आरोपी पहले फोन-पे पर नंबर चेक करते हैं कि वह नंबर फोन-पे पर है या नहीं. उसके बाद जो मोबाइल नंबर पर रजिस्टर्ड होता है. उस पर कॉल करते उस व्यक्ति को उसका जानकार बतौर पहचान के लिए बोलते हैं और फिर जब वह व्यक्ति किसी का नाम लेता है. तो वही बनकर उससे अपने किसी रिश्तेदार को अस्पताल में भर्ती होने की बात कहकर ठगी करते थे.

आगरा। (ब्यूरो) आरोपी पहले फोन-पे पर नंबर चेक करते हैं कि वह नंबर फोन-पे पर है या नहीं। उसके बाद जो मोबाइल नंबर पर रजिस्टर्ड होता है। उस पर कॉल करते उस व्यक्ति को उसका जानकार बतौर पहचान के लिए बोलते हैं और फिर जब वह व्यक्ति किसी का नाम लेता है। तो वही बनकर उससे अपने किसी रिश्तेदार को अस्पताल में भर्ती होने की बात कहकर ठगी करते थे।

इमरजेंसी का हवाला देकर मांग रहे रुपए
शहर के लोगों में इन दिनों साइबर ठगी करने वाले गैंग एक्टिव हैं, जो आए दिन अनूठे अंदाज में लोगों के साथ ठगी कर रहे हैं। ऐसे ही गैंग के एफबी के जरिए मैसेज भेज कर लोगों को निशाना बना रहा है। शातिर साइबर फ्रॉड नजदीकी रिश्तेदार बनकर लोगों को मैसेज सेंड कर रहे हैं, इमरजेंसी का हवाला देकर रुपए खाते में डलवाकर फ्रॉड कर रहे हैं।

मैसेज भेज कर मांगे रुपए
गैंग के सदस्य फोन कर कहते हैं, 'हेलो मैं आपका दोस्त बोल रहा हूं। आपके रिश्तेदार की तबीयत खराब हो गई है। उन्हें हॉस्पिटल में दाखिल करवाया है। कुछ पैसे कम पड़ रहे हैं। बताए गए नंबर पर ट्रांसफर कर दो.Ó कभी कभी मैसेज के जरिए भी ये रुपए मांगते हैं। ठगी को अंजाम देते हैं। शहर में मंगलवार को आशिफ नाम के साइबर ठग ने 6 लोगों को शिकार बनाया है।

ये है ठगी का तरीका
इसके अलावा वहीं जब कोई व्यक्ति किसी भी पहचान का नाम बताने से इनकार करता तो उसके बैंक खाते में पैसे भेजने का झूठा मैसेज भेजकर,उनसे कहते कि आपके पास गलती से पैसे ट्रांसफर हो गए हैं। और फिर रुपए वापस मंगवाने के नाम पर ठगी कर लेते थे।

केस1
गलती मेरी है कॉल नहीं किया
शहर में मंगलवार के दिन शातिर ठग ने एक के बाद एक ग्रुप के लोगों को अपना निशाना बनाया है। दयालबाग रहने वाले राजेश के पास एफबी के जरिए मैसेज आया कि इमरजेंसी है, 6 हजार रुपए चाहिए। रुपए सेंड कर दिए गए, कुछ देर बाद उनको ठगी के बारे में जानकारी मिल सकी।

केस2
ये मैने क्या कर दिया
एमएमगेट में रहने वाले जीशान के पास सुबह एक दोस्त का मैसेज आया, जिसमें एक नंबर से तीन हजार रुपए मांगे गए, रुपए मांगने वाले ने जीशान के दोस्त की आईडी हैक की थी, जीशान ने रुपए भी सेंड कर दिए, इसके बाद ठगी की जानकारी हुई।

केस3
अब कुछ नहीं हो सकता है
मोती कटरा पर रहने वाले रंजीत को उसके दोस्त का मैसेज आया, जिसमें रुपए की डिमांड की गई। रंजीत ने पांच हजार रुपए इमरजेंसी देखकर सेंड कर दिए। एक घंटे बाद रंजीत ने जब अपने दोस्त को कॉल किया तो पता चला उसने रुपए मांगे ही नहीं।

केस4
मामू ने मांग दस हजार रुपए
सोशल मीडिया पर एक युवक ने मंगलवार को 6 से अधिक लोगों को अपना निशाना बनाया। अनीफ उसमानी के मोबाइल पर उसके मामू का कॉल आया, जिसमें दस हजार रुपए जल्दी भेजने की बात कहीं गई थी। इस पर अनीफ ने मोबाइल फोन पर दिए गए नंबर पर रुपए सेंड कर दिए। इसी तरह दो अन्य से रुपए मांग कर साइबर ठगों ने ठगी का शिकार बनाया।


मंगलवार को बने ठगी का शिकार
-एक दिन में ठगे रुपए
50 हजार
-साबइर ठगों ने भेजा मैसेज
8
-झांसे में आने वाले बने शिकार
06

पुलिस ने की अलर्ट की अपील
साइबर अपराधी करीबी, नाते रिश्तेदार या फिर दोस्त बनकर ऑनलाइन ठगी कर रहे हैं। ऑनलाइन लेनदेन करते वक्त सावधानी बरतें। हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज कराएं। समय से सूचना मिलने पर आपकी रकम वापस मिल सकती है।
सेानम कुमार, डीसीपी पश्चिमी जोन

Posted By: Inextlive