आगरा. ब्यूरो उम्र करीब दस वर्ष की है लेकिन सजगता ऐसी दिखाई कि बड़े-बड़े भी प्रशंसा करते रहे. डीएम आवास परिसर की जर्जर दीवार रविवार की शाम ढह गई थी. दीवार के सहारे छह वर्षीय छोटे भाई के साथ खेल रही तमन्ना ने जैसे ही ईंटें गिरते देखीं भाई को धक्का दे दिया. खुद ने भी बचने की कोशिश की लेकिन तब तक ईंटों के मलबे में वो दब गई. चीख सुनकर गली के लोग दौड़े-दौड़े आए और उसे बाहर निकाला. तमन्ना के हाथ और सिर में चोट आई. उसे अस्पताल में लेकर उपचार कराया गया.

खेल रहे थे बच्चे
एमजी रोड स्थित डीएम आवास परिसर के पीछे वाली दीवार मोहनपुरा बस्ती से लगी है। करीब सात फीट ऊंची और 25 फीट लंबी दीवार रविवार शाम साढ़े छह बजे ढह गई थी। चाट की ठेल लगाने वाले चरण ङ्क्षसह उनकी नौ वर्ष की बेटी आरती, बस्ती के रामवीर और सागर की आठ वर्ष की बेटी तमन्ना दीवार के मलबे में दब गए थे। जिस समय हादसा हुआ, तमन्ना अपने छोटे भाई छह वर्षीय निखिल के साथ खेल रही थी। तमन्ना की मां ज्योति दरवाजे पर बैठी थीं। ज्योति ने बताया कि दीवार गिरते ही तमन्ना ने पास में खेल रहे निखिल को धक्का दे दिया। निखिल मलबे से दूर जाकर गिरा। वो मलबे में दबने से बच गया। तमन्ना ने भी भागने की कोशिश की लेकिन, तब तक वो ईंटों के मलबे में दब गई। ज्योति ने बताया कि हमने शोर मचाया। गली के लोगों ने आनन-फानन मलबा हटाकर तमन्ना को बाहर निकाला। तमन्ना के हाथ और सिर में चोट लगी थी। उसे अस्पताल लेकर उपचार कराया।

मलबे में दब गई है बेटी, अस्पताल जा रहे चरण ङ्क्षसह ने दी थी जानकारी
दीवार के मलबे में दबे चरण ङ्क्षसह को बाहर निकालने के बाद लोग उन्हें अस्पताल ले जा रहे थे। चरण ङ्क्षसह की हालत गंभीर थी। रास्ते में होश आने पर उन्होंने साथ के लोगों को बताया कि बेटी आरती भी मलबे में दब गई है, उसे निकाल लो। लोगों ने ये जानकारी गली के लोगों को दी। इस पर बस्ती के मोनू, विक्की, सोनू ने मलबे को तलाशना शुरू किया, एक जगह आरती दबी हुई थी। उसके सिर में काफी चोट थी। बेटी की हालत देख मां पूनम की चीख निकल गई, वह बेटी को एसएन इमरजेंसी लेकर गईं। चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। लोगों का कहना था कि आरती के बारे में पता नहीं था। जिस स्थान पर मलबे में वो दबी मिली, उस मलबे के ऊपर से लोग गुजरते रहे थे।

आजीविका भी छिन गई
आरती की मां पूनम ने बताया कि सात लोगों का परिवार की आजीविका का साधन चाट की ठेल थी। जिसे दो वर्ष पहले 12 हजार रुपये में बनवाया था। मलबे में दबने से ठेल भी तहस-नहस हो गई। मूलरूप से गांव तासपुरा फतेहाबाद चरण ङ्क्षसह दो वर्ष से मोहनपुरा में रह रहे थे। छह महीने पहले वह रामवीर के यहां रहने आए थे।

आरती के स्वजन को दिए चार लाख रुपए
सोमवार को तहसीलदार सदर एपी ङ्क्षसह सहित अन्य अधिकारी आरती के घर पहुंचे। परिजन को चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी। डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने रात में एक टीम घायलों के उपचार के लिए लगाई थी। टीम ने आरती के शव का आधी रात को पोस्टमार्टम कराया। सोमवार सुबह परिजन ने ताजगंज स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया।

Posted By: Inextlive