आगरा ब्यूरो कोठी मीना बाजार मैदान रोड पर बुधवार शाम को तेज रफ्तार कार ने स्कूटी सवार मां-बेटे को टक्कर मार दी. मां-बेटे उछलकर नाला में जा गिरे. एसीपी की पेशी में तैनात दो पुलिसकर्मियों ने नाले में कूदकर बेटे को सकुशल बाहर निकाल लिया. बारिश के चलते नाले के तेज बहाव में महिला बह गई. उसे 800 मीटर दूर राजनगर नाले से निकाला गया. तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. दुर्घटना के बाद चालक कार छोड़कर भाग गया. घटना से आक्रोशित क्षेत्रीय लोगों ने हंगामा कर जाम लगा दिया.


मां को डेंटिस्ट को दिखाकर लौट रहा था
घटना बुधवार शाम साढ़े चार बजे की है। शाहगंज के कोलियाई स्थित नमक की मंडी निवासी इखलाक और उनका बेटा शुजात जूता फैक्ट्री में काम करते हैं। मां शाहिना को स्कूटी पर लेकर तोता का ताल स्थित डेंटिस्ट को दिखाकर लौट रहा था। कोठी मीना बाजार मैदान रोड पर सत्तो लाला फूड कोर्ट के पास पीछे से आती तेज रफ्तार कार ने स्कूटी में टक्कर मार दी। जिससे मां-बेटा उछलकर नाले में जा गिरे। हादसा होते ही राहगीरों की भीड़ जुट गई। पास में ही एसीपी कार्यालय में तैनात मुख्य आरक्षी हेमंत औेर आरक्षी मनीष भीड़ देखकर मौके पर पहुंच गए। हेमंत ने नाले में छलांग लगा दी। शुजात को बाहर निकाल लिया। उन्होंने शाहिना को बचाने का प्रयास किया। लेकिन, बारिश के चलते पानी का बहाव तेज था। जिसमें शाहिना बह गईं। लोगों ने कार की टक्कर से गंभीर घायल शुजात को पास ही अस्पताल में भर्ती कराया। इधर, नगर निगम और फायर ब्रिगेड की टीमों ने नाले में तलाश शुरू कर दी। टीमों ने शाहिना को करीब 800 मीटर दूर राजनगर नाले से निकाला। तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। महिला की मौत की जानकारी होने पर परिजन और क्षेत्रीय लोग पहुंच गए। हादसे को लेकर हंगामा करने लगे। एसीपी लोहामंडी सर्किल मयंक तिवारी ने लोगों को समझाकर शांत कराया। एसीपी के अनुसार मामले में कार चालक के खिलाफ परिजन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।

अमर अग्रवाल के नाम रजिस्टर्ड है कार स्कूटी सवार मां-बेटे को टक्कर मारने के बाद चालक कार छोड़कर भाग गया था। एसीपी मयंक तिवारी ने बताया कि कार का प्रथम मालिक राधे मल्होत्रा है। राधे मल्होत्रा ने इस वर्ष जनवरी में कार को अमर अग्रवाल को बेची थी। अमर अग्रवाल अलबतिया का रहने वाला है। एसीपी ने बताया कि कार कौन चला रहा था, इसकी जांच की जा रही है। वर्ष 2016 से बीमा नहीं, दो चालान हो चुके हैं पुलिस ने दु्र्घटना करने वाली कार का एप पर रिकार्ड चेक किया। पुलिस के अनुसार, कार का वर्ष 2016 से बीमा नहीं था। उसके दो चालान हो चुके हैं। पहला चालान वर्ष 2022 में छह हजार और दूसरा वर्ष 2021 में एक हजार रुपए का हुआ था। यह दोनों ही चालान अभी जमा नहीं किए गए हैं।

Posted By: Inextlive