सदर के सेवला जाट स्थित सरस्वती नगर में सराफा की दुकान में डकैती डालने का प्रयास करने वाला गिरोह धौलपुर का होने की आशंका जताई जा रही है. सर्राफ पिता-पुत्र के साहस के चलते वारदात में नाकाम होने के बाद बदमाश ग्वालियर हाईवे से दक्षिणी बाइपास होते हुए सैंया की ओर भागे थे. पुलिस को बदमाशों के फुटेज और अंतिम लोकेशन सैंया तक मिली है.


आगरा (ब्यूरो) सदर के सेवला जाट स्थित सरस्वती नगर में सराफा की दुकान में डकैती डालने का प्रयास करने वाला गिरोह धौलपुर का होने की आशंका जताई जा रही है। सर्राफ पिता-पुत्र के साहस के चलते वारदात में नाकाम होने के बाद बदमाश ग्वालियर हाईवे से दक्षिणी बाइपास होते हुए सैंया की ओर भागे थे। पुलिस को बदमाशों के फुटेज और अंतिम लोकेशन सैंया तक मिली है। वारदात मे जिन बाइक का प्रयोग किया गया, उनके बारे में भी अहम जानकारी मिली है। डकैती डालने का प्रयास किया


सरस्वती विहार में दो अगस्त को सर्राफ श्याम वर्मा की दुकान पर दो बाइक पर आए पांच हथियारबंद बदमाशों ने डकैती डालने का प्रयास किया था। सर्राफ श्याम वर्मा और उनके पुत्र वंश साहस दिखाते हुए बदमाशों से भिड़ गए थे। पिता-पुत्र के अप्रत्याशित पलटवार से बदमाश बौखला गए थे। एक बदमाश ने वंश का सिर दरवाजे पर मार दिया था। जिस पर सर्राफ बदमाशों पर टूट पड़े थे। धक्का मारकर दुकान के बाहर गिरा दिया था। लोगों को जुटता देख बदमाश तमंचों से ताबड़तोड़ गोलियां चलाते हुए वहां से भागे थे.पुलिस को घटनास्थल से बदमाशों के फुटेज मिले थे। पुलिस ने हाईवे पर लगे 50 से अधिक सीसीटीवी खंगाले। बदमाशों के दक्षिणी बाइपास से होकर भागने के फुटेज पुलिस को मिले हैं। बदमाशों की अंतिम लोकेशन भी सैंया आई है। आशंका है कि इसके बाद बदमाशों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है। जिससे उनकी आगे की लोकेशन नहीं मिल सकी। आशंका है कि बदमाश धौलपुर की ओर भागे हैं। सैंया से धौलपुर की सीमा लगभग सात किलोमीटर है। सैंया टोल पर लगे सीसीटीवी से बचने के लिए बदमाशों द्वारा आसपास के गांव का कच्चा रास्ता भी चुना जा सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए पुलिस राजस्थान की सीमा से लगे गांवों के सीसीटीवी भी खंगाल रही है। वारदात के पीछे धौलपुर के गिरोह होने की आशंका जताई गई है।

--------------------पांच से अधिक हो सकती है बदमाशों की संख्या घटनास्थल पर दो बाइक पर पांच बदमाश ही दिखाई दे रहे हैं। बदमाशों द्वारा तमंचों से ताबड़तोड़ गोलियां चलाने के दौरान वहां जुटे कालोनी के लोगों का दावा है कि बदमाशों की संख्या पांच से अधिक थी। उनके कुछ साथी घटनास्थल से दूर पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रहे थे। जिससे कि बदमाशों के वहां फंसने पर उनकी मदद कर सकें।-------------------दो से अधिक वाहनों का किया गया प्रयोग


डकैती डालने आए बदमाशों ने दो से अधिक वाहनों का प्रयोग किया था। इसकी आशंका इसलिए जताई जा रही है कि सैंया के बाद बदमाशों की बाइक सीसीटीवी में दिखाई नहीं दी है। माना जा रहा है कि बदमाशों ने डकैती में जिन दो बाइक का प्रयोग किया, उन्हें कहीं छोड़ दिया या सैंया इलाके में कहीं यहां छिपा दिया होगा। ----------------------फुटेज के आधार पर बदमाशों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। पूर्व में इस तरह की वारदातों में जेल जा चुके धौलपुर के बदमाशों का रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। घटना का जल्दी ही पर्दाफाश किया जाएगा। सूरज कुमार राय डीसीपी सिटी

Posted By: Inextlive