आगरा. ब्यूरो अगर आप भी छुट्टियों पर जाने से पहले किसी होटल की प्री एडवांस बुकिंग करवा रहे हैं. तो अलर्ट हो जाइए क्योंकि पता नहीं कब और कैसे आप साइबर क्राइम का शिकार हो जाएं? शातिर गूगल पर फेक नंबर के जरिए अपने अकाउंट में बुकिंग की रकम ट्रांसफर करवा रहे हैं. लेकिन जब वे होटल में पहुंचते हैं तो उनकी बुकिंग नहीं थी ऐसे में उन्हें किसी पास के होटल में परिवार के रहने के लिए बुकिंग करानी पड़ी. पीडि़त ने साइबर पुलिस से इस मामले की शिकायत की है.

असली होटल की नकली बुकिंग
दयालबाग के बसेरा एन्क्लेव मेें मंगलवार को कविता भारद्धाज हिमाचल ट्रिप से परिवार के साथ वापस लौटीं हैं। पेशे से वो बड़े शिक्षक संस्थान में टीचर हैं। उन्होंंने परिवार के साथ घूमने का प्लान बनाया था। जहां उन्होंने हिमाचल के डलहौजी में एक होटल में ऑनलाइन एडवांस बुकिंग की। उनके पति भरत भारद्धाज चाहते थे कि उनकी इस ट्रिप में उन्हें या उनकी फैमिली को कोई असुविधा न हो। इसलिए वो किसी अच्छे होटल में बुकिंग करवाकर परेशानी से बचना चाहते थे। फ्लाइट की टिकट बुक करवाने के बाद मिस्टर भारद्धाज ने सोचा ऑनलाइन ही होटल भी बुक करवा दिया जाए।

कस्टमर रिव्यू, शानदार होटल की तस्वीरें
मिस्टर भारद्धाज गूगल पर बेस्ट होटल सर्च करने में लग गए। टॉप 5 बेस्ट होटल डालते ही नजऱ के सामने सबसे ऊपर जो लिंक आया वो एक टॉप क्लास होटल की वेबसाइट का था। भारद्धाज ने वेबसाइट का लिंक खोलकर और जानकारी लेनी चाही। वेबसाइट पर होटल की बेहद शानदार तस्वीरें अपलोड थीं। सुविधाओं के नाम पर बेहद शानदार सुविधाएं देने का प्रावधान था और साथ ही बेहद शानदार कस्टमर रिव्यू दिए गए थे, उन्होंने पूरी संतुष्टि करने के बाद लिखे कस्टमर केयर नंबर पर बात की और सब सही समझकर होटल में 3 दिन 4 रातों की बुकिंग कर दी।

केस1
फर्जी होटल से ठगे गए भारद्धाज
जब भारद्धाज जी परिवार समेत बुकिंग के मुताबिक होटल पहुंचे तो सबसे पहले वो होटल की तरफ बढ़े। वे बेहद संतुष्ट थे कि वो पहले से ही शानदार होटल की बुकिंग करके आए हैं, लेकिन उनकी हैरत का ठिकाना नहीं रहा जब उन्हें होटल पहुंचकर पता चला कि उनके नाम से वहां कोई बुकिंग नहीं थी। जब भारद्धाज ने उन्हें फोन पर वेबसाइट पर नाम और जीएसटी नंबर दिखाया तो वो उन्हें सही मिला लेकिन जिस अकाउंट में बुकिंट अमाउंट ट्रांसफर किया गया था वो अकाउंट नंबर अलग था। नंबर मिलाया तो बंद मिला। वे समझ चुके थे कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है और उन्होंने किसी फेक वेबसाइट पर विश्वास करके वहां बुकिंग अमाउंट ट्रांसफर कर दिया है।
इस असुविधा से बचने के लिए उन्होंने दूसरा होटल बुक किया।

केस2
ऑनलाइन बुक करने पर नहीं मिला होटल
घटना कमला नगर के रहने वाले एक और कपल की है, जिन्होंने शादी के बाद कश्मीर घूमने का प्लान बनाया। पुनीत कुकरेजा और जूही चाहते थे कि शादी के बाद के कुछ दिन वो कश्मीर की खूबसूरत वादियों में सुकून से बिताएं। इसलिए जूही ने कश्मीर में 4 दिन 5 रातों के लिए एक होटल को प्री बुक करने का मन बनाया। पवन ने गूगल पर होटल सर्च करने शुरू किया, कई होटल देखने के बाद वो एक वेबसाइट पर दिख रहे होटल और उसकी दी गई तस्वीरों से संतुष्ट थीं। फिर उन्होंने वेबसाइट पर दिए गए नंबर से संपर्क साधा और प्री बुकिंग के नाम पर 40 फीसदी अमाउंट एडवांस पेमेंट कर दिया। लेकिन जब जूही और पवन कश्मीर पहुंचे तो वहां न होटल था न आसपास कुछ और। लाख कोशिशों के बाद भी उस नंबर पर संपर्क नहीं हो पाया जिसके बाद हारकर जूही और पुनीत ने आसपास के किसी होटल में अपनी बुकिंग कराई।

