Agra News आपकी सेहत आपके हाथ
आगरा। (ब्यूरो )त्योहार शुरु हो चुके हैं। घरों में मिठाई की बहार है। हर कोई अपने घर मिठाई लेके जा रहा है। लेकिन जो मिठाई आप घर ले जा रहे हैं। वो क्या खाने योग्य है? वो असली या नकली है। इसकी पहचान कैंसे करेंगे। आज हम आपको ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे। मिलावटखोर आपकी सेहत से खिलवाड़ कर रहे है जो मिठाई आप घर लेके जा रहे हैं। उसमें मिलावट की संभावना है। कहीं, मिलावटखोर आपकी दिवाली की खुशियों को बेरंग न कर दें। इसलिए अलर्ट रहें। शनिवार को फूड सेफ्टी एंड ड्रग्स अथॉरिटी (एफएसडीए) की टीम ने शहर में कई स्वीट्स शॉप पर छापेमारी कर 740 ग्राम सोनपपड़ी और 180 किग्रा.रसगुल्लों को नष्ट कराया। ये खाने योग्य नहीं थे। मिलावट की आशंका पर विभाग ने शहर की कई दुकानों पर छापेमार कार्रवाई की।
प्रमुखता से उठाया मुद्दा
टीम ने शनिवार को कमला नगर के दो प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की। श्याम जी पेठा उद्योग में 740 किग्रा सोन पापड़ी सीज कर दी। सोन पापड़ी की पैकेङ्क्षजग और लेबङ्क्षलग में कमी थी। हरीओम डेयरी में 180 किग्रा छैने के रसगुल्ले जब्त कर नष्ट कराए। छैने के रसगुल्ले गंदगी के बीच बन रहे थे। शनिवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने मिठाई नहीं बीमारी खरीद रहे आप नामक शीर्षक से खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन हरकत में आया। एफएसडीए की टीम ने सुबह से से मिष्ठान प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई शुरु कर दी थी।
20 किग्रा बर्फी, 180 किलो रसगुल्ले जब्त
टीम ने हरीओम डेयरी में देशी घी, मावा, छैने के रसगुल्लों की जांच की। तीनों का एक-एक नमूना लिया गया। रसगुल्ले गंदगी के बीच बनाए जा रहे थे। ऐसे में यह किसी भी रूप में खाने के लायक नहीं थे। टीम ने 180 किग्रा रसगुल्ले जब्त कर लिए गए फिर इसे नष्ट कराया गया। नौबस्ता लोहामंडी स्थित तिरुपति स्वीट के यहां से 20 किग्रा बर्फी जब्त की गई। इसे नष्ट कराया गया। सहायक आयुक्त खाद्य शशांक त्रिपाठी ने बताया कि फतेहाबाद रोड स्थित विशाल मेगामार्ट से काजू, डोडा बर्फी का नमूना लिया गया।
फतेहाबाद रोड स्थित विशाल मेगामार्ट से काजू, डोडा बर्फी का नमूना लिया गया। हरीओम डेयरी में देशी घी, मावा, छैने के रसगुल्लों की जांच की। टीम ने 180 किग्रा रसगुल्ले जब्त कर नष्ट कराया हैं। नौबस्ता लोहामंडी स्थित तिरुपति स्वीट के यहां से 20 किग्रा बर्फी जब्त की है। अभी कार्रवाई जारी रहेगी। मिलावटखोरों पर शिकंजा कसा जा रहा है।
शशांक त्रिपाठी, सहायक आयुक्त खाद्य
ऐसे मिष्ठान भंडारों पर कारर्रवाई होनी चाहिए जो पब्लिक की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। कुछ रुपए के लिए मिठाई के रूप में बीमारी परोस रहे हैं। सजा को और सख्त करना होगा।
लीना वशिष्ठ
मावा से बनने वाली मिठाई सेहत के लिए ठीक नहीं है। ऐसे में संबंंधित विभाग को सख्ती बरतनी होगी। वे पब्लिक की जान से किस तरह खिलवाड़ कर रहे हैं। ये बहुत गलत है।
अंजुल शर्मा