Agra News इस हाईवे पर क्या स्टीमर चलवाएंगे!
नाला नहीं कराया गया साफनेशनल हाईवे के नाले की ठीक से सफाई नहीं कराई गई है। न ही जल निकासी के समुचित इंतजाम हुए हैं। बुधवार को झमाझम बरसात से अरतौनी फ्लाईओवर के पास तीन से चार फीट पानी भर गया। इससे आधा दर्जन वाहन बंद हो गए। वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शिकायतों के बाद एनएचएआई मथुरा खंड ने तीन पंपसेट लगाए। इसमें एक पंपसेट खराब हो गया। कुछ यही हाल शास्त्रीपुरम रेल ओवर ब्रिज, नगरायुक्त आवास के सामने, कैलाश मोड़ रोड के सामने, सिकंदरा स्मारक, केके नगर मोड़ सहित अन्य स्थलों में रहा। हाईवे पर जल निकासी ठीक से न होने को लेकर कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने गुरुवार को कमिश्नरी में बैठक बुलाई है। --- फ्लाईओवर के नीचे दो दर्जन स्ट्रीट लाइट बंद
एनएचएआई मथुरा खंड के अधिकारियों की लापरवाही के चलते भगवान टाकीज फ्लाईओवर के नीचे दो दर्जन स्ट्रीट लाइट एक माह से बंद हैं। शिकायतों के बाद भी लाइटों को ठीक नहीं कराया जा रहा है। वहीं कुछ यही हाल रुनकता से वाटरवक्र्स तक का भी है। कई लाइटें खराब पड़ी हैं। ----
नहीं मिले यात्री, 150 बसें रद
आईएसबीटी, ईदगाह और बिजलीघर डिपो में यात्रियों की कमी रही। बरसात के चलते यात्रियों की संख्या में 40 प्रतिशत की कमी आई। इसके चलते परिवहन निगम ने 150 बसों को रद कर दिया। कई बसों में 25 से 30 पैसेंजर्स ने सफर किया। पिछले सप्ताह भी निगम प्रशासन ने बसों को रद किया था। आगरा रीजन से 717 बसों का संचालन होता है। सबसे अधिक आगरा से नई दिल्ली के लिए बसें चलती हैं। ------पैसेंजर्स को सिटी बसों का करना पड़ा इंतजार बरसात से डेढ़ दर्जन रूट भी प्रभावित रहे। पानी भरने से सिटी बसों का संचालन प्रभावित रहा। इससे एमजी रोड, यमुना किनारा रोड सहित अन्य में पैसेंजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। 15 से 25 मिनट की देरी से बसें चलीं। शहर में 100 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होता है। सबसे अधिक बसें एमजी रोड पर चलती हैं। ---- मेट्रो का कार्य हुआ बंद उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन ने बरसात के चलते बुधवार को एलीवेटेड मेट्रो स्टेशनों का कार्य बंद कर दिया। यह कार्य खंदारी चौराहा से आईएसबीटी मोड़ तक चल रहा था। आगरा कॉलेज मैदान में भी खोदाई चल रही थी। --- ट्रेनों की गति रही धीमी, दो से तीन घंटे की देरी से चलीं
ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित रहा। आगरा रेल मंडल से होकर गुजरने वाली दक्षिण भारत की अधिकांश ट्रेनें दो से तीन घंटे की देरी से चलीं। अन्य ट्रेनों की गति भी धीमी रही। इससे यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यात्री विवेक गुप्ता ने बताया कि छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस डेढ़ घंटे की देरी से कैंट स्टेशन पहुंची।