शनिवार को अपने आवास से मार्निंग वाक पर निकले जिलाधिकारी अरङ्क्षवद मल्लप्पा बंगारी करीब साढ़े आठ किलोमीटर चलते हुए शिल्पग्राम पहुंचे. शिल्पग्राम गेट के पास दिव्यांग चेयर के किराये में मनमानी की जा रही थी. विदेशी पर्यटक देखकर किराया और भी बढ़ा दिया जा रहा था. एक पर्यटक बनकर उन्होंने पार्किंग कर्मचारी से गाड़ी खड़ी करने के बहाने बात की. ड्रेस और परिचय पत्र पूछा. मुंह में गुटखा दबाए कर्मचारी बोला-Óचचा! अपने काम से काम रखो.

आगरा (ब्यूरो) शनिवार को अपने आवास से मार्निंग वाक पर निकले जिलाधिकारी अरङ्क्षवद मल्लप्पा बंगारी करीब साढ़े आठ किलोमीटर चलते हुए शिल्पग्राम पहुंचे। शिल्पग्राम गेट के पास दिव्यांग चेयर के किराये में मनमानी की जा रही थी। विदेशी पर्यटक देखकर किराया और भी बढ़ा दिया जा रहा था। एक पर्यटक बनकर उन्होंने पार्किंग कर्मचारी से गाड़ी खड़ी करने के बहाने बात की। ड्रेस और परिचय पत्र पूछा। मुंह में गुटखा दबाए कर्मचारी बोला-Óचचा! अपने काम से काम रखो। तुमसे इससे कोई मतलब नहीं है.Ó इसके बाद कर्मचारी ने उनके सामने ही पिच करके गुटखा थूक दिया। यहां से पूर्वी गेट की ओर आगे बढ़े तो लपकों ने घेर लिया। सामान खरीदने का दबाव बनाया। मना किया तो झगडऩे पर आमादा हो गए।


पर्यटकों के साथ लपकागीरी की लगातार मिल रहीं शिकायतों की सच्चाई जानने के लिए डीएम सुबह करीब छह बजे अकेले की पैदल निकल लिए। न अर्दली और न ही कोई सुरक्षाकर्मी। फतेहाबाद रोड होते हुए वे शिल्पग्राम पहुंचे। अपर क्रीम कलर का अपर, काले रंग की हाफ पैंट और स्पोटर्स शू पहने डीएम सामान्य पर्यटक नजर आ रहे थे। पार्किंग में वाहन खड़ा करने का बहाना बनाया। ठेकेदार के कर्मचारी से बात की। कर्मचारी नाइट ड्रेस में था। गुटखा खाए हुए था। डीएम से बोला- जहां पर जगह मिल जाए, गाड़ी खड़ी कर दो। डीएम ने पूछा, तुम्हारा नाम क्या है? ड्रेस और परिचय पत्र कहां है? कर्मचारी बोला- चचा अपने काम से काम रखो। तुमसे इससे कोई मतलब नहीं है। इसी बीच एक और कर्मचारी आ गया। कर्मचारियों का व्यवहार शालीन नहीं था। डीएम थोड़ा आगे बढ़े। एक लपके ने घेर लिया और जबरन सामान बेचने का प्रयास किया। खुद को डीएम ने किसी तरीके से बचाया फिर शिल्पग्राम से ताज पूर्वी गेट पहुंचे। रास्ते में कई लपकों ने परेशान किया। सामान न खरीदने पर लडऩे पर आमादा हो गए।


ताज पूर्वी गेट के पास कई दिव्यांग चेयर रखी थीं। हर चेयर का किराया अलग-अलग था। विदेशी पर्यटक से मनमानी किराया वसूला जा रहा था। डीएम ने कई पर्यटकों और कर्मचारियों से बात कही। इलेक्ट्रिक वाहनों का संचालन भी ठीक से नहीं हो रहा था। ऑनलाइन टिकट काउंटर बंद था। पर्यटकों की लाइन लगी हुई थी। डीएम ने शौचालय को भी देखा। इसमें सेंसर नहीं लगा हुआ था। निरीक्षण के बाद डीएम ने पुलिस से एक लपके को पकड़वाया। साथ ही पार्किंग ठेकेदार को भी तलब किया गया। व्यवहार में सुधार पर जोर दिया।

---
यह उठाए जाएंगे कदम :
- टिकट काउंटरों की संख्या बढ़ाई जाएगी
- दिव्यांग चेयर का किराया एक समान होगा। गेट के पास रेट लिस्ट लगेगी।
- लपकों को पकडऩे का अभियान चलेगा।
- नए पार्किंग स्थल की तलाश की जाएगी।
- शिल्पग्राम के पार्किंग कर्मचारियों को प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
- कर्मचारी एक ड्रेस में होंगे और प्रत्येक का परिचय पत्र बनाया जाएगा।
- पार्किंग गेट पर बूम गेट लगेगा। पर्ची सिस्टम को खत्म करते हुए हैंड हेल्ड मशीन का प्रयोग किया जाएगा।

Posted By: Inextlive