Agra News वूमेंस कॉप सेफ, ऑन डयूटी
महिला पुलिसकर्मी नहीं बनेंगी हमराह
महिला सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंभीर हैं। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर जे रविन्दर गौड ने ऑन डयूटी महिला सुरक्षा को लेकर सराहनीय क दम उठाए हैं। आए दिन थानों में हो रही घटनाओं को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा है कि थाना प्रभारी महिला पुलिसकर्मियों को अपनी हमराह बनाकर रात में साथ रखते थे, कभी-कभी डयूटी से इंकार करने महिला पुलिसकर्मियों को पनिश भी किया जाता रहा है, लेकिन अब उनकी मनमानी नहीं चलेगी, थाना प्रभारी महिला पुलिसकर्मियों को अपना हमराह नहीं बना सकेंगे।
थाना प्रभारी की नहीं चलेगी मनमानी
रात में सूर्यास्त होने के बाद महिला पुलिस कर्मियों की थाना परिसर में डयूटी नहीं लगाई जाएगी। अगर, विशेष परिथितियों में उनको थाने में बुलाया जाता है। तो उनको लाने और छोडऩे की जिम्मेदारी सरकारी वाहन के जरिए थाना प्रभारी की रहेगी। जिससे रास्ते में उनके साथ किसी प्रकार की कोई घटना न हो सके। इस दौरान कम से कम दो महिलाएं रहेंगी। इससे पहले महिलाओं को रात में भी थाने में तैनात किया जाता था, ये थाना प्रभारी के विवेक पर निर्भर करता था, लेकिन अब वे अपनी मनमानी नहीं कर सकेंगे।
प्रेग्नेंसी के दौरान ली जाएगी लाइट ड्यूटी
महिला पुलिसकर्मी को थानों और पुलिस कार्यालयों में प्रेग्नेंसी के दौरान लाइट ड्यूटी ही ली जाएगी। उनसे वीवीआईपी ड्यूटी व अन्य बाहर की ड्यूटी नहीं जाएगी। जिस महिला पुलिस कर्मी के 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चे हैं। उनको ड्यूटी के बीच में एक घंटे का ब्रेक दिया जाएगा। महिला पुलिस कर्मियों की रात की काउंटिंग सूर्यास्त से पहले ही कर ली जाएगी। जबकि पुरुष पुलिस कर्मियों की उसी समय काउंटिंग की जाएगी। ये दिशा निर्देश महिला निरीक्षण, उपनिरीक्षक, अर्दली दिन के समय ही थाना कार्यालय और एसीपी कार्यालय पर लगाई जाएगी।
इस संबंध में सभी कमिश्नरेट के तीनों जोन के अलावा कार्यालयों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। वे सूर्यास्त के बाद महिला पुलिस कर्मियों, उपनिरीक्षकों को रात के समय थाने में तैनाती नहीं दी जाएगी, विशेष परिस्थिति में उनको लाने और छोडऩे की जिम्मेदारी रहेगी। कम उम्र वाले बच्चों वाली महिला पुलिसकर्मियों को डयूटी के बीच में एक घंटे का लंच ब्रेक दिया जाएगा।
जे रविन्द्रर गौड, पुलिस कमिश्नर आगरा
इस संबंध पुलिस लाइन में सभी महिला निरीक्षक, उपनिरीक्षकों के साथ मीटिंग की गई है, इसके साथ डयूटी का नया शिड्यूल उनके साथ शेयर किया गया है। इससे महिला पुलिस कर्मियों को राहत मिली है, उनके आत्मविश्वास में भी बढ़ा है। रात के समय महिला पुलिसकर्मियों को लाने और उनको निवास पर छोडऩे की जिम्मेदारी भी तय की गई है।
सुकन्या शर्मा, सहायक पुलिस आयुक्त, एत्मादपुर