आगरा. ब्यूरो राजा की मंडी भूमिगत मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. सीढिय़ों के अलावा दो एस्केलेटर और दो लिफ्ट लगेंगी. मेट्रो स्टेशन और रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म को जोडऩे के लिए 12 मीटर चौड़ा पाथवे बनाया जाएगा. यह पाथवे फुट ओवर ब्रिज से जोड़ा जाएगा. इससे यात्रियों को आवागमन में दिक्कत नहीं होगी. वर्तमान में इस रेलवे स्टेशन पर कुल चार प्लेटफार्म और दो फुटओवर ब्रिज हैं.


फुटओवर ब्रिज से जुड़ेगा पाथवे


नई दिल्ली-आगरा रेल खंड में राजा की मंडी रेलवे स्टेशन है। इस स्टेशन से हर दिन 20 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। स्टेशन के दिल्ली गेट साइड में भूमिगत मेट्रो स्टेशन बन रहा है। बाक्स बनाने का कार्य पूरा हो गया है। अप लाइन की टनल भी खुद चुकी है। अप लाइन में पटरी और डाउन लाइन में टनल व पटरी बिछना बाकी रह गया है। पहले कारिडोर में यह एकमात्र रेलवे स्टेशन है। दूसरे कॉरिडोर में आगरा कैंट रेलवे स्टेशन शामिल है। उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) के एक अधिकारी ने बताया कि राजा की मंडी मेट्रो स्टेशन में प्रवेश और निकास द्वार अलग-अलग होगा। द्वार के पास पाथवे बनाया जाएगा। इसे फुट ओवर ब्रिज से जोड़ा जाएगा। इससे यात्री सीधे प्लेटफार्म पर पहुंच सकेंगे। इससे उनका समय बचेगा। आवागमन के लिए दो एस्केलेटर और दो लिफ्ट भी बनेंगी। आधा दर्जन दुकानें और दो रेस्टोरेंट भी होंगे।

----- दो से तीन दिनों में मिल सकती है एनओसी


यूपीएमआरसी को दो से तीन दिनों में अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) मिल सकती है। एनओसी मिलने से नेशनल हाईवे-19 स्थित तीन एलीवेटेड स्टेशनों के निर्माण का कार्य चालू हो जाएगा। दो सप्ताह से यह कार्य बंद है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मथुरा खंड द्वारा एनओसी जारी नहीं की गई है।

Posted By: Inextlive