Agra News शिकोहाबाद आतिशबाजी गोदाम में धमाका, एक दर्जन से ज्यादा मकान ढहे
कानपुर हाईवे पर स्थित आवास विकास कालोनी के नजदीक बसे नौशेहरा गांव में बुर्ज मोहल्ला निवासी भूरे खां ने चंद्रपाल कुशवाहा का घर किराए पर लिया था। इसमें वह आतिशबाजी की गोदाम चलाता था। सुबह से शाम तक लोगों को आना-जाना होता था। रात में एक चौकीदार और उसकी पत्नी रहती थी। सोमवार रात 10 बजे अचानक गोदाम में धमाका हुआ। रात के सन्नाटे में धमाके की गूंज आसपास के 10 किमी क्षेत्र तक सुनाई थी। बताया गया है कि धमाके में गोदाम के आसपास के एक दर्जन घर ढह गए तो कई घरों में दरारें पड़ गई। बताया गया है कि जिस समय धमाका हुआ, उस समय लोग घरों में लोग सोए हुए थे। घरों के मलबे में दर्जनों लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई। रात लगभग साढ़े दस बजे थाना पुलिस पहुंची, लेकिन राहत कार्य शुरू नहीं हो पाया। गांव वालों ने मलबे से लोगों को निकालना शुरू किया। इसके कुछ देर बाद फायर बिग्रेड की गाड़ी पहुंची और आतिशबाजी में सुलगती आग पर काबू पाना शुरू कर दिया। रात 11 बजे तक दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी। एसएसपी सौरभ दीक्षित फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए थे।
विस्फोट-इनके मकान गिरेफिरोजाबाद: विस्फोट के कारण पूर्व प्रधान बदन ङ्क्षसह, अनिल, महेश, नाथूराम, चंद्रपाल, श्याम ङ्क्षसह, पप्पू, भोला, राकेश आदि लोगो के मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इनके परिवार के लोगों को मलबे से निकालने का कार्य आधी रात के बाद तक चलता रहा।
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ये लोग पहुंचे अस्पताल:
रात 11 बजे तक 25 वर्षीय सोनी कुशवाह, मनमोहन, 22 वर्षीय रिशु शिकोहाबाद के जिला संयुक्त चिकित्साल भेजे जा चुके थे।
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इनके मरने की हुई पुष्टि:
चौकीदार की पत्नी 52 वर्षीय मीरा देवी, चौकीदार की हालत भी गंभीर है।
वहीं एक मकान के नीचे से अब तक 18 वर्षीय गौतम और अमन के शव निकाले जा चुके हैं। मौके पर एंबुलेंस नहीं थी। पुलिस ने पत्रकार की कार में शव भिजवाए। ग्रामीणों में आक्रोश है। स्वास्थ्य विभाग ने 15 एंबुलेंस और डाक्टरों की मौके पर भेजी।
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सात वर्ष पूर्व औद्योगिक आस्थान में पटाखा फैक्ट्री में हुआ था विस्फोट
फिरोजाबाद: शिकोहाबाद में हाईवे स्थित औद्योगिक आस्थान में सात वर्ष पूर्व एक पटाखा फैक्ट्री में भीषण विस्फोट हुआ था, जिसमें कई मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। क्षेत्र में आसपास की फैक्ट्रियों में काफी नुकसान हुआ।
वर्ष 2017 में औद्योगिक आस्थान में चोरी छिपे एक पटाखा बनाने की फैक्ट्री संचालित थी। दीवाली से कुछ दिन पहले फैक्ट्री में धमाका होने से कई मजदूर घायल हो गए। फैक्ट्री से चीन के एक युवक को पकड़ा गया था, जिसे मामले में दोषी पाते हुए जेल भी भेजा गया। वहीं उद्योग विभाग द्वारा भूखंड स्वामी के विरुद्ध प्राथमिकी भी लिखाई गई। फिर भी इस मामले में भूंखड स्वामी व फैक्ट्री संचालित करने वालों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हो सकी, जिससे जिला व पुलिस प्रशासन पर सवाल उठते रहे।