तीन दिन तक चली 16 वीं मीट-एट-आगरा का नए संकल्प और लक्ष्य के साथ समापन हो गया. 35 देशों के जूता निर्माताओं के शू कंपोनेंट और मशीनों के प्रदर्शन के बाद 20 हजार करोड़ के कारोबार की नींव तैयार होने का आंकलन लगाया गया है. तीन दिवसीय जूता प्रदर्शनी में 18 हजार से अधिक विजिटर्स ने नई तकनीकि में रुचि दिखाई. बताया गया कि यूरोपीय देशों में जूता उत्पादन घटने और चीन से मोहभंग होने के बाद अब बाजार की निगाहें भारत पर टिक गई हैं. लेदर के अतिरिक्त दूसरे तरह की वैरायटी पर बाजार आगे बढऩे की तैयारी में है. री वैरायटी पर भी कार्य की रफ्तार बढ़ानी होगी.

आगरा.( ब्यूरो) तीन दिन तक चली 16 वीं मीट-एट-आगरा का नए संकल्प और लक्ष्य के साथ समापन हो गया। 35 देशों के जूता निर्माताओं के शू कंपोनेंट और मशीनों के प्रदर्शन के बाद 20 हजार करोड़ के कारोबार की नींव तैयार होने का आंकलन लगाया गया है। तीन दिवसीय जूता प्रदर्शनी में 18 हजार से अधिक विजिटर्स ने नई तकनीकि में रुचि दिखाई। बताया गया कि यूरोपीय देशों में जूता उत्पादन घटने और चीन से मोहभंग होने के बाद अब बाजार की निगाहें भारत पर टिक गई हैं। लेदर के अतिरिक्त दूसरे तरह की वैरायटी पर बाजार आगे बढऩे की तैयारी में है। री वैरायटी पर भी कार्य की रफ्तार बढ़ानी होगी।

35 देशों की सहभागिता
आगरा फुटवियर मैन्युफैक्सरर्स एंड एक्सपोर्ट चैंबर (एफमेक) द्वारा सींगना में चल रहे तीन दिवसीय जूता प्रदर्शनी मीट एट आगरा का समापन रविवार को हुआ। प्रदर्शनी में 35 देशों के प्रदर्शकों ने जूता, जूता कंपोनेंट और मशीनरी का प्रदर्शन किया। नई तकनीक से स्थानीय जूता उद्यमी रूबरू हुए तो जूते के कंपोनेंट, लेदर वैरायटी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्यम से कंप्रेशर का संचालन और बिजली की बचत सहित दूसरी जानकारियां दी गईं। वहीं स्थानीय कारोबारियों के जूता, सोल, फुटबेड, शू अपर सहित तैयार जूते के आर्डर भी बुक हुए तो एक दूसरे से नंबरों का आदान प्रदान हुआ। इससे तीन दिन में 12 से 14 हजार करोड़ के स्थानीय, जबकि पांच से छह हजार करोड़ के आसपास के क्षेत्र सहित दूसरे जिलों के कारोबार की नींव तैयार हुई है। इनके आर्डर और सप्लाई आगामी दिनों में होंगी। एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने मीडिया को बताया कि कारोबार के बदलते परिवेश में यूरोप के कई देश खुलकर भारत की जरूरत को जताने लगे हैं। ये समय है हमें अपनी गुणवत्ता को और बेहतर बना कारोबार को बढ़ाने का है। लेदर के अतिरिक्त हमें दूसरी वैरायटी पर भी कार्य की रफ्तार बढ़ानी होगी। मीट एट आगरा तकनीक में समृद्ध होने और नए खरीदारों तक पहुंच बनाने में सहयोगी है। प्रदर्शनी में 18 हजार से अधिक विजिटर्स पहुंचने के बाद 20 हजार करोड़ के कारोबार की नींव तैयार होने का आंकलन है। मीट-एट-आगरा के समापन पर बेहतर स्टॉल, इनोवेशन करने वालों स्टाल धारकों को नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स के अध्यक्ष अतुल गुप्ता द्वारा सम्मानित किया।
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अगले वर्ष सात नवंबर को फिर जुटेंगे कारोबारी:
मीट एट आगरा के समापन पर 17वें एडीशन की तिथि भी समापन सत्र में निर्धारित की गई। अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि सर्व सहमति से अगले वर्ष सात से नौ नवंबर को मीट एट आगरा का आयोजन सींगना में होगा।
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स्मार्ट फुटवियर की दिशा में बढ़ेंगे कदम
मीट एट आगरा में नए तरह के फुटवियर बनाने की दिशा में कदम आगे बढ़ाने पर सहमति बन गई है। इस तरह के फुटवियर पहनकर चलने में विशेष प्रकार का साउंड सुनाई देगा। ताकि कदमों की आहट से फुटवियर की पहचान हो सके। आयोजन में शामिल हुए 35 देशों के कारोबारियों के बीच करार हुए हैं। जूता निर्माण में श्रेष्ठ मानी जाने वाली इटेलियन कंपनियों ने भारत के जूता निर्माताओं से अपनी आवश्यकताएं सांझा कीं।
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ब्रांड बनने में लगेगा समय
एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि भारत अभी विकाशील देश है। जूत के बड़े ब्रांड यहां से तैयार हों और उन्हें पहचान भी मिले। इसमें थोड़ा समय जरूर लगेगा, लेकिन हम सफल होंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल हम हर हाथ को काम की सोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

Posted By: Inextlive