी क्षेत्र में तैनात किया गया फोर्स, असामाजिक तत्वों को किया गया पाबंद आगरा। अयोध्या मामले पर फैसले की घड़ी नजदीक आते ही पुलिस प्रशासन अलर्ट पर है। संवेदनशील क्षेत्रों से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म तक कड़ी नजर रखी जा रही है। बड़ी संख्या में व्हाट्सएप ग्रुप्स की मॉनीटरिंग की जा रही है। बाजारों और भीड़भाड़ वाले बाजारों में पुलिस और खुफिया एजेंसियां पहले से ही सक्रिय हैं। ग्रुप एडमिन पर होगी कार्रवाईसोशल मीडिया और व्हाट्सएप गु्रप पर किसी भी तरह की बयानबाजी या आपत्तिजनक टिप्पणी पर ग्रुप्स के एडमिन को चिह्नित किया जाएगा। साइबर सेल प्रभारी का कहना है कि ग्रुप एडमिन पर 120बी के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। शहर और देहात के संवेदनशील करीब 500 व्हाट्सएप ग्रुप्स को चिह्नित किया गया है। इन पर लगातार नजर रखी जा रही है।
तैनात किया गया फोर्सअधिकारियों की मिश्रित आबादी क्षेत्र में कड़ी नजर है। उन्होंने किसी भी तरह की अव्यवस्था से निपटने के लिए ऐसे इलाकों में पुलिसबल की मुस्तैदी सुनिश्चित की है, जहां सभी समुदाय के लोग निवास कर रहे हैं। इसके साथ ही शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए अधिकारियों के दिशा निर्देशन में पुलिस फोर्स द्वारा फ्लैग मार्च किया जाएगा।
सिविल ड्रेस में मुस्तैद रहेगी पुलिस फैसले को लेकर जिन क्षेत्रों में भी प्रतिक्रिया सामने आने की आशंका हैं, वहां लोकल इंटेलीजेंस यूनिट, सीआईडी, एसआईटी समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों को मुस्तैद किया है। किसी भी तरह का विवादित बयान संज्ञान में आने पर हेड क्वार्टर को सूचना दी जाएगी। इसके साथ ही आलाधिकारियों के संज्ञान में मामले को लाते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी। जनपद में 700 लोगों को किया पाबंद फैसले से पहले शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए शहर और देहात में करीब 700 लोगों को पाबंद किया गया है। डिजीटल वालेन्टियर्स रखेंग अफवाहों पर नजरपुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में डिजीटल वालेन्टियर्स को एक्टिव किया गया है, उनकी संख्या हर थाने में 200 से 250 तक है। जनपद में करीब दस हजार के आस-पास हैं। इसमें रिटायर्ड टीचर्स, पूर्व पार्षद, सैनिक, पुलिस, ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य, छात्र नेता, आशा बहु, ग्राम सचिव, वकील, चिकित्सक, कोटेदार और होमगार्ड क्षेत्र में सक्रिय रहने के साथ सोशल मीडिया पर भी नजर रखने का कार्य करेंगे। इस संबंध में पुलिस आईटी सेल प्रभारी द्वारा चौपाल लगाकर अपडेट की पूर्व में दी गई हैं। इन सभी को यूपी पुलिस की साइट से लिंक किया गया है।
अयोध्या मामले पर निर्णय आने से पहले सुरक्षा व्यवस्था के बेहतर इंतजाम किए गए हैं। इसके साथ ही देहात और शहर में डिजीटल वालंटियर्स को भी एक्टिव किया गया है। गुंडा एक्ट, एक सात सोलह के अंतर्गत सैकड़ों असामाजिक तत्वों को पाबंद किया जाएगा। इसकी लिस्ट तैयार की गई है। राजेश सोनकर, एसपी क्राइम आईटी सेल को इस संबंध में शासन से दिशा निर्देश मिले हैं। सोशल मीडिया पर भी नजर रखी जा रही है। किसी भी तरह की गलत बयानबाजी पर ग्रुप एडमिन पर आईपीसी 120 बी के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। अमित कुमार, साइबर सेल प्रभारी