Agra News: खांसी को जांच में बताया कैंसर, पीड़ित के लाखों रुपये भी हुए खर्च, मुंबई की जांच में सामने आई हकीकत
आगरा (ब्यूरो) पैथोलॉजी की लापरवाही ने किसान को अपनी जांच में कैंसर बता उसे लाखों का कर्जदार बना दिया। गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल और मुंबई टाटा मेमोरियल कैंसर रिसर्च इंस्टीट््यूट में जांच कराई। दोनों संस्थान से कैंसर की रिपोर्ट निगेटिव आने पर पीडि़त ने लैब संचालक के विरुद्ध पुलिस आयुक्त जे। रविन्दर गौड़ से शिकायत की थी। उनके निर्देश पर क्लीनिकल पैथोलाजी लैब के संचालक डॉ। अनिल अग्रवाल, उनके पुत्र डॉ। अर्पित अग्रवाल के विरुद्ध धोखाधड़ी और अमानत में खयानत का मुकदमा दर्ज किया है।
गांव कुकथला अछनेरा के किसान राजकुमार ने बताया कि खांसी की शिकायत पर 17 जनवरी 2023 को एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ। टीपी ङ्क्षसह को दिखाया। चिकित्सक ने दवाइयां और जांच लिखी। खून की उल्टियां होने पर दोबारा दिखाने पर उन्हें डॉ। मुकेश शर्मा के पास भेज दिया। डॉ। मुकेश शर्मा ने दिल्ली गेट स्थित अग्रवाल क्रिटिकल केयर सेंटर में बायोप्सी कराने के साथ ही न्यू आगरा बाइपास स्थित क्लीनिकल पैथोलाजी में जांच कराई। पैथोलाजी की जांच रिपोर्ट देखने के बाद डॉ। मुकेश शर्मा ने उन्हें फेफड़ों का कैंसर बताया। डॉ। मुकेश शर्मा ने पुरुषोत्तम दास सावित्री कैंसर एंड रिसर्च सेंटर में डॉ संदीप अग्रवाल को दिखाया। उन्होंने भी कैंसर बता
आपरेशन की सलाह दी। इससे वह अवसाद में आ गए।
मेदांता में कराई जांच
राजकुमार दिल्ली एम्स गए। वहां जांच नहीं हो पाई तो मुंबई में टाटा मेमोरियल कैंसर रिसर्च इंस्टीट््यूट और गुरुग्राम में मेदांता अस्पताल में जांच कराई। दोनों संस्थान की जांच रिपोर्ट में उन्हें कैंसर नहीं होना बताया। जांच आदि में उनके आठ लाख रुपए खर्च हो गए। राजकुमार ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी के यहां शिकायत की थी। इंस्पेक्टर हरीपर्वत आलोक कुमार ने बताया कि क्लीनिकल पैथोलाजी के डॉ। अर्पित अग्रवाल और डॉ। अनिल अग्रवाल को नामजद किया गया है। विवेचना की जा रही है। मामले में पैथोलाजी संचालक डॉ। अर्पित अग्रवाल का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया, मैसेज किया, उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।