Agra News Taj mahotasav ओ साकी-साकी रे, पर झूमे दर्शक
चुने हुए शिल्पियों को किया गया सम्मानित
समापन समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल रहे। उन्होंने मेले में बेस्ट सेल, बेस्ट क्राफ्ट और बेस्ट डिस्प्ले के लिए महोत्सव समिति द्वारा चुने गए शिल्पियों को सम्मानित किया। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने स्वागत भाषण और धन्यवाद ज्ञापन डीएम भानु चंद्र गोस्वामी ने दिया। मंगलवार को मुख्य आकर्षण बालीवुड गायक तुलसी कुमार रहीं। उन्होंने तेरी बन जाऊंगी, सोच न सके, तुम जो आए ङ्क्षजदगी में, राता लंबियां लंबियां., हम मर जाएंगे, सतरंगा इश्क गीत सुनाकर रंग जमाया तो दर्शक झूमने को मजबूर हो उठे। नए व पुराने गीतों का मैशअप करते हुए उन्होंने हम्मा हम्मा, आज कल तेरे मेरे प्यार के चर्चे, रूप तेरा मस्ताना, दम मारो दम, पियू तू अब तो आजा, हंगामा हो गया, ये मेरा दिल प्यार का दीवाना, टिप टिप बरसा पानी, ओ ओ जाने जाना, सौदा खरा-खरा मेरे सैयां सुपर स्टार समेत अन्य गीत गाए तो दर्शक बेकाबू हो उठे। इससे पूर्व रित्विका गोपी ने आंध्र प्रदेश के लोक नृत्य, पुनश्च नृत्य कला केंद्र कोलकाता की नोंदिता बनर्जी ने कृष्ण प्रिया मीरा, क्रेजी अबाउट डांस ने नृत्य, ग्वालियर की याशिका व सिद्दी सूरी ने कथक, शालिनी वशिष्ठ ने भजन गायन की प्रस्तुति दी। मंच संचालन विजय प्रताप ङ्क्षसह और सुधीर नारायन ने किया।-------------------------ताज महोत्सव को दिया जाएगा अंतरराष्ट्रीय स्वरूपकेंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो। एसपी ङ्क्षसह बघेल ने कहा कि ताज महोत्सव से उनका रिश्ता 32 वर्ष पुराना है। पहले महोत्सव से वह यहां आते रहे हैं। देश के विकास का रास्ता एमएसएमई से होकर जाता है। ताज महोत्सव में एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के स्टाल लगे हैं। महोत्सव में भारतीय संस्कृति के विविध रंग दिखे। यहां निजामी बंधु भी आए और स्वाति मिश्रा भी। इससे बढ़कर महोत्सव की धर्मनिरपेक्ष पहचान नहीं हो सकती है। 300 स्थानीय कलाकारों ने प्रतिभा दिखाई। पहली बार यमुना आरती के भव्य व धार्मिक कार्यक्रम से संस्कृति का संवर्धन हुआ। महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दिया जाएगा।---------------------यमुना मैया की आरती, सजा फूलबंगला
एत्माद्दौला व्यू प्वाइंट पर मंगलवार शाम यमुना मैया की आरती वाराणसी से आए पुरोहितों ने मंत्रोच्चारण के बीच कराई। फूल बंगला व छप्पन भोग सजाए गए। मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी ने यमुना मैया की आरती की। उन्होंने कहा कि ताज महोत्सव में पहली बार नगर निगम के सौजन्य से वाराणसी की तर्ज पर यमुना आरती कराई गई है। प्रयास है कि आरती को स्थायी रूप दिया जाए, जिससे कि यह शहर के पर्यटन का हिस्सा बन सके। इसके साथ ही सदर बाजार व अटल उद्यान में कलाकारों ने प्रस्तुति से रंग जमाया।-------------------मथुरा के अखिलेश ने की सर्वाधिक बिक्रीमहोत्सव में सर्वाधिक बिक्री मथुरा के अखिलेश अग्रवाल की आठ लाख रुपए की रही। उन्होंने हैंड ब्लाक ङ्क्षप्रट की स्टाल लगाई थी। प। बंगाल से आए श्यामल पोली को बेस्ट क्राफ्ट का अवार्ड मिला। उन्होंने एंब्राइडरी और क्रोच की स्टाल लगाई थी। आगरा के कमला नगर के निशात मिर्जा ने जरदोजी के सामान की स्टाल लगाई थी। उन्हें बेस्ट डिस्प्ले का अवार्ड मिला।------------------ताजमहल के टेंडर में दिखा नौकरशाही का स्याह पक्ष
सूरसदन में नाटक ताजमहल के टेंडर की प्रस्तुति हुई। अजय शुक्ला द्वारा लिखित नाटक में नौकरशाही का स्याह पक्ष देखने को मिला। नाटक में दिखाया गया कि शाहजहां इतिहास के पन्नों से निकलकर वर्तमान समय में आ जाते हैं और गद्दीनशीन हो जाते हैं। वह ताजमहल बनवाने की इच्छा जताते हैं और इसकी जिम्मेदारी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता को सौंपते हैं। चालक व भ्रष्ट इंजीनियर शाहजहां के मंत्रियों को कमीशन का लालच देकर शाहजहां को कोरे वादों के भ्रमजाल में घुमाता है। चंद दिनों में ताजमहल खड़ा करने की बात कही जा रही थी और ताजमहल का टेंडर होने में ही 25 वर्ष बीत जाते हैं। टेंडर निकलने की प्रक्रिया में ही शाहजहां दुनिया को रुखसत कर जाते हैं। नाटक में ब्यूरोक्रेसी पर करारा व्यंग्य किया गया। शाहजहां का किरदार अरशद सैफी ने निभाया।----------------------पिछले वर्ष से अधिक रही टिकट बिक्रीमहोत्सव में 18 से 26 फरवरी तक नौ दिन में 43.27 लाख रुपए की आय टिकट बिक्री से हुई। पिछले वर्ष नौ दिन में 41.74 लाख रुपए की आय टिकट बिक्री से हुई थी। इस बार महोत्सव में टिकट बिक्री से सर्वाधिक आय शनिवार को गुरु रंधावा की प्रस्तुति के दिन 9.12 लाख रुपए रही.-------------------
फिर टूटी रेङ्क्षलग व कुर्सियांगायक तुलसी कुमार की प्रस्तुति में दर्शक बेकाबू हो उठे और रेङ्क्षलग, सोफे व कुर्सियों पर चढ़ गए। इससे रेङ्क्षलग, सोफे और कुर्सियां टूट गईं। पुलिसकर्मियों को दर्शकों को काबू करने में पसीना छूट गया। इससे पूर्व शनिवार को गुरु रंधावा की प्रस्तुति में भी ऐसा ही देखने को मिला था।