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परिक्रमा देने उमड़ा था जनसमूह
सावन के दूसरे सोमवार को शिवभक्तों द्वारा नगर के प्रमुख शिवमंदिर राजेश्वर, बल्केश्वर, पृथ्वीनाथ और कैलाश मंदिर की परिक्रमा लगाई जाती है। रविवार रात को शहर में नगर परिक्रमा लगाई गई। सड़कों पर शिव भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा। भक्तों के लिए सड़क किनारे शहरभर में जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया। इससे सड़क पर जगह-जगह कचरा फैल गया। इसमें भी प्लास्टिक का कचरा अधिक था। परिक्रमा के बाद शहर की सफाई के लिए नगर निगम की ओर से पहले से ही प्लानिंग कर ली गई थी। सफाईकर्मियों की 58 टीमों का गठन कर उन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई। अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि एक टीम में सफाई नायक के अलावा चार और सदस्यों को रखा गया था। इन पर जेडएसओ सीएसएफआई और एसएफआई भी अलग से नगर रख रहे थे। सोमवार सुबह से शुरू हुए इस अभियान में नगर निगम ने सभी 92 ट्रैक्टरों को भी मैदान में उतार दिया। सभी टीमों का नेतृत्व 10 नोडल अधिकारी कर रहे थे। सुबह 6 बजे से सक्रिय हुई नगर निगम की टीमों ने दोपहर 12 बजे तक अधिकांश मंदिरों के आसपास व परिक्रमा मार्ग पर फैला कचरा उठवा कर खत्ताघरों को भिजवा दिया था। इस दौरान सभी नोडल अधिकारी अपने रूट पर निरीक्षण करते रहे।
58 टीमें लगाईं गईं थीं
01 टीम में 5 सदस्य थे
10 नोडल अधिकारी बनाए गए थे
92 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को लगाया गया
लापरवाही पर दो का रोका वेतन
बोदला सिकंदरा रोड पर सफाई कार्य में लापरवाही मिलने पर अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद ने एक सुपरवाइजर और एसएफआई का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने के निर्देश जारी किए। सोमवार को अपर नगर आयुक्त कलक्ट्रेट चौराहा से सिकंदरा होते हुए नगर निगम तक परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण करने निकले थे। इस दौरान बोदला सिकंदरा मार्ग पर कूड़े कचरे के ढेर लगे हुए थे। मौके पर सफाई नायक रंजीत बैठे मिले, जबकि पांच सफाई कर्मी कार्य कर रहे थे। क्षेत्रीय मुख्य स्वच्छता निरीक्षक मुनेष कुमार मौके से गायब थे। जब इनसे मोबाइल फोन से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जुर्माना चालान की कार्रवाई में व्यस्त हैं। गंदगी को लेकर सफाई नायक भी संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर कार्रवाई करते हुए अपर नगर आयुक्त ने दोनों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने के निर्देश दिए। तीन दिन में स्पष्टीकरण लेने के निर्देश नगर स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
डमरु बना आकर्षण का केंद्र
राजेश्वर मंदिर के निकट सौ फुटा मार्ग पर नगर निगम की ओर से वेस्ट मेटेरियल से बनाया गया शिव का डमरु परिक्रमार्थियों और भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। लोगों ने शिव के डमरु के साथ जमकर सेल्फी ली। जेडएसओ राजीव बालियान बताया कि इसका निर्माण स्वच्छ सर्वेक्षण की टीम ने ट्रिपिलआर की थीम पर किया था। इसके अलावा सभी मंदिरों में नगर निगम की ओर से जीरो वेस्ट इंवेंट को प्रमोट करने के लिए सेल्फी प्वॉइंट भी बनाए थे जहां लोगों ने खड़े होकर फोटो खिचवाईं।
परिक्रमा के दौरान भंडारों पर वितरित की गई खाद्य सामग्री के दोने आदि मार्गों पर फेंक दिये जाने से वह बुरी तरह से सड़कों ंपर चिपक गई थी जो झाडू आदि से साफ नहीं हो पा रही थी। वहां पर नगर निगम की ओर से फावड़ा लेकर टीम को लगाया गया, जिसने खाद्य सामग्री को खुरच कर सड़कों को साफ किया।
अच्छा कार्य करने वाली टीम होगी सम्मानित
परिक्रमा के बाद मार्गों की सफाई के लिए चलाए गउ विशेष अभियान के दौरान जिन टीमों ने अच्छा कार्य किया है, उनका सम्मान किया जाएगा। अपर नगर आयुक्त सुरेंद्र प्रसाद ने बताया कि कार्य की समीक्षा की जा रही हैं जल्द टीमों की घोषणा कर दी जाएगी।
प्लानिंग का दिखा असर
नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने नगर परिक्रमा के दौरान व्यवस्थाएं दुरुस्त कराने को लेकर कमानी खुद संभाल रखी थी। सड़कों के गड्ढे भरवाने हों या फिर स्ट्रीट लाइट लगाने के निर्देश, नगरायुक्त ने अधीनस्थों के साथ पूरे परिक्रमा मार्ग का निरीक्षण कर हर अव्यवस्था दूर करने के निर्देश दिए थे। इसके साथ ही परिक्रमा के बाद सफाई के लिए फूलप्रूफ प्लान भी तैयार किया गया। जिसका असर भी दिखा। नगरायुक्त, अपर नगरायुक्त आदि निगम के अधिकारी खुद सड़कों पर उतरे। हर एरिया की मॉनिटरिंग की। जिसका असर दिखा।