आगरा. ब्यूरो शहर में पुलिसिंग और पुलिस की कानून व्यवस्था इन दिनों सुर्खियों में है. यहां हर रोज कुछ न कुछ ऐसा हो जाता है. जो सरकार और पुलिसिंग के सब बेहतर वाले दावों पर सवाल खड़े कर देता है. शनिवार को शहर में एक बार फिर से एक और हिस्ट्रीशीटर के जेल अधिकारियों के साथ फोटो वायरल हुए. जेल में एक कार्यक्रम के दौरान कमलानगर थाने में हिस्ट्रीशीटर को अतिथि बनाकर बुलाया गया. बाकायदा हिस्ट्रीशीटर ने अधिकारियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया. अफसरों ने पटका पहन कर हिस्ट्रीशीटर का सम्मान किया. फोटो वायरल होने के बाद जेल अधिकारियों पर सवाल खड़े हो गए हैं.

हरियाली तीज के कार्यक्रम में बनाया अतिथि

जिला जेल में हरियाली तीज के अवसर पर सात अगस्त को सुंदरकांड पाठ का कार्यक्रम हुआ था। ये कार्यकम भारतीय हिन्दू सेवा संस्था द्वारा मातृशक्ति प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में हिस्ट्रीशीटर को बतौर अतिथि यहां बुलाया गया था। वायरल फोटो में जेल अधीक्षक दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ करते नजर आ रहे हैं। पास में ही हिस्ट्रीशीटर खड़ा नजर आ रहा है। मनोज अपने आप को इसी संस्था का प्रदेश अध्यक्ष भी बताता था।

कमलानगर थाने में है हिस्ट्रीशीटर
जेल अधीक्षक के साथ वायरल हुए फोटो में नजर आ रहा व्यक्ति मनोज अग्रवाल कमला नगर थाने में हिस्ट्रीशटर है। यहां इसकी संख्या 1 बी है। इसी थाने की चौकी बृजविहार में लगे बोर्ड पर हिस्ट्रीशीटरों के नाम लिखे हैं। जहां पांचवे नंबर पर मनोज अग्रवाल का नाम है। मनोज के खिलाफ साल 2015 में गुडिय़ा बंसल नामक महिला ने जमीन के नकली कागज लगाकर लोन लेने के आरोप में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में बैंक के कमर्चारियों पर भी मुकदमा दर्ज हुआ था। इसी मामले में मनोज जेल भी गया था। इसके अलावा आरोपी युवक ने सुल्तानगंज पुलिया पर पुलिस वालों से अभद्रता भी की फिर खुद को पुलिस बूथ में बंद कर लिया था। इसके अलावा भी कई और विवादों में मनोज अग्रवाल का नाम सामने आ चुका है। पिछले चुनाव पर हिस्ट्रीशीटर ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर उत्तरी विधानसभा से टिकट की भी दावेदारी की थी।

पहले भी वायरल हुआ हिस्ट्रीशटर के साथ फोटो

इसके पहले भी निबोहरा थाने में नए थानेदार को माला पहनाते हुए उसी थाने के हिस्ट्रीशीटर का फोटो वायरल हुआ था। वायरल फोटो में हिस्ट्रीशीटर लोकेन्द्र पुराने थानेदार के विदाई समारोह में पहुंचा और नए थाना प्रभारी को माला पहनाई फोटो खींचा और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया। हालांकि फोटो वायरल होने के बाद थाना प्रभारी को कमिश्नर ने हटा दिया था। नवागत थाना प्रभारी का कहना था कि उनको भी इसके बारे में जानकारी नहीं थी।


मुझे इस व्यक्ति के आपराधिक इतिहास की जानकारी नहीं थी। जेल में सुंदरकांड पाठ का आयोजन था। यहां ये युवक आयोजकों के साथ कार्यक्रम में आया था। मनोज ने अपने आपको समाजसेवी बताया था।
हरिओम शर्मा जिला जेल अधीक्षक

Posted By: Inextlive