एडवांस बुकिंग का बढ़ रहा क्रेज ट्रेंड
आजकल घूमने फिरने वाला ज्यादातर वर्ग पढ़ा लिखा है। इसलिए वो समय की बचत और असुविधा से बचने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवाता है। पहले के लोग वहां जाकर अच्छे से देखकर होटल का चयन करते थे। तो वहीं आजकल गूगल पर ही चीज मौजूद होती है। जब बुकिंग करवाई जाती है तो किसी होटल की रेटिंग स्टार, कस्टमर रिव्यू, पिक्चर्स और वेबसाइट कैसी है, ये बातें देखी जाती हैं। और इन्हीं के आधार पर बुकिंग होती है। इसी बात का फायदा ये साइबर क्रिमिनल्स उठा रहे हैं।


साइबर ठगों की नई चाल
जिला साइबर सेल प्रभारी पुष्पेन्द्र चौधरी बताते हैं कि ये साइबर ठग आपको ठगने के लिए नई-नई तरकीबों पर काम करते रहते हैं। जब इनकी एक तरकीब पुरानी हो जाती है तो ये नई तरकीब ले आते हैं क्योंकि इनका मकसद सिर्फ आपकी मेहनत की कमाई को साफ करना है।


शातिर रखते हैं टॉप पर वेबसाइट
साइबर एक्सपर्ट सचिन सारस्वत कहते हैं कि ये किसी तरह अपनी इन वेबसाइट को गूगल सर्च में टॉप पर रखने में कामयाब होते हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इनकी वेबसाइट पर एक्सेस कर सकें।


आप भी रखें कुछ बातों का ध्यान
हालांकि साइबर पुलिस इस तरह के क्राइम को लेकर चिंतित है और गूगल से इसे लेकर बातचीत जारी है। ताकि इस तरह की फेक वेबसाइट्स पर लगाम लगाई जा सके, लेकिन ये आपका भी फर्ज है कि आप जब भी किसी जगह की प्री बुकिंग करवाते हैं तो कुछ बातों का ध्यान ज़रूर रखें।

बुकिंग से पहले ध्यान दें
-ऑनलाइन भुगतान करने से पहले अच्छी तरह जांच कर लें।
-किसी भी होटल की प्रीबुकिंग से पहले उसकी जांच-पड़ताल अच्छे से कर लें।
-असली दिखने वाली वेबसाइट्स भी फेक निकल सकती हैं, जिन्हें पकडऩा मुश्किल होता है।
-सेफ वेबसाइट्स की शुरुआत, किसी भी लिंक को खोलने से पहले ये ज़रूर जांच लें।


ऑनलाइन रिव्यूज पढ़ें
-किसी विश्वसनीय ट्रिप एडवाइजर, नामी साइट्स और गूगल प्लेटफार्म पर रिव्यूज पढ़ें।
-ज्यादा सकारात्मक और नकारात्मक रिव्यूज से सावधान रहें। वो धोखा भी हो सकता है।
- इस दौरान अपने किसी दोस्त या रिस्तेदार का पर्सनल रिव्यू बेहतर रहता है।

मान्यता और लाइसेंसिंग
हर होटल या ट्रेवल एजेंसी के पास अक्सर मान्यता और लाइसेंस होता है। आप पेमेंट करने से पहले उसकी जांच भी कर सकते हैं।

यहां कर सकते हैं फ्रॉड की कंप्लेन
अगर आपके साथ फ्रॉड हो जाता है तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें, 1930 नंबर पर दे सकते हैं। थाने में धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवा सकते हैं। आप इस धोखाधड़ी की रिपोर्ट देश के किसी भी हिस्से से करवा सकते हैं।


साइबर क्रिमिनल्स से बचने के लिए अवेयर रहे, दूसरों को भी करें, अगर आप भी इन गर्मियों की छुट्टियों में कहीं बाहर घूमने का प्लान कर रहे हैं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखिए। क्योंकि साइबर क्रिमिनल्स ठगी के नए नए तरीके अपना रहे हैं।
सोनम कुमार, डीसीपी बेस्ट जोन

Posted By: Inextlive