आगरा ब्यूरो हेलो मैं उप स्टेशन अधीक्षक वृंदावन रोड स्टेशन से बोल रहा हूं. आगरा से नई दिल्ली जा रही मालगाड़ी के पहियों से ङ्क्षचगारी निकल रही है. ट्रेन की गति 60 किमी प्रति घंटा है. बुधवार रात 7.54 बजे उप स्टेशन अधीक्षक ने इन्हीं शब्दों के साथ कंट्रोल रूम को पहली जानकारी दी थी. ठीक एक मिनट बाद रात 7.55 बजे तीसरी और चौथी रेल लाइन के अप और डाउन लाइन के ओवर हेड इलेक्ट्रिक ओएचई को बंद कर दिया गया. रात 8.16 बजे एक बार फिर उप स्टेशन अधीक्षक ने फोन किया और मालगाड़ी के डिरेल होने की जानकारी दी. रेलवे अधिकारियों की प्रारंभिक जांच में इस तथ्य का पता चला है. अब इसकी उच्चस्तरीय जांच होगी.

ट्रेन में लदा था 3460 टन कोयला
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर स्टेशन से 58 वैगन की मालगाड़ी गुजरात के सूरतगढ़ जा रही थी। बुधवार शाम को यह ट्रेन कुछ देर के लिए आगरा कैंट स्टेशन पर रुकी। यहां इसकी जांच की गई। सब कुछ ठीक मिलने पर नई दिल्ली के लिए रवाना हो गई। मालगाड़ी के एक वैगन में 60 टन कोयला के हिसाब से पूरी ट्रेन में कुल 3460 टन कोयला लदा था। आगरा से चलने के दौरान ट्रेन की गति 20 से 30 किमी प्रति घंटा थी। वृंदावन रोड स्टेशन के किमी नंबर 1408/41 में ट्रेन की गति 60 किमी हो गई। ट्रेन के पहियों में ङ्क्षचगारी निकलते हुए उप स्टेशन अधीक्षक ने देखा। 22 मिनट के बाद हाट एक्सल के चलते वृंदावन रोड व आझई रेलवे स्टेशन के बीच मालगाड़ी के 26 वैगन पटरी से उतर गए। 10 से अधिक वैगन एक-दूसरे पर चढ़कर पलट गए। इससे वैगन के साथ रेल ट्रैक भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। वैगन पलटकर दूसरी लाइन पर आने के कारण आगरा-दिल्ली रूट पर अप लाइन के साथ ही डाउन लाइन और तीसरी लाइन पर भी आवागमन बाधित हो गया। देर रात आगरा-दिल्ली रूट पर चौथी लाइन से धीरे-धीरे ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया। जबकि दिल्ली-आगरा रेलमार्ग 24 घंटे गुजर जाने के बाद गुरुवार रात तक सुचारू नहीं हो पाया था। रात्रि 10 बजे तीसरी रेल लाइन चालू हो गई।

तीन लाइन हो गई ठप
जांच में पाया गया कि इंजन पटरी से नहीं उतरा। वैगन नंबर एक के पहिये ट्रैक से उतरकर पांच से सात इंच तक दूर तक गए। वैगन नंबर दो और तीन पटरी से नहीं उतरे। इसके बाद के 25 वैगन पटरी से उतर गए। यह वैगन नई दिल्ली-आगरा ट्रैक पर जाकर गिरे। इसी के चलते तीन लाइन ठप हो गईं। गुरुवार सुबह मालगाड़ी का इंजन आगरा कैंट लाया गया। वहीं 30 वैगन को हटाकर आगे के लिए रवाना कर दिया गया। जनसंपर्क अधिकारी प्रशस्ति श्रीवास्तव का कहना है, मालगाड़ी के पटरी से उतरने की उच्चस्तरीय जांच होगी।

क्या होता है हाट एक्सल:
सेवानिवृत्त इंजीनियर टीके शर्मा के अनुसार वैगन में निर्धारित माल से अधिक सामान लदा होने या फिर बेयङ्क्षरग की ठीक तरीके से जांच नहीं होने से हाट एक्सल हो जाता है। हाट एक्सल के दौरान वैगन के पहिये तेजी से गर्म होने लगते हैं। ङ्क्षचगारी निकलने लगती है। इससे बेयङ्क्षरग टूट जाती है। ट्रेन के तेज गति से होने से वैगन पटरी से उतर जाते हैं।

ये प्रमुख ट्रेनें रहीं रद (अप और डाउन)
- वंदे भारत रानी कमलापति निजामुद्दीन
- वंदे भारत निजामुद्दीन से खजुराहो
- राजधानी निजामद्दीन से भोपाल
- निजामुद्दीन कोटा एक्सप्रेस
- निजामुद्दीन झांसी एक्सप्रेस
- आगरा नई दिल्ली इंटरसिटी
- नई दिल्ली सोगरिया एक्सप्रेस

Posted By: Inextlive