नकली दवा की फैक्ट्री में टाल्क सिलखड़ी से सिप्ला व प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम से दवाइयां बनाई जा रही थीं. इन दवाइयों को कई प्रदेशों में बेचा जा रहा था. आगरा मंडल के चार जिलों के पांच औषधि निरीक्षक देर रात तक टैबलेट और साल्ट को जांच में जुटे रहे. 100 से अधिक कार्टन और बोरों में दवाएं जब्त की गई हैं. 14 टैबलेट और साल्ट के नमूने लिए गए हैं.

आगरा: नकली दवा की फैक्ट्री में टाल्क (सिलखड़ी) से सिप्ला व प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम से दवाइयां बनाई जा रही थीं। इन दवाइयों को कई प्रदेशों में बेचा जा रहा था। आगरा मंडल के चार जिलों के पांच औषधि निरीक्षक देर रात तक टैबलेट और साल्ट को जांच में जुटे रहे। 100 से अधिक कार्टन और बोरों में दवाएं जब्त की गई हैं। 14 टैबलेट और साल्ट के नमूने लिए गए हैं।

सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय ने बताया कि फैक्ट्री से नींद के लिए इस्तेमाल होने वाली सिप्ला सहित अन्य कंपनियों की एल्प्राजोलम युक्त दवा, पेट दर्द की दवा और एलर्जी की टैबलेट, साल्ट, टाल्क, जिलेटिन जब्त किया गया है। एल्प्राजोलम साल्ट महंगा है। एल्प्राजोलम एक्टिव इंग्रीडिएंट 5 एमजी की टैबलेट बनाने के लिए उसमें टाल्क मिलाया जाता है। यह निष्क्रिय होता है, इसका शरीर पर कोई असर नहीं होता है। आशंका है कि सस्ता होने के चलते टाल्क से ही टैबलेट बनाई जा रही थीं। इसकी जांच के लिए अल्प्राजोलम, अल्प्रासेफ, अल्जोसेल, मोंटेयर एफ एक्स की गोलियां, प्राक्सीवेल कैप्सूल सहित फैक्ट्री से मिले टाल्क सहित 14 के नमूने लिए गए हैं। इन्हें जांच के लिए लखनऊ भेजा जाएगा। इसकी रिपोर्ट के आधार पर वाद दायर किया जाएगा।


नशे के लिए 11 राज्यों में सप्लाई
पूछताछ में सामने आया है कि दवाओं की ट्रेन, ट्रक और टैक्सी से पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, पश्चिम बंगाल के साथ ही 11 राज्यों में सप्लाई हो रही है। वहीं, प्रदेश में आगरा से बरेली, गोरखपुर, कानपुर दवाएं सप्लाई की जाती है। इन शहरों से ङ्क्षसडीकेट दवाओं की सप्लाई बांग्लादेश तक करता है। यहां से पंजाब और दिल्ली में नशीली दवाओं की सप्लाई की जा रही है।


2023 में थोक के लाइसेंस से चला रहा था नकली फैक्ट्री
सरगना विजय गोयल ने वर्ष 2022 में सौमित्रि हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड, बिचपुरी के नाम से थोक दवा की दुकान का लाइसेंस लिया था और नकली दवा बनाने की फैक्ट्री चलाने लगा था। पिछले वर्ष जुलाई में फैक्ट्री में छापा मारा गया, इसके बाद लाइसेंस निरस्त कर दिया था।

अब तक हुई कार्रवाई
- जुलाई 2023 में बिचपुरी और सिकंदरा में नकली कफ सिरप बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी।
- जून 2023 में जयपुर क्राइम ब्रांच ने कोडीन सिरप की बिना बिल के बिक्री पकड़ी थी।
- 2021 में गढ़ी भदौरिया में सर्जिकल सामान बनाने वाली अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई.
- 2021 में आवास विकास कालोनी में एक्सपायर्ड दवाओं की रीपैङ्क्षकग का ठिकाना पकड़ा गया था।
- 2021 में जयपुरिया गैंग को नशीली दवाओं की बिक्री करने पर पकड़ा गया.
- 2020 में पंजाब पुलिस ने कमला नगर के अरोरा बंधु, बल्केश्वर निवासी गुप्ता बंधु को नारकोटिक्स की अवैध दवाओं की बिक्री में गिरफ्तार किया था।
- 2019 में ग्वालियर की नारकोटिक्स टीम ने फ्रीगंज की दो गोदाम से करोड़ों की नशीली दवाएं जब्त की थीं.
- 2019 में बांकेबिहारी धाम, सिकंदरा में चल रही नकली दवा की फैक्ट्री पकड़ी थी, इसमें हरीबाबू को जेल भेजा गया.

Posted By: Inextlive