दीपोत्सव के बाद शहनाई की तैयारी है. देवोत्थान 12 नवंबर को देवों को पूजने के बाद जिले में 1800 से अधिक जोड़ों का परिग्रहण संस्कार होगा. अटूट बंधन में बंधेंगे. इसके लिए विवाह वाले घरों में तैयारियां अंतिम चरण में हैं. सामूहिक विवाह समारोह में भी दर्जनों जोड़ों का विवाह कराया जाएगा. एक ही दिन में इतनी शादियों के चलते मैरिज होम और कैटर्स बुक हैं. बैंड और पुरोहितों को शिफ्ट में काम करना पड़ेगा.


आगरा (ब्यूरो) दीपोत्सव के बाद शहनाई की तैयारी है। देवोत्थान 12 नवंबर को देवों को पूजने के बाद जिले में 1800 से अधिक जोड़ों का परिग्रहण संस्कार होगा। अटूट बंधन में बंधेंगे। इसके लिए विवाह वाले घरों में तैयारियां अंतिम चरण में हैं। सामूहिक विवाह समारोह में भी दर्जनों जोड़ों का विवाह कराया जाएगा। एक ही दिन में इतनी शादियों के चलते मैरिज होम और कैटर्स बुक हैं। बैंड और पुरोहितों को शिफ्ट में काम करना पड़ेगा।

कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि को देवोत्थान मनाया जाता है। इस वर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 11 नवंबर शाम 6:46 बजे से लग रही हैं, जो अगले दिन 12 नवंबर शाम 4:04 बजे तक रहेगी। उदयातिथि के आधार पर 12 नवंबर को देवोत्थान एकादशी मनाई जाएगी। इसके साथ ही मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे। पहला और अनसुलझा सहालग होने के कारण इस दिन सर्वाधिक विवाह समारोह होंगे। आयोजन से जुड़े लोगों के अनुसार जिले में करीब 1800 से अधिक शादियां होंगी।-----------------------चार माह पहले ही बुक हो चुके बैंड, कई शिफ्ट में बजाएंगे बाजे
जिले में करीब 350 बैंड हैं। इसके साथ करीब 10 डीजे आन व्हील भी हैं, जिन्हें बरात में प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा ढोल आदि भी बरात में ले जाए जाते हैं। सभी बैंड छह से नौ और नौ से 12 बजे तक कम से कम दो शिफ्ट में काम करेंगे। इसके अलावा कुछ बैंड दोपहर तीन से छह और रात्रि 12 से दो बजे की शिफ्ट में भी बुङ्क्षकग कर चुके हैं। सुधीर बैंड के निदेशक सुधीर शर्मा ने बताया कि देवोत्थान पर पहला साहलग है, लेकिन इस दिन सर्वाधिक शादियों होने के कारण दोनों शिफ्ट की बुङ्क्षकग चार महीने पहले ही हो चुकी हैं। सिर्फ देवोत्थान पर ही नहीं, नवंबर में 14, 17, 22, 25, 27 और दिसंबर में दो, चार और छह तिथि तक सारी तिथियां पहले से बुक हैं। इसके बाद के सहालग में थोड़ी राहत रहेगी। ------------------------अधिकांश होटल और मैरिज होम भी बुक


सिर्फ बैंड ही नहीं, शहर के 400 से अधिक मैरिज होम और 250 से अधिक सितारा व बजट क्लास होटलों में से अधिकांश पूरी तरह बुक हैं। कई होटलों में एक से दो तक शादियां हो रही हैं तो वहीं बड़े मैरिज होम में भी परिसर को बांटकर दो से तीन विवाह आयोजन बुक किए गए हैं। फतेहाबाद रोड के लगभग सभी मैरिज होम बुक हैं। इसके अलावा शहर और देहात में विभिन्न पार्कों, धर्मशाला, सड़क किनारे या उपलब्ध स्थान पर विवाह समारोह होगा। फतेहाबाद रोड स्थित राजदेवम के दिलीप गुप्ता ने बताया कि देवोत्थान के लिए पांच माह पहले ही बुङ्क्षकग हो चुकी है। वहीं नवंबर और दिसंबर के सारे सहालग भी बुक हो चुके हैं।------------------------------नहीं मिल रहे कारीगरदेवोत्थान पर शहर के 500 से अधिक छोटे-बड़े इवेंट प्लानर, कैटङ्क्षरग कारोबारी आदि भी देवोत्थान पर पूरी तरह बुक हैं। कुछ ने एक तो कुछ ने दो से तीन स्थानों पर काम लगाया है, जिसके लिए उन्हें कारीगर तक नहीं मिल रहे। आसपास के जिलों से कारीगरों को बुलाया गया है। जयपुर हाउस स्थित एटीएच कैटर्स के अतिन कुलश्रेष्ठ ने बताया कि देवोत्थान ही नहीं, नवंबर के सभी सहालग पूरी तरह बुक हैं। काम इतना है कि अच्छे कारीगर मिलना मुश्किल हो रहा है, इसलिए मांग पूरी करने के लिए करीगरों को बाहर से भी बुलाना पड़ा है। ------------------इनकी भी मांगविवाह स्थल के लिए फूल डेकोरेटर, फोटोग्राफर, डीजे, बग्गी, आतिशबाजी आदि की भी मांग है। इन कार्यों को करने वालों के पास भी भरपूर आर्डर है। फूल सजावटकर्ता शिवम प्रजापति ने बताया कि देवोत्थान के लिए कई साइट पर काम लगा है। काम करने के लिए चार टीमें बनाई हैं, जो अलग-अलग साइट पर जाकर जिम्मेदारी संभालेंगी। ------------------------------

सामूहिक विवाह समारोह की तैयारियों में जुटीं संस्थाएं देवोत्थान पर सामूहिक विवाह समारोह के आयोजन भी होंगे। इसके लिए एक दर्जन से अधिक संस्थाएं और समाज तैयारियों में जुटे हैं। हरिनाम संकीर्तन सेवा ट्रस्ट देवोत्थान एकादशी पर पांच बेटियों का धूमधाम से सामूहिक विवाह करेगी। शमसाबाद रोड, 100 फुटा रोड स्थित परशुराम पार्क में होने वाला आयोजन कथा वाचक पं। गरिमा किशोरी के मार्गदर्शन में होगा। मंगलवार को समिति पदाधिकारियों ने इसका पोस्टर जारी किया। श्याम भोजवानी, श्रीनिवास अग्रवाल, अमित गुप्ता, घनश्यामदास गोयल, राजू गोस्वामी, बलवीर ङ्क्षसह बघेल मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive