Agra News मोबाइल से खुल सकता है हत्या का राज
कारोबारी की गला रेतकर की गई हत्या
औद्योगिक क्षेत्र स्थित एफ-53 में सोल कारोबारी संजीव गुप्ता की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। कार्यालय में उनका खून से लथपथ शव मिला था। मूलरूप से फिरोजाबाद के लोहिया नगर के रहने वाले संजीव गुप्ता सात वर्ष से ममेरे भाई रीतेश गुप्ता के साथ फैक्ट्री चला रहे थे। दोनों ने साझीदारी में शास्त्रीपुरम में मकान भी बनवाया था। करीब एक वर्ष से उनका ममेरे भाई रीतेश गुप्ता से विवाद चल रहा था।
परिजनों ने सोमवार रात को फिरोजाबाद में अंतिम संस्कार किया। मंगलवार को बेटे विभू ने सिकंदरा थाना में मुकदमा दर्ज कराया। तहरीर के अनुसार पिता का ममेरे भाई रीतेश गुप्ता से विवाद चल रहा था। वह पिता को कई बार धमकी दे चुका था, जिससे वह मानसिक तनाव में थे। इसी दौरान पिता की हत्या हो गई। पिता की किन परिस्थितियों और किसके द्वारा हत्या की गई, पुलिस अपनी जांच में इसका पर्दाफाश करे।
पुलिस छानबीन में सामने आया है, संजीव गुप्ता के कारोबार में एक वर्ष से बेटा हाथ बंटाने लगा था। वह अपने स्तर से फैक्ट्रियों से सोल के आर्डर लाने लगा था। कारोबार में साझीदार के बेटे के आने के बाद से रीतेश का संजीव से विवाद शुरू हो गया। उसने अपनी सोल बनाने की फैक्ट्री का पंजीकरण करा लिया। डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया हत्या की कई पहलुओं से जांच की जा रही है। कुछ सुराग मिले हैं, जिन पर पुलिस और सर्विलांस टीम काम कर रही है।
इन ङ्क्षबदुओं पर जांच कर रही पुलिस
-कारोबारी का साझीदार रीतेश के अलावा किन लोगों से विवाद था?
-कितने लोगों पर लेनदारी या देनदारी थी? क्या इनमें से किसी से विवाद हुआ था?
-कारोबारी की मित्र मंडली में कितने लोग शामिल थे? हत्या से पहले किन लोगों से बात हुई थी?
-मोबाइल में कोई ऐसा नंबर या व्यक्ति जिससे परिजनों परिचित न हों, लेकिन कारोबारी की उससे निरंतर बात होती हो।
-क्या हत्यारा फैक्ट्री परिसर में पहले से छिपा था? यदि हत्या के बाद बाहर गया तो अंदर से गेट किसने बंद किया? पिता नहीं बन सके डाक्टर तो बेटी ने पूरा किया सपना
संजीव गुप्ता डाक्टर बनना चाहते थे। उन्होंने मेडिकल परीक्षा दी थी। उनके कई मित्र चिकित्सक बन गए, लेकिन मेरिट कम रह जाने के चलते संजीव का सपना पूरा नहीं हो सका। परिजनों ने बताया बेटी शिवा ने पिता का यह सपना पूरा किया। वह लखनऊ में ङ्क्षकग जार्ज मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस अंतिम वर्ष की छात्रा हैं।