डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद नैक ग्रेङ्क्षडग की आकंलन रिपोर्ट सात सदस्यीय टीम ने शुक्रवार शाम को सौंप दी. एग्जिट बैठक में विश्वविद्यालय और सरकार के स्तर पर कुछ कमियां बताईं. टीम ने अच्छी ग्रेङ्क्षडग की उम्मीद करने की बात भी कही.

आगरा (ब्यूरो) डॉ। भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) ग्रेङ्क्षडग की आकंलन रिपोर्ट सात सदस्यीय टीम ने शुक्रवार शाम को सौंप दी। एग्जिट बैठक में विश्वविद्यालय और सरकार के स्तर पर कुछ कमियां बताईं। टीम ने अच्छी ग्रेङ्क्षडग की उम्मीद करने की बात भी कही।

यूनिवर्सिटी कमेटी के आगे खुल सकता है लिफाफा
विश्वविद्यालय की सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) और टीम के तीन दिवसीय निरीक्षण से ए प्लस ग्रेङ्क्षडग की उम्मीद है। ए डबल प्लस ग्रेड भी मिल सकती है। सोमवार को नैक की टीम द्वारा सौंपे गए बंद लिफाफे को कुलपति प्रो। आशुरानी विश्वविद्यालय की कमेटी के सामने खोल सकती हैं।

नैक की सात सदस्यीय टीम ने तीसरे दिन इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आइक्यूएसी) सेंटर पहुंची। निरीक्षण करने के साथ ही प्रभारी प्रो संजीव कुमार से जानकारी ली। इसके बाद टीम की आंतरिक बैठक जेपी सभागार में चलती रही। इसमें तीन दिन में किए गए आकलन का ब्योरा दर्ज किया गया। टीम ने सभी संस्थानों का निरीक्षण किया, प्रयोगशाला भी देखी, केएमआइ के संग्राहलय का दो बार निरीक्षण किया। टीम संतुष्ट नजर आई।
उम्मीद करें सब अच्छा होगा
खंदारी परिसर स्थित दाऊ दयाल संस्थान, बेसिक साइंस संस्थान (आईबीएस), सेठ पदमचंद संस्थान, गृहविज्ञान संस्थान से लेकर छलेसर परिसर तक टीम ने विभिन्न ङ्क्षबदुओं पर निरीक्षण किया। इसके अलावा आरोग्य केंद्र, प्लेसमेंट सेल, आगरा की आवाज कम्यूनिटी रेडियो सेंटर, आईक्यूएसी और विभिन्न संस्थानों में संचालित लैब का भी निरीक्षण कर कार्यशैली परखी गई। शाम को शिवाजी मंडपम में नैक पीयर टीम के चेयरमैन इस्लामिक इंस्टीट््यूट आफ साइंस एंड टेक्नोलाजी के पूर्व कुलपति प्रो। मुस्ताक अहमद सिद्दीकी के निर्देशन में सात सदस्यीय टीम ने एग्जिट बैठक की। कहा कि कमियां हर जगह होती हैं। कुछ कमियां सरकार के स्तर पर भी हैं। उम्मीद करें कि सब अच्छा होगा। इसके बाद बंद लिफाफे में आकलन रिपोर्ट कुलपति प्रो। आशु रानी को सौंप कर टीम चली गई। टीम के लिए ताजमहल भ्रमण की व्यवस्था की गई थी। विश्वविद्यालय को 2017 में नैक की ब्री ग्रेड मिली थी, इसके बाद नैक का मूल्यांकन नहीं हुआ।

कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल नैक की तैयारियों के बाद निरीक्षण के दौरान भी कुलपति प्रो। आशुरानी के संपर्क में रहीं और कमियों को अंतिम समय तक पूरा करने के लिए दिशा निर्देश देती रहीं। एसएसआर रिपोर्ट के आधार पर ही विश्वविद्यालय की अच्छी ग्रेङ्क्षडग आने की उम्मीद थी, निरीक्षण में टीम संस्तुत नजर आई। नैक द्वारा जल्द की ग्रेङ्क्षडग जारी की जाएगी।

------------------
भौतिक विज्ञान विभाग में अंधेरे पर किए सवाल, सौर ऊर्जा संयत्र भी बेकार
नैक टीम के शुक्रवार को खंदारी परिसर स्थित इंस्टीट््यूट ऑफ बेसिक साइंस में निरीक्षण के दौरान बिजली चली गई थी। बिजली जाने से पहले संस्थान के शिक्षकों ने यहां लगाए गए सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित किए जाने की जानकारी दी थी, बिजली लाने के बाद जब सौर ऊर्जा से बिजली नहीं आई तो टीम ने सवाल किए थे। पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन भी अधूरा रह गया और भौतिक विज्ञान की प्रयोगशाला को भी टीम ने अंधेरे में ही देखा था।

Posted By: Inextlive