Agra News: मां के चरण छूकर गले में पहनाएं मेडल, बेटियां लगाएं मेधा का शतक
आगरा (ब्यूरो)। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी का शिवाजी मंडपमप्त खंदारी परिसर में मंगलवार को आयोजित 90 वां दीक्षा समारोह में कुलाधिपति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के हाथों पदक पाकर मेधावियों के खिले चेहरों पर अलग ही आत्मविश्वास था। आंखों में जीत की चमक इस चमक से राज्यपाल भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकीं। उन्होंने मेधावियों को पदक घर जाकर मां के गले में पहनाने, पैर छूने और उनकी सेवा करने का संकल्प लेने को कहा, साथ ही, एक कर्तव्य भी याद दिलाया मां के नाम का एक पौधा लगाने का संकल्प दिलाया। मुख्य अतिथि (एनईटीएफ) के अध्यक्ष प्रो। अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा कि 117 में से 97 पदक छात्राओं को मिले है। अगली बार वे शतक लगाएं। 22 मेडल छात्रों को दिए गए।
अपने माता पिता को करें मेडल समर्पित
दीक्षा समारोह में तीन और उससे अधिक पदक पाने वाले मेधावी के साथ उनके माता-पिता को भी पदक लेने मंच पर बुलाया गया। इस भावुक पल पर कई पेरेटेंस की आंखें खुशी से नम हो गईं, मेधावी मंच पर अपने माता पिता को नहीं ले जाए पाए उन्होंने समारोह के बाद अपने माता पिता को पदक समर्पित किए। कुलपति प्रो। आशू रानी ने विश्वविद्यालय की रिपोर्ट पेश की। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने डिग्री डिजिटल लाकर में अपलोड की गईं, पालीवाल पार्क स्थित एसआर रंगनाथन केंद्रीय पुस्तकालय सहित 12 भवनों को लोकार्पण कियाप्त 60212 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी गई, इसमें 46538 स्नातक, 2,755 परास्नातक की उपाधि और व्यावसायिक पाठ्यक्रम के 9993 और आवासीय संस्थानों के 876 छात्रों को उपाधि मिली। 50 पीएचडी की उपाधि दी गईं।
विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा, आज उपाधि और मेडल मिले है। मेरी सलाह है, मेडल मिल गए हैं, अब आपको माडल बनना होगा। इससे समाज को एक नई दिशा दें सकें। जीवन के नए पथ पर ऐसा करें। उन्होंने अंग्रेजी की कविता रेन रेन गो अवे सुनाकर विदेशी और भारतीय संस्कारों में अंतर समझाते हुए कहा कि हम विश्व के हित के लिए काम करते हैं। शिक्षा को अपने जीवन में उतारना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत एक ऐसा देश है। जो पड़ोसी देशों का सहयोग करता है। किसी को दबाता नहीं है। मेडल पाने वाले युवा देश की बेहरती के लिए जुट जाएं। युवा भारत को मजबूत राष्ट्र बनाने मेें अपना सहयोग करें।
2047 में विकसित राष्ट्र बनेगा भारत, रजनी तिवारी
उच्च राज्य शिक्षा मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि नई शिक्षा नीति से यूनिवर्सिटी का पहला बैच है। नई शिक्षा नीति राष्ट्र निर्माण में अहम योगदान देगी। इसका भारत को वैश्विक ज्ञान शक्ति बनाने में अहम योगदान होगा। प्रदेश में उच्च शिक्षा स्तर बेहतर हो रहा है। उन्होंने छात्रों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने लक्ष्य बनाया होगा, राष्ट्र हित में कार्य करना होगा। युवाओं के अहम योगदान से ही भारत 2047 में विकसित राष्ट्र बनेगा।