Agra News: मिठाई नहीं, बीमारी खरीद रहे आप
आगरा (ब्यूरो)। फेस्टिव सीजन आते ही मिठाइयों की डिमांड बढ़ जाती है। इसके साथ ही नकली मावा की मिलावट भी शुरू हो जाती है। क्या आप जानते हैं ये मिलावटी मावा आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है। अधिक मुनाफे के लिए कारोबारी मिठाइयों में स्टार्च, सिंथेटिक दूध, डिटर्जेंट और अन्य हानिकारक केमिकल मिला रहे हैं। ये मिलावट आपको पेट दर्द, दस्त, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं और यहां तक कि फूड पॉइजनिंग तक दे सकती है। लीवर और किडनी डैमेज से लेकर, इम्यून सिस्टम कमजोर होने का खतरा भी है। अगर लंबे समय तक इसका सेवन किया जाए तो कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
मावा में सेलम और दूध पाउडर का प्रयोग
मार्केट में मावा की मांग दोगुनी हो गई है। दीपावली के मौके पर सबसे अधिक मिठाइयां बनती हैं। बाह, फतेहपुर सीकरी, खेरागढ़ कस्बा, सैंया, अकोला, बिचपुरी, खंदौली, शमसाबाद, पिनाहट क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर मिलावटी मावा तैयार किया जाता है। इसमें सबसे अधिक सेलम और दूध पाउडर का प्रयोग किया जाता है। ताजा मावा ऊपर से मिला दिया जाता है। इसके बाद मिलावटी मावा को मार्केट में बेचा जाता है। इससे त्योहार पर लोग घरों मेें मिठाई बनाते हैं। खुद भी खाते और रिश्तेदारों को भी गिफ्ट करते हैं, लेकिन वे नहीं जानते की गिफ्ट के साथ वे अपनों को बीमारी भी दे रहे हैं।
मिलावटी मावा को आसपास के जिलों के साथ अन्य राज्यों में भी सप्लाई किया जाता है। हर दिन तैयार होने वाले मिलावटी मावा को इटावा, औरैया, मथुरा, भिंड, ग्वालियर, दिल्ली, फिरोजाबाद में भेजा जाता है। मावा को गाडिय़ों में भर दिया जाता है। सिर्फ चालक होता है। मिलावटखोर अन्य वाहन से 200 से 300 मीटर की दूरी पर चलते हैं। गाड़ी पर नजर रखी जाती है। चालक एक जगह पर ही मावा उतार देता है, फिर इसे मिठाई की दुकानों से लेकर बाजार तक में पहुंचाया जाता है। 200 से 250 रुपए प्रति किग्रा में बेचा जाता है। कोरोबारियों का कहना है कि त्योहार से पहले इनकी डिमांड अधिक हो जाती है।
फेल हो चुके हैं मावा के सैंपल
फूड सेफ्टी विभाग के अधिकारी त्योहार से पहले एक्टिव हो जाते हैं। ऐसे में शहर और देहात की दुकानों में लगातार छापेमार कार्रवाई की जाती है। लेकिन इससे पहले फूड सेफ्टी अधिकारियों ने जो सैंपल लिए थे, उनमें अधिकतर मिठाई मिलावटी मिली। इसके बावजूद ऐसे प्रतिष्ठानों में मिठाई की ब्रिकी जारी है। हाल ही में रक्षाबंधन के मौके पर फूड सेफ्टी विभाग ने दर्जनों प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की थी, जहां से सैंपल भी बरामद किए गए थे।
शुक्रवार को एफएसडीए टीम ने शहर और देहात क्षेत्रों में विशेष जांच अभियान चलाया। टीम ने सबसे बड़ी कार्रवाई शिवराम बघेल स्वीट हाउस फतेहपुर सीकरी में की। सहायक आयुक्त खाद्य शशांक त्रिपाठी ने बताया कि साढ़े 12 हजार रुपए का 50 किग्रा मिलावटी मावा, सात हजार रुपए की 28 किग्रा डोडा बर्फी, 525 रुपए का 35 किग्रा उबला सड़ा हुआ आलू और साढ़े 37 हजार रुपए की 15 किग्रा गुझिया बरामद की गई। आलू का प्रयोग समोसा और सब्जी में किया जाता था। बरामद किया 80 किग्रा मिलावटी पनीर
पोइया घाट चौराहा के पास एक गाड़ी खड़ी थी। टीम ने गाड़ी की जांच की तो उसमें 80 किग्रा मिलावटी पनीर बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि टीम ने पैगोरिया ऑयल मिल, फतेहाबाद से सरसों और सरसों का तेल, मैसर्स पंछी फूड्स प्राइवेट लिमिटेड से केसर अंगूरी पेठा, रसभरी पेठा, चाशनी, गुलाब रसभरी, अंगूरी पेठा, ड्राई चेरीपेठा का एक-एक नमूना लिया।