आगरा. ब्यूरो ताज की सुरक्षा व्यवस्था पर हर साल 40 करोड़ रुपए खर्च होते हैं. यूनेस्को की विश्व धरोहर इमारत में शुमार इसकी सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ और पुलिस 24 घंटे तैनात रहती हैं. दो दिन पहले ही ताज महल पर दो युवकों ने गंगा जल चढ़ाने का दावा करते हुए वीडियो वायरल किया. इसके बाद ताजमहल की सुरक्षा को लेकर दावा किया गया कि यहां अब पर्यटकों को थ्री लेयर सिक्योरिटी से गुजरने के बाद ही ताज में प्रवेश मिलेगा. लेकिन दो दिन के अंदर दूसरी बार एक महिला ने विश्व स्तरीय सुरक्षा और 40 करोड़ की सुरक्षा का घेरा तोड़ दिया और ताजमहल परिसर में भगवा लहरा दिया. यही नहीं महिला ने गंगाजल चढ़ाने का दावा भी किया. सीआईएसएफ के जवानों ने महिला को दौड़ कर पकड़ा और माफीनामा लिखवा कर छोड़ दिया. दो दिन के अंदर इस तरह की दूसरी घटना ने ताज की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

इंटेलिजेंस और थ्री लेयर सिक्योरिटी फेल

सोमवार को जिस महिला ने ताज पर भगवा लहराया उसकी पहचान मीरा राठौर के रूप में हुई। पिछले सोमवार को मीरा कासगंज के सोरों से कांवड़ लेकर ताज पहुंची थी। पुलिस ने पश्चिमी गेट पर ही महिला को रोक लिया। प्रशासन ने मीरा का जल राजेश्वर मंदिर पर चढ़वा दिया। इस घटना के बाद भी इंटेलिजेंस और पुलिस मीरा राठौर पर नजर नहीं रख पाए और मीरा ताज पहुंच गईं। भगवा लहरा दिया। यही नहीं दो दिन पहले हुई घटना के बाद ताज की सुरक्षा को लेकर जो दावे थे कि ताज पर अब पर्यटक थ्री लेयर सिक्योरिटी से होकर ही गुजरेंगे। वे भी फेल हो गए। उसी थ्री लेयर सिक्योरिटी से मीरा राठौर निकल गईं और ताज पर भगवा लहरा दिया।

दो जोन में बंटी है ताज की सुरक्षा व्यवस्था

ताजमहल की सुरक्षा व्यवस्था रेड जोन और यलो जोन में बंटी हुई है। स्मारक परिसर रेड जोन में आता है। रेड जोन की सुरक्षा व्यवस्था केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल यानी सीआईएसएफ ने संभालती है। ताज के 500 मीटर परिधि का क्षेत्र यलो जोन में आता है। इसकी सुरक्षा पुलिस के हवाले है। यलो जोन में शिल्पग्राम से ताज पूर्वी गेट तक दो सुरक्षा बैरियर हैं। यहां 24 घंटे पुलिस की टीमें तैनात रहती हैं।

ताजमहल में एंट्री के लिए ये हैं नियम

-ताज पर सीआईएसएफ और ताज सुरक्षा चौकी इंचार्ज के अलावा कोई भी व्यक्ति हथियार लेकर एंट्री नहीं कर सकता चाहे वो किसी भी सुरक्षा एजेंसी का हो।
-ताजमहल परिसर में किसी भी तरह की खान-पान की सामग्री नहीं ले जा सकते सिर्फ पानी की बोतल ही ले जा सकते हैं।
-ताजमहल के अंदर किसी भी देश का झंडा या किसी भी तरह के प्रचार की बात लिखे हुए कपड़े पहन कर नहीं जा सकते।
-ताजमहल में मुख्य द्वार हमेशा बैरिकेडिंग किया रहता है। सिर्फ किसी राष्ट्राध्यक्ष के आने पर यह बैरिकेडिंग हटा कर पूरा गेट खुलता है।
-ताजमहल में किसी देश के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आने पर आम लोगों के लिए बंद किया जाता है।
-ताजमहल के 100 मीटर की दूरी पर लगे बैरियर के अंदर कोई भी पेट्रोल या डीजल वाहन नही आ सकता। सिर्फ ताज सुरक्षा और आरटीओ की ओर से जारी पास वाली गाडिय़ां ही अंदर जा सकती है।
-बैरियर के अंदर आने-जाने के लिए बैटरी संचालित गोल्फ कार और बैटरी बस से ही पर्यटक बैरियर के अंदर का सफर कर सकते हैं या पैदल जाया जा सकता है।
-ताजमहल के किसी भी बैरियर पर पुलिसकर्मीं आपकी तलाशी ले सकते हैं।
-ताजमहल के अंदर किसी न्यूज चैनल की आईडी और किसी भी तरह का माइक नहीं ले जाया जा सकता
है।
-ताजमहल परिसर में रॉयल गेट के रेड प्लेटफार्म तक ही वीडियोग्राफी मान्य है। इसके आगे जाने के लिए आपको पुरातत्व विभाग को फीस जमा करनी पड़ेगी हालांकि उसके बाद भी मुख्य गुंबद के अंदर फोटो या वीडियोग्राफी नहीं कर सकते।

ताज पर ये हुई हैं विवादित घटनाएं

-23 अक्टूबर 2017 को राष्ट्र स्वाभिमान दल के कार्यकर्ताओं ने प्लेटफार्म पर शिव चालीसा पढ़ा
-17 नवंबर 2018 को राष्ट्रीय बजरंग दल महिला शाखा ने चमेली फर्श पर पूजा की और गंगाजल चढ़ाया
-27 अक्टूबर 2020 को बेंच पर आंखें बंद कर ध्यान मुद्रा में बैठे युवक और पीछे भगवा झंडा लहराने का वीडियो वायरल हुआ
-चार जनवरी, 2021 को शिव चालीसा का पाठ किया गया
-11 जनवरी 2021 को अखिल भारत ङ्क्षहदू महासभा की मीना दिवाकर ने सेंट्रल टैंक के पास आरती उतारी
-आठ मार्च को अभा ङ्क्षहदू महासभा के पवन बाबा ने मेहताब बाग से ताजमहल की आरती उतारी
-29 जुलाई को अभा ङ्क्षहदू महासभा की मीरा राठौर कांवड़ लेकर ताजमहल पहुंचीं। पुलिस ने गेट से पहले ही रोककर लौट दिया

-188 दिनों तक बंद रहा था ताज कोरोना काल में
-2 जोन में बांटी गई है ताज की सुरक्षा व्यवस्था
-24 घंटे तैनात रहते हैं पुलिसकर्मी
-40 करोड़ खर्च होते हैं हर साल ताज की सुरक्षा पर

Posted By: Inextlive