आगरा. ब्यूरो बारिश के सीजन में शहर में डेंगू पैर न पसारे इसके लिए कवायद जारी है. दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से डेंगू का डंक कैंपेन चलाया गया जिसमें लोगों को इसके लक्षण और बचाव के बारे में जानकारी दी गई. रविवार को कैंपेन के तहत नगर निगम के सहयोग से शहर के तीन स्थानों पर फॉगिंग कराई गई. इस दौरान यहां मैक्सो जीनियस की ओर से सैंपल किट का वितरण किया गया.

इस तरह फैलता है डेंगू
वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक, डेंगू मच्छर के काटने से फैलने वाली एक बीमारी है, जो ज्यादातर ट्रॉपिकल और सब-ट्रॉपिकल क्षेत्रों में होता है। यह एक वायरल इन्फेक्शन है, जो मच्छरों के एडिज प्रजाति के जरिए फैलता है। इन संक्रमित मच्छरों के काटने से डेंगू का वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है, जिसके कारण हम संक्रमित हो जाते हैं।

क्या हैं डेंगू के लक्षण?
- तेज बुखार
- तेज सिर दर्द
- मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द
- त्वचा पर रैशेज
- आंखों में दर्द
- मितली
- पेट में दर्द या ऐंठन
- ब्लीडिंग
- थकान
- चिड़चिड़ापन
- ग्लैंड्स में सूजन
- नाक या मसूड़ों से खून आना
- त्वचा का रंग पीला पडऩा या त्वचा ठंडी पडऩा
- बेचैनी
- बार-बार प्यास लगना

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कैसे करें डेंगू से बचाव?
- वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक डेंगू के मच्छर दिन में ज्यादा एक्टिव रहते हैं। इसलिए इन मच्छरों से दिन में भी बचने की जरूरत होती है.
- पूरी बाजू के कपड़े पहनें। मच्छर ज्यादातर हाथ-पैरों पर काटते हैं। इसलिए पूरी बाजू के कपड़े पहनना जरूरी है.
- सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। दिन में भी मच्छरदानी में ही सोएं, ताकि मच्छर दूर रहें। ज्यादा सुरक्षा के लिए इंसेक्ट रिपेलेंट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
- मॉस्क्यूटो रिपेलेंट, कॉइल या वेपोराइजर का इस्तेमाल करें, ताकि मच्छर आपके घर में न आएं.
- खिड़की और दरवाजों पर जाली लगाकर रखें, ताकि मच्छर और अन्य कीड़े भीतर न आएं.
- अपने घर के आस-पास पानी न इक_ा होने दें, ताकि मच्छर अंडे न दे सकें.
- अपने घर के कूलर का पानी बदलते रहें, ताकि उनमें मच्छर अंडे न दें.
- पानी भरने के बरतनों को रोज साफ करें और उन्हें ढककर रखें.
- पानी की टंकी की हर हफ्ते सफाई करें.
- घर के आस-पास कचरा न इक_ा होने दें और साथ ही, कूड़ेदान को ढककर रखें.
- घर में स्वीमिंग पूल है, तो उसकी भी नियमित सफाई जरूरी है.


इन स्थानों पर कराई गई फॉगिंग

- केके नगर
- शिवा कुंज, महर्षिपुरम
- पीपी नगर
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सड़क पर जाता है जलभराव
मेरे घर के आसपास कुछ देर की बारिश में जलभराव हो जाता है। इससे डेंगू के दौरान डर लगता है। रविवार को फॉगिंग होने के बाद काफी हद तक डेंगू का डर कम हुआ है। समय-समय पर फॉगिंग होती रहनी चाहिए।
अभिनव यादव, केके नगर


समय-समय पर फॉगिंग होने से डेंगू का डर कम हो जाता है। पिछले कई दिनों से फॉगिंग कराने प्रयास कर रहा था। रविवार को क्षेत्र में फॉगिंग हुई। इससे डेंगू के प्रकोप को थामने में मदद मिलेगी।
ऋषि तोमर, पीपी नगर

डेंगू के प्रकोप को थामने के लिए जरूरी है कि क्षेत्र में जलभराव न हो। इसके साथ ही समय-समय पर फॉगिंग होते रहने चाहिए। जिससे डेंगू का प्रकोप कम हो सके।
धीरज शर्मा, शिवा कुंज

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घर व आसपास बारिश का पानी इकट्ठा न होने दें। कूलर का पानी समय-समय पर बदलते रहें। बारिश में अपने आसपास सफाई का विशेष ध्यान रखें।
डॉ। संजीव वर्मा, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, आगरा

Posted By: Inextlive