हर साल दिवाली के आस पास शहर की आवोहवा जहरीली हो जाती है. दरअसल इस दौरान मौसम में बदलाव होते हैं. इसी दौरान लोग अपने घरों दुकानों की साफ सफाई करते हैं. इससे हवा में धूल के कण घुलते हैं. शनिवार को रावण के पुतला दहन के साथ ही हवा जहरीली होने लगी थी.

आगरा। (ब्यूरो) हर साल दिवाली के आस पास शहर की आवोहवा जहरीली हो जाती है। दरअसल इस दौरान मौसम में बदलाव होते हैं। इसी दौरान लोग अपने घरों दुकानों की साफ सफाई करते हैं। इससे हवा में धूल के कण घुलते हैं। शनिवार को रावण के पुतला दहन के साथ ही हवा जहरीली होने लगी थी। इस इस दौरान फोड़े गए पटाखों की वजह से हवा की गुणवत्ता कई गुना खराब हो गई है। वैसे तो इस शहर में एनजीटी के आदेश से पटाखे बैन हैं, लेकिन इस बार भी रावण दहन के लिए धड़ल्ले से पटाखों की बिक्री की जा रही है। हर साल की तरह कहीं ऐसा न हो कि दहशरा की ये आतिशबाजी शहर की आबोहवा पर भारी पड़ जाए। बड़ा सवाल ये है कि जब अभी से दम फूल रहा है तो दिवाली पर सांस बेदम हो जाएगी।

ये हो सकती है समस्या
नवरात्रि के समापन के इस पर्व में बुराई के प्रतीक रावण के पुतले का दहन किया जाता है। दशहरे के दौरान आतिशबाजी का प्रदर्शन और रावण दहन के दौरान होने वाले वायु प्रदूषण के कारण कई प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम बढऩे का खतरा हो जाता है। सबसे ज्यादा प्रभाव सांस के मरीजों को होता है। प्रदूषित हवा में सांस लेने से अस्थमा और क्रोनिक ऑबस्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज सीओपीडी रोगियों की जटिलताओं के बढऩे का खतरा रहता है। इसलिए दहशरे के बाद की ये आबोहवा खतरनाक साबित हो सकती है।

हवा में छाने लगे धूल के कण
दशहरा निकल जाने के बाद अब दीपावली के उत्सव की तैयारियां शुरु हो गयी हैं। इसके चलते हवा में धूल के कण घुलने लगे हैं। इसके अलावा मौसम में भी बदलाव हो रहा है। इस बदलाव से पॉल्यूशन का स्तर बढऩे लगा है। हर साल की तरह इस बार भी हवा के जहरीली होने का खतरा शहर में बरकरार है। दिवाली के आसपास हर साल वायु गुणवत्ता खराब हो जाती है। हालांकि नगर निगम ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।


इन क्षेत्रों की हवा में बढ़ी समस्या

संजय प्लेस

पीएम 2.5- औसत 166, अधिकतम 255
पीएम 10- औसत 104, अधिकतम 123
नाइट्रोजन- औसत 08, अधिकतम 08

शाहजहां गार्डन

पीएम 2.5- औसत 72, अधिकतम 107
पीएम 10- औसत 114, अधिकतम 159
कार्बन- औसत 27, अधिकतम 51
सल्फर- औसत 50, अधिकतम 54

शास्त्रीपुरम

पीएम 2.5- औसत 69, अधिकतम 111
पीएम 10- औसत 108, अधिकतम 146
कार्बन- औसत 12, अधिकतम 12
सल्फर- औसत 13, अधिकतम 14

मानक और असर

-0-50 अच्छा- किसी तरह का दुष्प्रभाव नहीं.
-51-100 संतोषजनक- संवेदनशील लोगों को सांस लेने मे ंमामूली परेशानी.
-101-200 माडरेट- फेफड़े, अस्थमा, हृदय रोगियों को सांस लेने में दिक्कत.
-201-300 पुअर- ज्यादा देर रहन सेअधिकतर लोगों को सांस लेने म ंदिक्कत.
-301-400 वैरी पुअर- लंबेसमय तक संपर्क में रहने से सांस की स्थायी बीमारी.
-401-500 सीवियर- स्वस्थ लोग भी प्रभावित, बीमारों को अधिक दिक्कतें.

Posted By: Inextlive